केंद्रीय बजट में मनरेगा राशि में कटौती के विरोध में प्रदर्शन

बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूरों ने एकजुट होकर मनरेगा को समाप्त करने की साजिश करार देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में मनरेगा बजट आवंटन में कटौती का झुंझुनूं में विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूरों ने एकजुट होकर मनरेगा को समाप्त करने की साजिश करार देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मनरेगा मजदूर संघर्ष समिति के कपिल ऐचरा ने बताया कि मनरेगा योजना की देश की सबसे बड़ी योजना है, गरीब मजदूरों के रोजगार का साधन है इसमें कटौती करना गलत है। गत दो वर्षों के बजट में 90 हजार करोड़ रूपए से मनरेगा को 60 हजार करोड़ रूपए पर ला दिया है।
केंद्र सरकार मनरेगा को बढ़ावा देने की बजाय उसे खत्म करने की सोच रही है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नही किया जाएगा। बडे़ स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। मनरेगा मजदूरों ने बताया कि केंद्र सरकार साल दर साल मनरेगा बजट में कटौती कर रही है, इस योजना को खत्म करने की साजिश की जा रही है।
इसके साथ ही ऐप आधारित उपस्थिति प्रणाली एनएमएमएस ऐप को रद्द करने की मांग की। उन्होंने बताया की इस ऐप से मजदूरों की उपस्थिति को सही नही हो पा रही है, काम पर आने के बावजूद ऑनलाइन हाजिरी नहीं हो पा रही ही है। जिसके कारण पंचायत समिति पूरा भुगतान नही कर रही है।
विरोध के प्रदर्शन के बाद मांगों को लेकर जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते मांग को पूरा नही किया गया तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर विरोध प्रदर्शन में शामिल रहे।
दैनिक भास्कर से साभार