रुद्रपुर: बेलसोनिका यूनियन को जारी गैरकानूनी नोटिस के विरोध में प्रदर्शन, श्रममंत्री को ज्ञापन

श्रमभवन रुद्रपुर में यूनियनों व मज़दूर संगठनों ने प्रदर्शन कर उप श्रमआयुक्त के मार्फत श्रम मंत्री हरियाणा को ज्ञापन भेजकर बेलसोनिका मज़दूरों को न्याय देने की माँग की।

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार हरियाणा द्वारा ठेका मजदूर को सदस्यता देने के कारण बेलसोनिका यूनियन का पंजीकरण रद्द करने के लिए गैर कानूनी कारण बताओ नोटिस जारी करने के विरोध में आज मंगलवार को श्रम भवन रुद्रपुर में विभिन्न यूनियनों और मज़दूर संगठनों ने प्रदर्शन किया।

इसी के साथ उप श्रमआयुक्त की अनुपस्थिति में श्रम प्रवर्तन अधिकारी के माध्यम से श्रम मंत्री हरियाणा सरकार को ज्ञापन भेजा गया। जिसकी प्रतिलिपि ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार हरियाणा सरकार व बेलसोनिका यूनियन आईएमटी मानेसर गुड़गांव हरियाणा को भी भेजी गई।

हरियाणा सरकार से माँग-

इस दौरान माँग की गई कि ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार हरियाणा द्वारा बेलसोनिका यूनियन आईएमटी मानेसर गुड़गांव का रजिस्ट्रेशन रद्द करने हेतु दिनांक 26.12.2022 को जारी गैर कानूनी नोटिस को तत्काल निरस्त किया जाए; स्थाई काम का स्थाई रोजगार दिया जाए; समान काम का समान वेतन दिया जाए; बेलसोनिका यूनियन को खत्म करने की साज़िश कर रहे बेलसोनिका मैनेजमेंट व ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार के नापाक गठजोड़ के अवैधानिक कृत्य पर रोक लगाई जाए तथा यूनियन बनाने के अधिकार पर हमले व स्थाई तथा ठेका मजदूरों की एकता तोड़ने की साज़िश पर रोक लगाई जाए।

मज़दूर प्रतिनिधियों ने जताया आक्रोश

भेजे गए ज्ञापन के माध्यम से यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार हरियाणा द्वारा बेलसोनिका यूनियन को ठेका मजदूर को सदस्यता देने के कारण बेलसोनिका यूनियन के पंजीकरण को रद्द करने के लिए गैर कानूनी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

बेलसोनिका आटो कंपोनेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आईंएमटी मानेसर, हरियाणा के मारूति कैम्पस में स्थित है। बेलसोनिका कंपनी की मजदूर यूनियन (baci — 1983) ने ठेका मजदूरों को यूनियन का सदस्य बनाने के लिए संविधान में लिखा हुआ है कि बेलसोनिका कंपनी में काम करने वाला कोई भी मजदूर यूनियन का सदस्य हो सकता है।

यूनियन के संविधान से ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार को कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन जब यूनियन ने ठेका मजदूर को सदस्यता दी और यूनियन का रिटर्न भरा गया तो बेलसोनिका प्रबंधन द्वारा ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार हरियाणा को शिकायत की गई। जो कि गैर कानूनी है। क्योंकि यह देखना ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार का काम है न कि प्रबंधन का। लेकिन बेलसोनिका प्रबंधन तमाम षड्यंत्र कर रहा है। ताकि मजदूरों की छंटनी की जा सके। ट्रेड यूनियन एक्ट –1926 के अनुसार कोई भी मजदूर कंपनी में काम करता है उस कंपनी का मजदूर यूनियन का सदस्य हो सकता है।

बेलसोनिका कंपनी में तमाम कार्य स्थाई प्रकृति का है। कानून के अनुसार जिसमें स्थाई मजदूर ही काम कर सकते हैं। लेकिन कंपनी प्रबंधन द्वारा स्थाई प्रकृति के कामों में 6–7 वर्षों से लगातार  काम कर रहे तमाम ठेका मजदूरों को काम पर रखा हुआ है।

ठेका मजदूरों के बहुत बुरे हाल है। जब वह अपना सामूहिक मांग पत्र श्रम विभाग में दायर करते हैं तो श्रम विभाग उस पर सुनवाई करने से मना कर देता है और जब यूनियन उन्हें सदस्यता देना चाहे तो ट्रेड यूनियन रजिस्ट्रार रजिस्ट्रेशन रद्द करने की चेतावनी देता है।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हम भारत के आजाद नागरिक हैं? क्या यही आजादी है कि भयंकर बेरोजगारी की बेबसी, अंधकारमय भविष्य लिए अति अल्प न्यूनतम वेतन, 12–12 घंटे काम, सिंगल ओवर टाइम में अतीव शोषण में मजदूर अपना जीवन खपा रहे हैं। जिनका कोई भविष्य नहीं है।

यह लाखों अस्थाई मजदूरों की समस्या है जिन्हें न समान काम का समान वेतन, और न स्थाई काम का स्थाई रोजगार मिलता है। जो कि किसी भी दृष्टि से न्यायोचित नहीं है।

मजदूर यूनियनों/संगठनों ने कहा कि श्रम मंत्री, हरियाणा सरकार उपरोक्त प्रकरण का संज्ञान लेकर हस्तक्षेप करेंगे और प्रकरण का निस्तारण कर मजदूरों को न्याय प्रदान करेंगे।

संगठन प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी कि यदि बेलसोनिका यूनियन को न्याय नहीं मिला तो उत्तराखंड के मज़दूर भी बेलसोनिका मजदूरों के हक़ में आंदोलन कराने को बाध्य होंगे।

विभिन्न संगठन रहे शामिल-

आज के प्रदर्शन व ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधम सिंह नगर, इंकलाबी मजदूर केंद्र रूद्रपुर के दिनेश चंद्र, मजदूर सहयोग केंद्र के मुकुल, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के कैलाश भट्ट, आटो लाइन इम्प्लाइज यूनियन के मदन सिंह, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के मदन पांडे, ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर के अभिलाख सिंह, रिद्दी सिद्दी कर्मचारी संघ के धीरज जोशी, भारतीय किसान यूनियन के सुव्रत कुमार विश्वास, यजाकी वर्कर यूनियन के धर्मेंद्र सिंह, आटोलाइन इम्प्लाइज यूनियन के प्रकाश सिंह मेहरा, इन्टरार्क मजदूर संगठन के फिरोज खान, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के हरेंद्र सिंह, बजाज मोटर कर्मकार यूनियन के गणेश सिंह, आईएमके के मसरूददीन ख़ान आदि शामिल थे।

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