उत्तरप्रदेश: वार्ता बेनतीजा; संविदा विद्युत कर्मचारी बेमियादी कार्य बहिष्कार पर

कार्य बहिष्कार से पूर्व कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। जब मुख्य अभियंता से वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकलने पर आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया।
बरेली में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के संविदा कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बेमियादी कार्य बहिष्कार पर चले गए। कार्य बहिष्कार पर जाने से पहले कर्मचारियों ने मंगलवार को मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्य अभियंता ने अपने कार्यालय पर बुलाया। मुख्य अभियंता राजीव कुमार शर्मा से वार्ता में जब कोई नतीजा नहीं निकला तो आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि जूनियर इंजीनियर और संविदा कर्मचारियों के बीच हुए विवाद में एकतरफा कार्रवाई करके संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया था।इस एकतरफा कार्रवाई के विरोध में दो नवंबर से मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर संविदा कर्मचारी क्रमिक अनशन कर रहे थे। लेकिन जब बिजली विभाग के अभियंताओं ने कोई ध्यान नहीं दिया तो फिर प्रदेश स्तर पर मामला पहुंचा और बरेली का आंदोलन पूरे मंडल में किए जाने की रणनीति तय की गई।
इसी क्रम में मंगलवार को मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन हुआ। मुख्य अभियंता ने आश्वासन दिया। इस पर कर्मचारियों को भरोसा नहीं हुआ। इसलिए बदायूं, पीलीभीत शाहजहांपुर और बरेली में पूर्ण कार्य बहिष्कार कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक कर्मचारियों का पीएफ उनके खाते में नहीं आ जाता और नियम कानून के विरुद्ध बर्खास्त किए गए कर्मचारियों को वापस सेवा में नहीं लिया जाता, समय पर वेतन दिए जाने के आदेश नहीं होते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आंदोलन में संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष हर्षवर्धन, पश्चिमांचल क्षेत्र के अध्यक्ष रामनाथ राजोरिया, मध्यांचल उपाध्यक्ष मुकेश कठेरिया, बरेली से जिला अध्यक्ष रिंकू श्रीवास्तव, बदायूं से जिला अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, मध्यांचल क्षेत्र के संगठन मंत्री राकेश कुमार, संयुक्त मंत्री मुसब्बर अली, जिला उपाध्यक्ष विपिन कुमार, संगठन मंत्री जयपाल सिंह, जापान सिंह, सत्यपाल आदि ने भाग लिया।
19 जून को अवर अभियंता जितेंद्र केसरवानी व नीरज पवार के साथ संविदा कर्मचारियों का झगड़ा हुआ। जूनियर इंजीनियर ने झगड़े की एफआईआर दर्ज कराई। झगड़े के बाद रिंकू श्रीवास्तव विशाल कौशल विशाल श्रीवास्तव व ओमप्रकाश प्रजापति को नौकरी से बर्खास्त किया गया। इसके बाद रिंकू श्रीवास्तव ने कोर्ट के आदेश से अवर अभियंता के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई। दोनों ओर से अब मामले की विवेचना पुलिस कर रही है।
संविदा कर्मचारी दो नवंबर से क्रमिक धरना दे रहे हैं। लखनऊ से नियंत्रण एवं अनुश्रवण इकाई के मुख्य अभियंता ने 17 नवंबर को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता को जांच एवं दोषी के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश जारी करने के लिए पत्र भेजा था। मुख्य अभियंता राजीव कुमार शर्मा ने अधीक्षण अभियंता को विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने भी जांच एवं कार्रवाई के लिए मुख्य अभियंता को पत्र भेजा है। कागजों में कार्रवाई और पत्राचार चल रहा है, लेकिन मौके पर समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ, इसलिए कर्मचारी आंदोलित हैं।
अमर उजाला से साभार