डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन; भगवती-माइक्रोमैक्स व जायडस वेलनेस मज़दूरों की कार्यबहाली करो!

6 सूत्रीय माँगपत्र पर एसडीएम ने कार्यवाही का आश्वासन दिया। श्रमिक संयुक्त मोर्चा ने कहा यदि शीघ्र समाधान नहीं होता है तो सिड़कुल का मज़दूर बड़े आंदोलन की ओर जाएगा।

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। भगवती प्रोडक्ट्स व जायडस वेलनेस के श्रमिकों की कार्यबहाली व विभिन्न कम्पनियों की श्रमिक समस्यों के निस्तारण के सम्बंध में श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधम सिंह नगर के नेतृत्व में रैली निकली और जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन हुआ। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एसडीएम रुद्रपुर को 6 सूत्रीय सामुहिक ज्ञापन सौपा गया।

इस दौरान श्रमिक समस्याओं के निस्तारण हेतु उच्च स्तरीय प्रशानिक कमेटी को सक्रिय करने; भगवती माइक्रोमैक्स के समस्त 351 श्रमिकों व जायडस वैलनेस के 1200 श्रमिकों की सवेतन कार्यबहाली कराने; विभिन्न कम्पनियों में श्रमिक उत्पीड़न, निलंबन, बर्खास्तगी पर रोक लगाते हुए पीड़ित श्रमिकों की कार्यबहाली व माँगपत्रों का निस्तारण कराने; ईएसआईसी अस्पताल में श्रमिकों के इलाज की समुचित व्यवस्था और निजी अस्पतालों के शोषण पर रोक लगाने व जिले में स्थायी उप श्रमायुक्त की नियुक्ति और नियमित बैठने व सुनवाई की व्यवस्था की माँग उठी।

एसडीएम ने ज्ञापन लेते हुए माँगों पर उचित व त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया।

सभा व ज्ञापन में उठी आवाज़

वक्ताओं ने कहा कि प्रशासनिक अक्षमता से जिले में मज़दूरों की समस्या लगातार गहराती जा रही है, लेकिन उनका समाधान कराने के जगह प्रशासन मज़दूरों का ही दमन कर रहा है और सिड़कुल की कंपनियां शोषण का केंद्र बन गई हैं।

भगवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड (माइक्रोमैक्स) पंतनगर में 27 दिसंबर 2018 को 351 श्रमिकों की गैर कानूनी छँटनी, अवैध लेऑफ, बंदी हुई थी जिसके 4 साल पूरे हो गए। औद्योगिक न्यायाधिकरण हल्द्वानी और उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा 303 श्रमिकों की छँटनी गैरकानूनी घोषित हुई, लेकिन श्रमिकों की कार्यबहाली नहीं हुई।

जबकि लेऑफ के शिकार 47 श्रमिकों की लंबे संघर्ष के बाद 1 सितंबर से कार्यबहाली हुई लेकिन 29 अक्टूबर से कथित प्रशिक्षण के बहाने पुनः गेटबन्दी हो गई।

जायडस वैलनेस कंपनी सिडकुल सितारगंज प्रबंधन ने 17 जून 2022 को बिना किसी पूर्व सूचना के फैक्ट्री को अवैध रूप से बंद कर दिया था। एक झटके में 1200 स्थायी व अस्थायी श्रमिक बेरोजगार हो गए। उत्तराखंड शासन द्वारा बंदी अवैध घोषित की जा चुकी है फिर भी कार्यबहाली नहीं हो रही है।

जिले की कई कम्पनियों में तमाम श्रमिक गैरकानूनी निलंबन, बर्खास्तगी के शिकार हैं। तमाम कम्पनियों में माँगपत्र लंबित हैं। लेकिन समाधान नहीं निकल रहा है।

श्रमिक सुविधा के लिए रुद्रपुर में बने ईएसआई अस्पताल सुविधाओं व चिकित्सकों के अभाव में श्रमिकों को कोई लाभ नहीं दे रहे हैं। जबकि ईएसआईसी डिस्पेंसरी भी सुविधाओं से वंचित हैं। सम्बद्ध निजी अस्पताल श्रमिकों के शोषण के केंद्र बन गए हैं।

प्रदेश के औद्योगिक जिला उधम सिंह नगर में कोई नियमित उप श्रमायुक्त की नियुक्ति न होने से तमाम मामले लंबित हैं और श्रमिक न्याय से वंचित हो रहे हैं।

श्रमिक समस्याओं के निस्तारण के लिए गठित उच्च स्तरीय प्रशासनिक कमेटी लंबे समय से सक्रिय न होने से भी तमाम लंबित समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है।

ऐसे में यदि श्रमिक समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं होता है तो श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधम सिंह नगर सिड़कुल के मज़दूरों के साथ बड़े आंदोलन की ओर जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

मोर्चा की माँगें-

  1. पूर्व में गठित उच्च स्तरीय प्रशानिक कमेटी को पूर्व की भांति सक्रिय करते हुए वार्ताओं द्वारा जिले की मौजूदा श्रमिक समस्याओं का निस्तारण कराए।
  2. भगवती प्रोडक्ट्स (माइक्रोमैक्स) के समस्त 351 श्रमिकों की सवेतन कार्यबहाली कराएं।
  3. जायडस वैलनेस फैक्ट्री, सितारगंज को तत्काल खोलकर समस्त 1200 श्रमिकों की सवेतन कार्यबहाली कराएं।
  4. विभिन्न कम्पनियों में श्रमिक उत्पीड़न, निलंबन, बर्खास्तगी पर रोक लगाते हुए पीड़ित श्रमिकों की कार्यबहाली व लंबित माँगपत्रों का निस्तारण कराएं।
  5. ईएसआईसी अस्पताल में समस्त श्रमिकों के इलाज की समुचित व्यवस्था हो और निजी अस्पतालों के शोषण पर रोक लगे।
  6. जिले में स्थायी उप श्रमायुक्त की नियुक्ति हो और नियमित बैठने व सुनवाई की व्यवस्था हो।

इस अवसर पर श्रमिक संयुक्त मोर्चा अध्यक्ष दिनेश तिवारी, मज़दूर सहयोग केंद्र के अध्यक्ष मुकुल, थाई सुमित नील ऑटो कामगार संगठन के भीम प्रसाद, करोलिया लाइटिंग इंप्लाइज यूनियन से रोहताश, समाज सेवक सुब्रत विश्वास, जायडस वेलनेस इम्पालाइज यूनियन अध्यक्ष विकास सती, भगवती श्रमिक संगठन से दीपक सनवाल, ठाकुर सिंह, लोकेश पाठक, चेतन सिंह, दीपक मनराल, बिशन सिंह, दीपक पाण्डे, भगवती इंप्लाइज यूनियन से भुवन जोशी, अफजल हुसैन आदि सहित सैकड़ों मज़दूर उपस्थित रहे।

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