संघर्ष से डेल्टा इलेक्ट्रोनिक्स में 3 साल का समझौता; ₹10500 वेतन सहित बोनस व सुविधाएं बढ़ीं

13 महीने का जुझारू संघर्ष। 1 जनवरी 2022 से समझौता लागू, बकाया राशि का एरियर के रूप में होगा भुगतान। वेतन वृद्धि के साथ 20% बोनस व अन्य कई अहम सुविधाएं बढ़ीं।
पंतनगर (उत्तराखंड)। श्रमिकों के इस विषम परिस्थिति और आज के कठिन दौर में 13 महीने के जुझारू संघर्ष के बाद आखिरकार दिनांक 27 दिसंबर 2022 को डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पंतनगर, रूद्रपुर प्लांट में वेतन समझौता संपन्न हो गया।
उल्लेखनीय है कि डेल्टा इम्पालाइज यूनियन ने 30/11/2021 को नए समझौते के लिए अपना माँगपत्र दिया था। पिछले वेतन समझौते की अवधि 31 दिसंबर 2021, में समाप्त हो चुकी थी। इस दौरान कई दौर की समझौता वार्ता निरंतर जारी रहा।
लगातार प्रयासों के बावजूद प्रबंधन के अड़ियलपन के कारण यूनियन ने बीते 7 अक्टूबर से विरोध कार्यक्रम शुरू किया। इसके बाद 13 अक्टूबर से पूरी यूनियन कार्यकारिणी और दीवाली अवकाश के बाद से समस्त श्रमिकों ने भूखे रहकर कार्य करते हुए अपना संघर्ष जारी रखा।
इस दौरान कई दौर की द्विपक्षीय व त्रिपक्षीय वार्ताएं हुईं लेकिन बेनतीजा रहीं। अंततः एएलसी ने माँगपत्र का विवाद श्रम न्यायालय के लिए संदर्भित कर दिया। इस बीच संघर्ष जारी रहा। अंततः कंपनी में द्विपक्षीय वार्ता में माँगपत्र पर सहमति बनी और एएलसी के समक्ष 27 दिसंबर को समझौता सम्पन्न हुआ।
समझौते के मुख्य बिन्दु-
- समझौता 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2024 तक के लिए है। 1 जनवरी 2022 से बकाया राशि का एरियर के रूप में भुगतान होगा।
- वेतन तीन साल के लिए ग्रास में 10500₹ बढ़ेगा। वेतन वृद्धि की कुल धनराशि का 60 फीसदी बेसिक में समायोजित होगा।
- वेतन वृद्धि की धनराशि 50-25-25 के अनुपात में प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष तथा तृतीय वर्ष में देय होगा। इस हिसाब से आगामी जनवरी माह से श्रमिकों को 75% बृद्धि का लाभ मिलेगा।
- पूर्व में मिलने वाली बोनस ₹16800 को उत्तराखंड सरकार के निर्धारित वेतन का 20 फीसदी मिलेगा, जो वर्तमान में 21 नवंबर 2022 को ₹25200+ के आधार पर है।
- 1 जनवरी 2023 से कंपनी में कैंटीन की सुविधा फ्री ऑफ कॉस्ट दी जाएगी, जोकि अबतक 70% सब्सिडी के साथ ₹390/प्रति श्रमिक को देना होता था।
- बस का मासिक किराया फिक्स हुआ है, जो कि 1 जनवरी 2023 से लागू होगी।
- लालकुआं का ₹750 से कम करके ₹550
- किच्छा का ₹600 से कम करके ₹500 तथा
- रुद्रपुर का ₹400 से कम करके ₹260 फिक्स किया गया है।
- दोनों टी-ब्रेक में हैंडमेड चाय की सुविधा 1 जनवरी 2023 से दी जाएगी तथा ओवरटाइम में मिलने वाली स्नेक्स को ₹10 से बढ़ाकर ₹20 किया गया है।
अन्य सुविधाओं में बृद्धि-
- श्रमिकों के जरूरतों को पूरा करने के लिए थ्रिप्ट सोसाइटी का गठन होगा, जिसके संचालन के लिए प्रबंधक के तरफ से कंप्यूटर तथा एसेसरीज की सुविधा दी जाएगी जिसमें यूनियन अध्यक्ष और महामंत्री की सक्रिय भागीदारी होगी।
- 3 महीने में मिलने वाली क्वार्टरली अटेंडेंस अवार्ड को ₹1000 मासिक किया गया है, जिसमें ₹335 फिक्स होगा, जो 1 जनवरी 2023 से लागू हो जाएगा।
- दो गेट पास में से एक गेट पास को लेट कमिंग के लिए कंसीडर किया जाएगा।
- पहली बार डेथ इंश्योरेंस पॉलिसी की शुरुआत वर्ष 2023 से लागू होगी, जिसमे 24 महीने के ग्रॉस सैलरी के बराबर की रकम दी जाएगी तथा यूनियन और प्रबंधन की आपसी सहमति से इस राशि के अलावा तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
- प्लांट के गेट नंबर 3 पर यूनियन का झण्डा स्थापित करने की सहमति बनी है।
अन्य बिन्दु-
- दोनों पक्षों के आपसी सहमति से खेलों का आयोजन किया जाएगा;
- दोनों पक्षों में लंबित समय के दौरान परस्पर हुई किसी भी वार्तालाप को द्वेष पूर्ण नहीं लिया जाएगा;
- पूर्व में मिलने वाली सभी सुविधाएं जारी रहेगी।
समझौते पर सहायक श्रम आयुक्त उधम सिंह नगर प्रशांत कुमार की मौजूदगी में डेल्टा इम्पालाइज यूनियन के अध्यक्ष कृष्ण नारायण झा, उपाध्यक्ष विनीत चौहान, महामंत्री विद्यासागर राय, कार्यालय मंत्री नरेंद्र कुमार, संगठन मंत्री संजय चौहान ने तथा प्रबंधन की ओर से फैक्ट्री मैनेजर मानोज्ञा कुमार, एच आई आर डॉ राजेंद्र कौशिक और एचआर मैनेजर अमित मिश्रा ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष भुवन पंत व विजय सूयल तथा यूनियन के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
इस समझौते के बाद डेल्टा इम्पालाइज यूनियन के अध्यक्ष के एन झा ने कहा कि यह समझौता मज़दूर सहयोग केंद्र, श्रमिक संयुक्त मोर्चा तथा सभी यूनियन के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों के सकारात्मक सहयोग के कारण ही संभव हो पाया है। साथ ही उन्होंने समस्त डेल्टा मज़दूरों के जुझारू संघर्ष को सलाम करते हुए उन्हें भी धन्यवाद दिया है।
संघर्ष के साथ मिली इस जीत और सूझ-बूझ भरे समझौते पर मज़दूर सहयोग केंद्र ने डेल्टा यूनियन और समस्त मज़दूरों को इंकलाबी सलाम पेश किया है।