ब्रिटेन में नर्सिंग स्टाफ सहित पैरा मेडिकल कर्मचारियों की हड़तालों का सिलसिला जारी

भयावह महँगाई से त्रस्त; वेतन बढ़ाने और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की माँग पर 15 दिसम्बर से हड़तालों का क्रम जारी। यदि समझौता नहीं हुआ तो 28 दिसंबर व जनवरी में और हड़तालें होंगी।
ब्रिटेन में तेजी से बढ़ती महँगाई के बीच वेतन बृद्धि व सुविधाओं के लिए नर्सिंग स्टाफ सहित पैरा मेडिकल कर्मचारी आंदोलित हैं। इंग्लैंड और वेल्स में हड़ताली एंबुलेंस कर्मचारियों ने बुधवार को धरना दिया। नर्सों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा वॉकआउट के बाद सरकार के साथ वेतन विवाद बढ़ गया। जबकि सरकार की हठधर्मिता कायम है।
ब्रिटेन में 106 साल के इतिहास में बीते गुरुवार को पहली बार नर्सों और एंबुलेंस कर्मचारियों ने काम रोक दिया। इसी क्रम में बीते मंगलवार को इस महीने की दूसरी 24 घंटे की हड़ताल में हजारों नर्सों ने कार्य बहिष्कार किया था। एम्बुलेंस ड्राइवर, पैरामेडिक्स और डिस्पैचर अब 28 दिसंबर को हड़ताल पर जाने के लिए तैयार हैं।
जबकि ब्रिटेन की दक्षिणपंथी सरकार ने वेतन वृद्धि की मांग को निरस्त कर दिया है। मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा था कि वह हड़ताल समाप्त करने के लिए नर्सों और एंबुलेंस कर्मचारियों के वेतन में कोई वृद्धि नहीं करेंगे। माँग के अनुरूप वेतन वृद्धि का बोझ सरकार नहीं झेल सकती। सरकार ने कम वेतन वृद्धि की पेशकश की है।
हड़तालों का सिलसिला जारी; 19 फीसदी वृद्धि की माँग
नर्सों के यूनियन ने वेतन में 19 फीसदी वृद्धि की मांग की है। गुरुवार,15 दिसम्बर को वेतन बढ़ाने और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की मांग को लेकर सरकार के साथ वार्ता विफल होने के बाद इंग्लैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में नर्सों ने काम बंद कर दिया था।
इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड और वेल्स में एक लाख से अधिक नर्सें हड़तालों पर चली गईं। ब्रिटेन के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड के बावजूद हड़ताल शुरू होते ही नर्सों ने कई अस्पतालों के बाहर धरना दिया।
विवाद समाधान की जगह ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बेतुके बयान के बाद मंगलवार को 24 घंटे की हड़ताल में हजारों नर्सों ने काम कार्य बहिष्कार किया। जबकि 21 दिसंबर को एम्बुलेंस ड्राइवर, पैरामेडिकल और डिस्पैचर ने हड़ताल की। और अब 28 दिसंबर को हड़ताल पर जाने के लिए तैयार हैं।

सरकार की धमकी, कर्मचारी माँगों पर अडिग
रॉयल कॉलेज ऑफ नर्सिंग के नर्स यूनियन के प्रमुख पैट कुलेन ने वेतन पर बातचीत करने के आग्रह के साथ पीएम सुनक से कहा कि अब कदम उठाएं और इस देश के हर मरीज और जनता के सदस्य की ओर से अच्छा काम करें।
सरकार का कहना है कि वह हड़ताली एम्बुलेंस चालकों और सीमा कर्मचारियों को भरने के लिए 1,200 सैनिकों को भेजेगी, जो इस सप्ताह के अंत में चलने वाले हैं। यूनियनों का कहना है कि एम्बुलेंस चालक दल सबसे गंभीर कॉल में भाग लेंगे, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि वे हर किसी को गारंटी नहीं दे सकते हैं कि एम्बुलेंस की आवश्यकता होगी।
यूनियन का कहना है कि अगर समझौता नहीं हुआ तो वह जनवरी में और हड़तालें करेंगी।
नर्सों ने हड़ताल के दौरान महत्वपूर्ण देखभाल और कैंसर सेवाओं सहित प्रमुख क्षेत्रों में कर्मचारियों के लिए सहमति व्यक्त की है, लेकिन इंग्लैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में हजारों ऑपरेशन और प्रक्रियाएं रद्द कर दी गई हैं। जबकि स्कॉटलैंड में नर्सें हड़ताल पर नहीं हैं।
ब्रिटेन में कर्मचारी आंदोलनों की उभर
ब्रिटेन में हड़ताल का दौर जारी है। तमाम विभागों के कर्मचारियों ने वेतन बढ़ोत्तरी के लिए आवाज बुलंद की है। रेलवे कर्मचारी, पासपोर्ट अधिकारी और डाक कर्मचारी भी ब्रिटेन में दशकों से चली आ रही सबसे बड़ी हड़ताल की लहर में कार्यबहिष्कार कर रहे हैं, जो कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भोजन और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से प्रेरित जीवन-यापन के संकट की प्रतिक्रिया है।