मध्यप्रदेश: संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, जेपी हॉस्पिटल कैम्पस में धरना

मांग है कि स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों को स्थायी किया जाए, स्थायी कर्मचारियों जितना वेतन मिले, बिना कारण निकाले गए कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखा जाए।
मध्यप्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। शनिवार को वे जेपी हॉस्पिटल कैम्पस में धरने पर बैठ गए। उनकी मांग है कि स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों को स्थायी किया जाए। साथ ही इन्हें स्थायी कर्मचारियों जितना वेतन मिलें। इसके अलावा जिन कर्मचारियों को बिना कारण निकाल दिया गया है, उन्हें वापस नौकरी पर रखा जाए।
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने सुंदरकांड का पाठ भी किया। इस दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘शोषण बंद’ करने के नारे लगाए। अभा स्वास्थ्य एवं एनएचएम कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश मिश्रा ने इस आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने बताया कि सालों से कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। कर्मचारी अपने शोषण से छुटकारा पाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। हमारी सरकार से मांग है कि सालों से हम संविदा के आधार पर काम कर रहे हैं। इसे खत्म कर हमें नियमित किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध करते हैं कि आपने पहले जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करें। संविदा साथियों को नियमित करें। हम समान काम, समान वेतन की मांग करते हैं। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का यह आंदोलन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेतृत्व में हो रहा है। संघ में भोपाल की जिलाध्यक्ष सुनंदा पटेल ने कहा कि हम यहां दो सूत्रीय मांगों को लेकर इकट्ठा हुए हैं। हमारी पहली मांग है कि एनएचएम के तमाम कर्मचारियों को नियमित किया जाए। इसके साथ ही हमारे सभी निष्कासित साथियों को वापस एनएचएम में नौकरी दी जाए। जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक धरने पर बैठे रहेंगे।
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ की प्रदेश अध्यक्षा मीना शुक्ला ने बताया कि हम अपना भविष्य सुधारने के लिए इस हड़ताल में बैठे हैं। जब तक हमें नियमितीकरण का आदेश नहीं मिलेगा, हम यह आंदोलन जारी रखेंगे। 20-25 सालों से कर्मचारी संविदा पदों पर काम कर रहे हैं लेकिन अभी तक हमें नियमित नहीं किया गया है। महंगाई दिनोंदिन बढ़ती जा रही है लेकिन संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की तरफ सरकार बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के नेतृत्व में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और छात्र-छात्राओं ने शनिवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला फूंका। विंग के पूर्व प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने कहा कि मध्यप्रदेश में मेडिकल विश्वविद्यालय नर्सिंग काउंसिल और पैरामेडिकल काउंसिल द्वारा फर्जी मेडिकल और फर्जी नर्सिंग को मान्यता थोक में बांटी जा रही हैं। इससे स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो रहा है। प्रदर्शन में राजवीर सिंह, लक्की चौबे, ईश्वर चौहान, मोहित पटेल, विराज यादव, जितेंद्र विश्वकर्मा, पर्व ठाकुर, डॉ. रामबाबू नागर, डॉ. रूपेश विश्वकर्मा, डॉ. अनिल यादव, डॉ. हिमांशु, शिवा दांगी, जिशान खान, राज जयसवाल आदि मौजूद थे।