पतंजलि नकली घी बेचता है, लोगों से अपील इसे न खरीदें -भाजपा सांसद

पतंजलि के नाम पर जो मसाला, दूध, घी और अंडरवियर बनियान बेचने का कारोबार चल रहा है, सीधे तौर पर महर्षि के नाम का दोहन है। किसकी अनुमति से इसका इस्तेमाल हो रहा है। -भाजपा सांसद

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बाबा रामदेव को ‘मिलावट का राजा’ करार देते हुए पतंजलि के उत्पादों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. डेक्कन हेराल्ड की खबर के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की कैसरगंज लोकसभा से सांसद बृजभूषण ने आरोप लगाया कि पतंजलि द्वारा बेचा जा रहा घी नकली है और लोगों से अपील की कि वह यह न खरीदें और इसके बजाय लोगों से गाय रखने के लिए कहा, ताकि वे स्वयं घी तैयार कर सकें.

बता दें कि सांसद सिंह द्वारा पतंजलि के उत्पादों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जाने के बाद पतंजलि के निदेशक आचार्य बालकृष्ण द्वारा उन्हें कानूनी नोटिस भेजा गया था और बिना शर्त माफी मांगने के लिए कहा गया था. इस संबंध में सिंह ने कहा, ‘अगर जेल जाना लोगों के हित में है तो मैं इससे नहीं डरता हूं. मैंने जो भी कहा है मैं उसके साथ खड़ा हूं. मैं संत समुदाय से रामदेव के खिलाफ खड़ा होने की अपील करता हूं, क्योंकि वे महर्षि पतंजलि के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं.’

भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि पतंजलि के उत्पादों की गुणवत्ता पहले भी सवालों में रही है और सरकार से कंपनी व इसके प्रचारकों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की. उन्होंने कहा कि वह देशभर के साधु-संतों की बैठक आयोजित करेंगे, जहां रामदेव के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया जाएगा.

जी न्यूज की एक खबर के मुताबिक, उक्त विवाद बीते नवंबर माह में तब शुरू हुआ जब बाराबंकी स्थित एक आयोजन में सांसद सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘खुद और बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए शुद्ध दूध और घी का होना बहुत जरूरी है. भैंस-गाय पालेंगे तभी शुद्ध दूध और घी मिलेगा, नहीं तो रामदेव का नकली घी खाना पड़ेगा.’ साथ ही, उन्होंने एक मौके पर महर्षि पतंजलि के नाम का दोहन करने का भी आरोप लगाते हुए पतंजलि योगपीठ पर निशाना साधा था. नवभारत टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने कहा था कि पतंजलि के नाम पर यह जो मसाला, दूध, घी और अंडरवियर बनियान बेचने का कारोबार चल रहा है, यह सीधे तौर पर महर्षि के नाम का दोहन है. आप किसकी अनुमति से इस नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं.

इसके बाद आचार्य बालकृष्ण ने ट्विटर पर बृजभूषण शरण सिंह पर निशाना साधा था और उन्हें संविधान व कानून की मर्यादा के दायरे में जवाब देने की बात कही थी. जिसके बाद सांसद सिंह को एक नोटिस भी भेजा गया था. पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार, इसके जवाब में भाजपा सांसद ने कहा था कि लगता है कि बात थोड़ी आगे बढ़ गई. इसलिए बाबा जी के तरफ से मुझे कानूनी नोटिस भेजा गया है. नोटिस में 3 दिन के भीतर विज्ञापन, मीडिया या अन्य किसी माध्यम से हम माफी मांगे, नहीं तो वह मानहानि का मुकदमा करेंगे.

सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था, ‘बाबा रामदेव वह मेरे बीच कोई लड़ाई नहीं है. देश, किसान, धर्म, संत महात्माओं के हित में कोई भी कोर्ट रामदेव के मामले में मुझे जेल भेजती है तो मैं जेल चला जाऊंगा जमानत नहीं कराऊंगा. मुझे देश की न्याय व्यवस्था और संविधान पर पूरा भरोसा है.’ उन्होंने एक कार्यक्रम में आरोप लगाया था, ‘रामदेव ही नहीं हैं, रामदेव के चेले बैठे हैं. हर कस्बे में बैठे हैं. कानपुर में बनी हुई मिठाई गोरखपुर तक सप्लाई होती है. 100 रुपया किलो सवेरे-सवेरे रख दी जाती है. ये भी रामदेव के पट्ठे हैं. ये नकली पनीर जो बन रहा है, ये रामदेव के पट्ठे हैं. रामदेव जो डुप्लीकेट खाद्यान्न है, उसके राजा हैं. दूध से बने हुए नकली खाद्य पदार्थ, जो भी बना रहे हैं, इसके सम्राट हैं, राजा हैं, रामदेव.’

उन्होंने आगे कहा था, ‘इसलिए मैं सरकार से मांग करता हूं, चाहे भारत सरकार हो, चाहे उत्तर प्रदेश की सरकार हो, चाहे उत्तराखंड की सरकार हो, सबसे मांग करता हूं कि आप इस पर पाबंदी करें. इसको देखें.’ इसके बाद एक पर्चा पढ़ते हुए उन्होंने कहा था, ‘सेना में पतंजलि के उत्पाद पर बैन, कतर ने पतंजलि के आयात को रोका, इंग्लैंड ने पतंजलि के सामना पर लगाया प्रतिबंध, सिंगापुर में पतंजलि के सामानों पर लगा बैन.’ गौरतलब है कि बीते कुछ समय से बृज भूषण शरण सिंह बागी तेवर अपनाए हुए हैं. अक्टूबर माह में उन्होंने अपनी ही पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा था कि बाढ़ के प्रति इतना खराब इंतजाम नहीं देखा, लोग भगवान भरोसे हैं.

साभार: द वायर

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