पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण के ख़िलाफ़ रेल कर्मचारी आंदोलन करेंगे तेज

कर्मचारियों ने कहा- पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे। संसद सत्र के समय एक बड़ा आंदोलन होगा। रेलवे बेचने के मंसूबे को पूरा नहीं होने देंगे।

नई दिल्ली. भारतीय रेलवे में नेशनल ओल्‍ड पेंशन स‍िस्‍टम (NOPS) को बहाल कराने को लेकर कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. कर्मचारियों ने अब इस मांग को पूरी कराने को लेकर किए जा रहे आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. रेलकर्मियों की अगुआई करने वाली रेलवे यूनियन ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) ने आगामी संसद सत्र के दौरान आंदोलन को और तेज करने का आह्वान किया है. रेल कर्मचारी नई पेंशन स्‍कीम (NPS) को समाप्‍त कर ओपीएस (OPS) को बहाल कराने तक संघर्ष करने पर अड़े हैं.

AIRF के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे. इस बार संसद सत्र के समय एक बड़ा आंदोलन करेंगे. मिश्रा ने कहा कि रेलवे को बेचने की साजिश रची जा रही है, वो इस मंसूबे को पूरा नहीं होने देंगे.

उन्होंने रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण की कड़ी आलोचना की और कहा कि वह इसको किसी भी सूरत में लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि एआईआरएफ के बैनर तले कर्मचारी इन सभी मुद्दों पर एकजुट होकर संघर्ष करेंगे.

दरअसल, नॉर्दन रेलवे मैन्स यूनियन (NRMU) दिल्ली डिविजन की ओर से मंडल स्तर पर ‘यूनियन आपके द्वार’ कार्यक्रम चलाया गया था. गत 3 अक्टूबर को कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी जो कि 8 अक्टूबर को समाप्त हो गया. इसके तहत दिल्ली मंडल के प्रत्येक कर्मचारी से उसके कार्य स्थान पर जाकर उनकी समस्याएं सुनने का काम किया गया. समापन समारोह का आयोजन पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर किया गया जिसमें AIRF  के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. कार्यक्रम में भारी संख्या में कर्मचारियों ने उपस्थिति दर्ज कराई.

सभा को सम्बोधित करते हुए NRMU के दिल्ली मंडल मंत्री अनूप शर्मा ने कहा डिविजन का प्रत्येक रेल कर्मचारी अपनी पूरी मेहनत – लगन से अपना कार्य कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन कर्मचारी को उसकी बेसिक सुविधाएं प्रदान नहीं कर पा रहा. रेलवे कालोनियों के आवासों की हालत दयनीय और खंडर बनी हुई है. बावजूद इसके कर्मचारी उन खंडर क्वार्टरों में रहने को मजबूर है.

आज दिल्ली मंडल में कई ऐसे अधिकारी आ गये हैं जिसके कारण कर्मचारियों की समस्याएं दूर होने की बजाय बढ़ गई हैं. कुछ अधिकारी कर्मचारियों की आवाज़ को भी दबाने की कोशिश कर रहे हैं. एनआरएमयू ने कहा कि वे इस को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

नार्दन रेलवे के महाप्रबंधक 18 अक्टूबर को दिल्ली मंडल का दौरा करेंगे. इस दौरान नार्दन रेलवे मैन्स यूनियन के सदस्य उनसे रेललाइनों के दौरे के समय मुलाकात करेंगे और अपनी समस्‍याओं से अवगत कराएंगे. साथ ही ऐसे अध‍िकार‍ियों की श‍िकायत भी करेंगे जोक‍ि कर्मचार‍ियों की समस्‍याओं की उपेक्षा और उनकी लगातार अनदेखी कर रहे हैं.

एनआरएमयू की कोचिंग डिपो दिल्ली सराय रोहिल्ला शाखा के अध्यक्ष सोनू यादव और सचिव राज कुमार ने ‘यून‍ियन आपके द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत सभी कार्यरत कर्मचारियों से मुलाकात की. उनकी समस्याओं को ध्‍यानपूर्वक सुना और उनका जल्द समाधान करवाने का आश्वासन भी दिया. उन्होंने बताया क‍ि सरकार रेल को निजीकरण की ओर धकेल रही है. नॉर्दन रेलवे मेंस यूनियन कभी भी रेल का निजीकरण नही होने देगी.

यादव ने बताया कि यूनियन नई पेंशन स्‍कीम को वापस लेने के लिए भी सरकार पर दबाव बना रही है और इसके लिए 12 अक्तूबर को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर भूख हड़ताल की जाएगी. उसके बाद एक बड़ा आंदोलन करके, नई पेंशन स्‍कीम (NPS) को वापिस लेने और नेशनल ओल्‍ड पेंशन स्‍कीम (NOPS) को पुन: बहाल करने के ल‍िए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा.

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