छत्तीसगढ़: बिजली ठेका कर्मचारियों ने मांगों को लेकर काम बंद कर दिया धरना

अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी आंदोलन करते रहे। देर शाम अधिकारी को ज्ञापन देकर उन्होंने आंदोलन स्थगित किया। जल्द मांगे पूरी न होने पर दोबारा हड़ताल का अल्टीमेटम भी दिया।

रायपुर में छत्तीसगढ़ बिजली विभाग के ठेका कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को हड़ताल कर दी। सभी कर्मचारी काम बंद कर रायपुर के डंगनिया स्थित दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए। अपनी 5 मांगों को लेकर ये कर्मचारी आंदोलन करते रहे। देर शाम अफसर मिलने पहुंचे तो ज्ञापन देकर कर्मचारियों ने आंदोलन बंद किया। मगर जल्द मांगे पूरी न होने पर दोबारा हड़ताल का अल्टीमेटम भी दिया। कर्मचारियों को आश्वासन मिला कि इनकी मांगें श्रम विभाग के जरिए पूरी करवाई जाएंगी।

कर्मचारी नेता जितेंद्र साहू ने बताया कि जनरेशन,डिस्ट्रिब्यूशन और ट्रांसमिशन तीनों कंपनियां हर महीने वेतन देने में देर करती हैं। जनरेशन कंपनी के सिविल डिपार्टमेंट में वेतन कलेक्टर दर पर नहीं दिया जाता। न ही हर महीने ईपीएफ का पैसा सही दर पर जमा होता है। कर्मचारी संगठन का ऐसा आरोप है ट्रांसमिशन कंपनी में पेमेंट सही दर से करने पर ठेका कर्मचारियों से वेतन में रिफंड की मांग की जाती है, और नहीं दिए जाने पर ट्रांसफर या नौकरी से निकाल दिया जाता है। इन समस्याओं को दूर करने की मांग कर्मचारियों ने की है।

एफओसी,मेंटेनेंस,ड्राइवर ठेका कर्मचारियों से महीने के 30 दिन कार्य कराया जाता है। इनको सप्ताह में एक भी छुट्टी नहीं दी जाती है। संगठन नेताओं ने इसे श्रम कानूनों का उल्लंघन बताया है। साथ ही कहा कि योग्यता के अनुसार कंप्यूटर ऑपरेटर,कॉल सेंटर ऑपरेटर को भी वेतन नहीं दिया जाता है। आवश्यक सुरक्षा सामग्री नहीं दी जाती है।

छत्तीसगढ़ बिजली विभाग में कुल 25,000 ठेका कर्मचारी काम करते हैं। जिसमें लाइनमैन,मेंटेनेंस, मीटर रीडर,कंप्यूटर ऑपरेटर,वाहन चालक जैसे अन्य कर्मचारी हैं। कंपनी द्वारा इन कर्मचारियों की मांगो में विचार कर समझौता नहीं होगा, तो इन कर्मचारियों ने काम बंद करने की चेतावनी दी है। इससे आम लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

दैनिक भास्कर से साभार

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