झारखंड: UCIL के समस्त स्थाई व अस्थाई मज़दूरों का बेमियादी हड़ताल जारी

यूसिल के जादूगोड़ा, नरवा पहाड़, तुरामडीह, बागजाता, तुमलापल्ली (आंध्र प्रदेश) समेत सभी इकाइयों के मजदूरों ने हड़ताल कर दिया। समर्थन करते हुए ठेका कर्मी हड़ताल पर उतर आये है।
पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जादूगोड़ा के यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसिल) में करीब 5 हजार स्थायी मजदूर अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल पर हैं। हड़ताल का समर्थन करते हुए व समान काम का समान वेतन देने की मांग पर ठेका कर्मी भी हड़ताल पर उतर आये है।
इससे यूसिल के सभी सात इकाईयों में काम पूरी तरह से ठप हो गया है। 3000 मैट्रिक टन यूरेनियम अयस्क की खुदाई ठप होने के साथ मिल में 2880 मैट्रिक टन यूरेनियम अयस्क की पिसाई भी ठप हो गयी है।
हड़ताल का आह्वान चार यूनियनों के संयुक्त मोर्चा यूरेनियम संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने किया है। पेंशन बेनिफिट, उत्पादन का लाभ व बकाया मुद्दा को लेकर विगत कई दिनों से वार्ता का दौर जारी था। इसे लेकर दो सितम्बर को गेट सभा में 20 तारीख से हड़ताल की घोषणा हुई थी।

सोमवार की वार्ता असफल होने के बाद हड़ताल
दरअसल मान्यता प्राप्त चारों यूनियन के प्रतिनिधि सोमवार को धनबाद मे डिपुटी चीफ लेबर कमिश्नर आनंद कुमार की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय वार्ता में शामिल हुए थे। यूसिल में मजदूरों को लाभांश समेत अन्य मुद्दों पर दिनभर चली वार्ता के बाद कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया।
इसके बाद यूनियन के सदस्यों ने एक स्वर में हड़ताल की घोषणा कर दी। बगजाता, जादूगोड़ा, भाटीन, नरवा पहाड़, तुरामडीह, बंधु हुदंग, आंध्रप्रदेश का तुमल्लापल्ली समेत सभी इकाई में हड़ताल की घोषणा की गई है।
यूरेनियम सयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मजदूर ने अपनी लंबित मांगों को लेकर मंगलवार से बेमियादी हड़ताल शुरू की है। यूरेनियम संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने कंपनी प्रबंधन से साफ कहा है कि जब तक हमारी मांगो पर सकारात्मक विचार नहीं किया जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
ज्ञात हो कि कंपनी में कुल आठ हज़ार स्थाई और अस्थाई मजदूरों काम करते हैं। जिसमें में लगभग 5000 स्थाई मज़दूरों है जिन्होंने हड़ताल शुरू की है। जिनके साथ अस्थाई मज़दूर भी हड़ताल पर चले गए हैं।

डेढ़ साल से लंबित हैं मजदूरों की मांग
मजदूरों की कई मांगे लगभग डेढ़ वर्षों से लंबित हैं। हड़ताल की संयुक्त रूप से अगुवाई यूसिल की चार मजदूर यूनियनों द्वारा किया जा रहा है इसमें सिंहभूम यूरेनियम मजदूर, यूरेनियम मजदूर संघ, जादूगोड़ा लेबर यूनियन और मुख्य यूरेनियम कामगार यूनियनों शामिल हैं।
इस मौके पर यूरेनियम संयुक्त संघर्ष मोर्चा के राजा राम सिंह, रमेश मांझी और बीएन बास्के ने कहा कि यूसिल अधिकारी को प्रोडक्टिवीटि लिंक एलाउंस का लाभांश हर साल दिया जाता है, जबकि मजदूरो को पहले फेस्टिवल लिंक एलाउंस के रूप में जो रकम दी जाती है उसे बाद में वेतन से काट लिया जाता है। यह भेदभाव अब नही चलेगी।
कहा कि यूसिल के इतिहास में जब तक हड़ताल नहीं होगी, तबतक मजदूरों को अपना हक नहीं मिलेगा। एकता के साथ सभी रहें, कोई भी ताकत हमारे लक्ष्य को पूरा करने से नहीं रोक सकती है।

अस्थाई मज़दूर भी गए हड़ताल पर
यूसिलकर्मियों की जारी हड़ताल का समर्थन करते हुए ठेका कर्मी हड़ताल पर उतर आये है। समान काम का समान वेतन देने की मांग को लेकर ठेका कर्मियों ने बुधवार को माटीगोड़ा में प्रदर्शन भी किया।
ठेकाकर्मी नेता बाघराय मार्डी ने कहा कि कंपनी प्रबंधन से समान काम का समान वेतन और प्रॉफिट शेयरिंग देने की मांग की जा रही है। इसको लेकर कंपनी के महाप्रबंधक एसके शर्मा समेत कंपनी के वरीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगा।
बाघराय मार्डी ने कहा कि यह घड़ी यूसिल ठेका कर्मियों के लिए परीक्षा की घड़ी है। कंपनी प्रबंधन ने नो वर्क नो पे का नोटिस लगा दिया है। उन्होंने कहा कि यूसिल में 75 प्रतिशत ठेका कर्मी हैं। ऐसे में उन्हें भी समान काम का समान वेतन लेने के हक बनता है। उनके ही मेहनत के बल पर कंपनी अधिकारी प्रॉफिट शेयरिंग का लाभांश ले रहे हैं, जिस पर ठेका मजदूरों का भी हक बनता है।
ऐसे में उनकी मांगे पूरी होने तक ठेका मजदूरों की भी हड़ताल जारी रहेगा।