नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन की बुरहानपुर ताप्ती मिल 29 माह से बंद, आंदोलन जारी

केंद्र सरकार द्वारा एनटीसी की मिलों को न तो कच्चा माल उपलब्ध हो रहा है, न ही उत्पादन शुरू करने के आदेश जारी हो रहे हैं। सभी यूनिट बंद हैं और हजारों श्रमिक बेरोजगार हैं।
बुरहानपुर। नेशनल टेक्सटाइल कॉर्पोरेशन (National Textile Corporation) की बुरहानपुर ताप्ती मिल ( Tapti mill Burhanpur) लगभग 29 माह से बंद है। कोरोना संक्रमण के समय से मिल में उत्पादन बंद होने के बाद मिल को दोबारा शुरू करने के लिए दिल्ली कपड़ा मंत्रालय (Ministry of Textiles) से अनुमति का इंतजार है।
मिल बंद होने से 900 से अधिक श्रमिक बेरोजगार होने के साथ ही करोड़ों का टर्नओवर प्रभावित हो रहा है। मिल चालू करने के लिए कार्यालय प्रबंधक की ओर से कई बार दिल्ली मुख्यालय में पत्र व्यवहार किया जा चुका है। लालबाग रोड स्थित ताप्ती मिल में हर साल लगभग 6175000 टन का सूत उत्पादन होता है। 85 से 95 करोड़ एक साल का टर्नओवर है। मिल बंद होने से टर्नओवर प्रभावित होने के साथ परिवहन भी थम गया।
बुरहानपुर की सूत मिल में विभिन्न क्वालिटयों का सूत तैयार होकर मालेगांव, भिलवाड़ा, इचलकरंजी, भिवंडी सहित अन्य राज्यों में सप्लाय होता है। कोरोना संक्रमण के बाद से मिल को दोबारा शुरू करने के लिए धरना प्रदर्शन आंदोलन करने के साथ पत्राचार करने के बाद भी इसका असर सरकार पर नहीं हो रहा है।
23 मार्च 2020 से मिल बंद है, स्टॉक में रखे कच्चे माल को खत्म करने के लिए लॉकडाउन के बाद करीब 29 दिन मिल शुरू हुई थी। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा एनटीसी की मिलों को कच्चा माल उपलब्ध नहीं कराने के साथ ही मिल में उत्पादन को दोबारा से शुरू करने के आदेश जारी नहीं किए गए। यही कारण है कि प्रदेश की पहली सबसे बड़ी सूत मिल में उत्पादन के सभी यूनिट बंद पड़े हुए हैं।
सरकारी मिले बंद होने से देश में सूत की डिमांड बढ़ गई है। यही कारण है कि निजी सूत मिलों को अधिक मुनाफा हो रहा है। जबकि सरकार की मिले मुनाफे के समय बंद पड़ी है। सरकारी मिले बंद होने के कारण बाजार में स्टॉक की कमी बताकर अधिक दाम बढ़ाए जा रहे है, जिससे इसका असर भाव पर हो रहा है।
देशभर में केंद्र सरकार की करीब 23 से अधिक सूत मिले है, लेकिन बुरहानपुर मिल टॉप 5 में शामिल हैं, भोपाल से अधिक यहां पर उत्पादन होता है। सरकार को भी अच्छा मुनाफा मिलता है। किसी समय बुरहानपुर ताप्ती मिल एशिया की नंबर वन मिल थी। लेकिन समय के साथ मिल में उत्पादन बंद होने से काफी नुकसान हो रहा है।
बुरहानपुर. नेपानगर न्यूज प्रिंट पेपर मिल्स के नवीनीकरण के उद्घाटन के लिए पहुंचे केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र पाण्डेय से महापौर माधुरी अतुल पटेल ने भेंट की। उन्हे नेशनल टेक्सटाईल कॉरपोरेशन द्वारा संचालित बुरहानपुर ताप्ती मिल को पुन: शुरू करने की मांग की। पटेल ने निवेदन किया कि बुरहानपुर ताप्ती मिल्स 1906 से संचालित है। मंत्री ने संबंधित मंत्रालय को अनुशंसा के साथ कार्यवाही के संबंध में पत्राचार के लिए आश्वस्त किया।
मिल में उत्पादन शुरू करने के लिए आदेश नहीं आए है, दिल्ली मुख्यालय से लगातार पत्राचार किया जा रहा है, मंत्रालय से ही अंतिम निर्णय होगा।
ताप्ती मिल को दोबारा शुरू करने के लिए प्रयास कर रहे है, धरना, आंदोलन करने के साथ कपड़ा मंत्रालय, सीएम के नाम ज्ञापन भी दिए।
पत्रिका से साभार