तिरुपति: नए लेबर कोड लागू करने की कवायद के बीच विरोध कर रहे मज़दूरों की गिरफ़्तारी

श्रम मंत्रियों के सम्मेलन के तहत प्रदेश सरकार द्वारा ट्रेड यूनियनों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर तिरुपति में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया, तीर्थ नगरी को पुलिस शहर में बदल दिया गया।

तिरुपति। मज़दूरों को अधिकारविहीन बनने वाली चार श्रम संहिताओं (लेबर कोड्स) को थोपने के लिए श्रम मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन को जहाँ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे, वहीं इसके ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे मज़दूरों और ट्रेड यूनियन कर्मियों को दोपहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

दरअसल, जबरिया लेबर कोड्स लागू करने के लिए श्रम मंत्रियों के सम्मेलन को को देखते हुए गुरुवार को राज्य के विभिन्न शहरों में कुल 9 विभिन्न ट्रेड यूनियनों द्वारा विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने ट्रेड यूनियनों द्वारा विरोध प्रदर्शन की तैयारियों को देखते हुए लगभग 2000 पुलिस बल को कल ही तिरुपति में बुला लिया था। तीर्थ शहर को पुलिस शहर में बदल दिया गया है। तिरुपति शहर में कोने कोने में पुलिस बल तैनात है।

प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तारियों में इंडियन फेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियंस (IFTU) की ओर प्रदर्शन कर रहे 55 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 35 महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार सभी प्रदर्शनकारियों को तिरुपति शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर राम चंद्र पुरम (आरसी पुरम) मंडल मुख्यालय ले जाया गया है।

प्रदर्शन में शामिल सीटू के सदस्यों का कहना है कि सरकार 44 श्रम कानूनों के स्थान पर अलोकतांत्रिक तरीके से चार लेबर कोड़ लागू करने की तैयारी कर रही है। वर्षों के संघर्षों से हासिल अनेक श्रमिक अधिकार इससे समाप्त किए गए हैं और इनको संकुचित किया गया है।

प्रदर्शन कर रहे गफूर (पूर्व विधायक और सीटू एपी जीएस); रवींद्र नाध (एटक एपी अध्यक्ष); एम प्रसाद (टीयूसीआई एपी जीएस); मधु, सीपीएम सीसीएम; पूर्व सांसद हरि कृष्ण, वेंकट रत्नम; वी.आर. ज्योति (आंगनवाड़ी यूनियन एपी जीएस); गंगा देवी (आशा यूनियन एपी लीडर); के. विजया कुमार (ऑटो यूनियन एपी ईसीएम); राजा गोपाल और मुनि कुमार (ऑटो यूनियन) (अस्पताल वर्कर्स यूनियन); रानी, ​​लक्ष्मी कला (आशा यूनियन चित्तूर जिला नेता); योगेश (आईएफटीयू डीसीएम); महेश (पीडीएसयू) आदि सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

गौरतलब है कि आज तिरुपति में नए लेबर कोड को लागू करने के सम्बन्ध में दो दिवसीय राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मलेन में सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्र के श्रम मंत्रियों और सचिवों ने हिस्सा लिया।

नई श्रम संहिताओं का मज़दूरों और मज़दूर यूनियनों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है इसके बावजूद मोदी सरकार इनको आनन फानन में लागू करना चाहती है।

वर्कर्स यूनिटी से साभार, संपादित

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