राजस्थान: काम चालू नहीं करने पर मनरेगा मजदूरों ने जताया आक्रोश, दिया ज्ञापन

मनरेगा के बंद पड़े काम तुरंत शुरू हों, बच्चो की छात्रवृत्ति व अन्य कल्याणकारी योजनाओं के रुके पैसे खातों में जमा हों, मानदेय बढ़ाकर 600 रुपए हो, 300 दिन काम की गारंटी करने आदि मांगें उठीं।

भादरा (राजस्थान)। 5 महीनों से बंद पड़े मनरेगा कार्यों को लेकर नेठराना में मनरेगा मजदूरों ने आज 24 अगस्त को रैली निकाल कर आक्रोश व्यक्त किया। मनरेगा मजदूर यूनियन की ओर से जिला कलेक्टर हनुमानगढ़ के नाम कनिष्ठ लिपिक ग्राम पंचायत नेठराना को ज्ञापन सौंपा गया तथा भादरा तहसील की दर्जनों ग्राम पंचायतों में लंबे समय से बंद पड़े मनरेगा कार्य पुनः चलाए जाने की मांग की गई।

ज्ञापन में कहा गया कि जिले की बहुत सी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के काम बंद पड़े हैं, जिससे गरीब मजदूर वर्ग के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। इस के साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का भी आम जन को लाभ नहीं मिल पा रहा है। 90 दिन की हाजरी नहीं होने के कारण बहुत से मनरेगा मजदूरों के बच्चो की छात्रावृति नहीं मिल पा रही,  लड़कियों की शादी में मिलने वाली सहायता राशि व इस तरह की अन्य योजनाओं के लाभ से गरीब मजदूर वर्ग वंचित हो रहा है।

यूनियन ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि मनरेगा के बंद पड़े काम को तुरंत प्रभाव से शुरू करवाया जाए, बच्चो की छात्रवृत्ति व साथ ही अन्य कल्याणकारी योजनाओं के रुके हुए पैसे जल्द से जल्द हिताधिकारी के खातों में जमा करवाए जाएं, मनरेगा मजदूरों का मानदेय बढ़ाकर 600 रुपए किया जाए व भुगतान समय पर करवाया जाए, मनरेगा में काम 100 दिन से बढ़ाकर 300 दिन की गारंटी की जाए।

काम नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता दिया जाए, मनरेगा में भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्यवाही की जाए, वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन बढ़ाकर 3000 रुपए महीना किया जाए व रुकी हुई वृद्धावस्था पेंशन बुजुर्गों के खातों में जल्द जमा करवाई जाएं।

प्रदर्शन का नेतृत्व मनरेगा मजदूर यूनियन हनुमानगढ़, इकाई नेठराना, ग्राम पंचायत नेठराना, तहसील भादरा, जिला हनुमानगढ़ ने किया, जिसमें भारी संख्या में मानरेगा मजदूर उपस्थित रहे।

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