पटना में अग्निपथ योजना के खिलाफ “जय जवान जय किसान सम्मेलन” आयोजित

सम्मेलन में जवान विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी, राष्ट्र विरोधी अग्निपथ योजना को रद्द करने और सेना में नियमित भर्ती शुरू करने की मांग जोरदार स्वरों में उठी।

12 अगस्त। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देश में 7 से 14 अगस्त, 2022 के बीच जय जवान जय किसान सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसी सिलसिले में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बिहार इकाई के तत्वावधान में 12 अगस्त को गांधी संग्रहालय, पटना में केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ “जय जवान जय किसान सम्मेलन” का आयोजन किया गया। शु

रुआत में आयोजक संगठन की ओर से साथी विनोद कुमार ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया और सम्मेलन के संचालन के लिए 5 सदस्यीय अध्यक्ष मंडल का प्रस्ताव किया। अध्यक्ष मंडल में अ.भा. किसान महासभा के राज्य सहसचिव उमेश सिंह, बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष अवधेश कुमार, अ.भा. खेत मजदूर किसान सभा के नेता नन्दकिशोर सिंह, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के नेता वी.वी. सिंह एवं जय किसान आन्दोलन के नेता ऋषि आनंद शामिल थे। अ.भा. किसान संघर्ष समन्वय समिति, बिहार की ओर से आलेख को बिहार राज्य किसान सभा के साथी विनोद कुमार ने प्रस्तुत किया।

सम्मेलन को सम्बोधित करनेवाले प्रमुख नेताओं में अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह, अ.भा.किसान खेत मजदूर संगठन के नेता मणिकांत पाठक, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के नेता वी.वी. सिंह, अ.भा.खेत मजदूर किसान सभा के नेता अरविन्द सिन्हा, किसान मजदूर नौजवान मोर्चा के नेता कल्लू सिंह, बिहार राज्य भूतपूर्व सैनिक संघ के पूर्व अध्यक्ष सेवानिवृत्त कैप्टन सर्वोदय शर्मा, एन.ए.पी.एम. के नेता महेन्द्र यादव, प्रगतिशील किसान संघ के नेता बालगोविंद सिंह, बिहार किसान समिति के नेता पुकार, जल्ला किसान संघर्ष समिति के नेता शंभुनाथ मेहता, नागरिक अधिकार रक्षा मंच के नेता संजय श्याम, जय किसान आन्दोलन के नेता ऋषि आनन्द, किसान संघर्ष मंच के नेता मनोज कुमार, जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के प्रांतीय संयोजक मणिलाल, मेगा औद्योगिक पार्क विस्थापन संघर्ष मोर्चा के गोपाल शर्मा, इफ्टू सर्वहारा के नेता मंटू, भारतीय किसान यूनियन के नेता हेमंत पटेल, सीआईटीयू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, खेतिहर मजदूर यूनियन के प्रांतीय महासचिव भोला प्रसाद दिवाकर, बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ के नेता प्रभुराज नारायण राव, आईसा के नेता दिव्यम, एआईडीएसओ के नेता निकोलाई शर्मा, आदि उल्लेखनीय हैं।

“जय जवान जय किसान सम्मेलन” में एक स्वर से वक्ताओं ने जवान विरोधी, किसान विरोधी, युवा विरोधी, राष्ट्र विरोधी अग्निपथ योजना को रद्द करने की मांग की। इसके साथ ही सेना में नियमित भर्ती शुरू करने की मांग जोरदार स्वरों में उठायी गई। इसके अलावे सम्मेलन में प्रस्तुत आलेख में सेना में लम्बित रिक्तियों को अविलंब भरने, रक्षा क्षेत्र में कोई निजीकरण नहीं करने और अग्निपथ योजना विरोधी स्वत:स्फूर्त आन्दोलन में प्रदर्शनकारियों एवं आन्दोलनकारियों पर लादे गये सभी मुकदमों को वापस लेने तथा गिरफ्तार युवाओं को तत्काल रिहा करने की मांग की गई है। इसका भी सम्मेलन ने तहेदिल से समर्थन किया। सम्मेलन के अंत में आलेख और मुख्य मांगों को पारित करने का प्रस्ताव साथी नन्दकिशोर सिंह ने किया जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। साथी अवधेश कुमार के अध्यक्षीय भाषण के बाद सम्मेलन के समापन की घोषणा की गई।

सम्मेलन के बाद अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, बिहार से जुड़े और सम्मेलन में शामिल कार्यकर्ताओं ने गांधी संग्रहालय, पटना के गेट पर विद्युत विधेयक, 2022 की प्रति जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया।

समता मार्ग से साभार

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