ओला में 1000 कर्मचारियों की छँटनी की तैयारी; इलेक्ट्रिक स्कूटर प्लांट 1 सप्ताह के लिए बंद
ओला ने प्रमुख मैनेजरों से अपनी टीम के उन लोगों की लिस्ट बनाने के लिए कहा है, जिनकी छंटनी की जा सकती है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों से खुद से इस्तीफा देने के लिए भी कहा है।
टैक्सी प्रदाता के साथ इलेक्ट्रिक स्कूटर उत्पादन में उतरी स्टार्टअप कंपनी ओला जल्द ही लगभग 1000 कर्मचारियों की छँटनी करने वाली है। इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकालने के पीछे ओला का तर्क है कि वह अपने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कारोबार को बढ़ाने के लिए खर्च में कटौती के लिए यह छँटनी कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और ओला की यूज्ड कार ऑपरेशंस के वर्टीकल से कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन प्लांट कृष्णागिरी, तमिलनाडु में शुरू होने पर 10 हजार लोगों को रोजगार देने का शोर मचाया था, जिसमे भारी संख्या महिलाओं की होने का दावा था।
पिछले साल कंपनी के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने दावा किया था कि तमिलनाडु के ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर प्लांट का संचालन सिर्फ महिलाएं करेंगी। इसके लिए प्लांट में 10 हजार से ज्यादा महिलाओं को नियुक्त किया जाएगा। लेकिन एक साल में ही छँटनी की तैयारी हो गई।
दूसरी तरफ ओला ने अपने स्कूटर कारखाने में रोबोटिक्स और स्वचालन तकनीक (आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस) के उपयोग के लिये वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी एबीबी के साथ भागीदारी की थी। यानी मानव श्रम का स्थान रोबोट ले चुका है।
एक हजार श्रमिकों की होगी छुट्टी
कंपनी में भर्तियां देखने वाली इंटरनल एजेंसी का कहना है कि जल्द बड़ी छंटनी होने वाली है। कंपनी के एक सूत्र के मुताबिक ओला 500 कर्मचारियों की छंटनी कर सकता है ना कि हजार कर्मचारियों की।
इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह 400-500 कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है, लेकिन अब कंपनी से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि यह संख्या 1 हजार तक जा सकती है। कंपनी का पूरा जोर अभी खर्चों में कटौती पर है।
कंपनी ने प्रमुख मैनेजरों से अपनी टीम के उन लोगों की लिस्ट बनाने के लिए कहा है, जिनकी छंटनी की जा सकती है। सॉफ्टबैंक समर्थित कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को हाल ही में टीम के सदस्यों की पहचान करने का काम सौंपा गया था, जिन्हें प्रदर्शन के आधार पर छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
कर्मचारियों के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और ओला की यूज्ड कार ऑपरेशंस जैसे वर्टिकल को छंटनी की प्रक्रिया में शामिल किया गया है।
कर्मचारियों से माँगा जा रहा है इस्तीफा
मिडिया सूत्रों के मुताबिक ओला ने अपने कर्मचारियों से खुद से इस्तीफा देने के लिए कहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, कंपनी कई ऐसे कर्मचारियों की मूल्यांकन प्रक्रिया में देरी कर रही है, जिन्हें कंपनी बर्खास्त करना चाहती है, ताकि वे खुद इस्तीफा दें।
प्लाट में एक हफ्ते के लिए उत्पादन रुका
ओला इलेक्ट्रिक ने अपने कृष्णागिरी, तमिलनाडु प्लाट में एक हफ्ते के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटरों का उत्पादन रोक दिया है। हालांकि कंपनी ये हवाला दे रही है कि वो वार्षिक मेन्टेन्स और नई मशीनों की स्थापना करने के लिए इस प्लांट को एक हफ्ते के लिए बंद किया है।
जबकि पिछले अक्टूबर महीने में ओला ने अपने प्लाट में उत्पादन शुरू किया, जिसे ही कंपनी फ्यूचर फैक्ट्री कहती है। उत्पादन शुरू हुए लगभग आठ महिने में ही फैक्ट्री को मेंटेन के लिए बंद करना भी कई गंभीर सवाल पैदा करता है।
ओला इलेक्ट्रिक में आग लगाने की घटनाएं बढ़ीं
ज्ञात हो कि ओला इलेक्ट्रानिक स्कूटर की बैट्री में आग लगाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब ओला इलेक्ट्रिक ने भारत में स्थानीय स्तर पर बैटरी सेल बनाने के लिए पीएलआई योजना के तहत भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एक समझौते पर 28 जुलाई को हस्ताक्षर किया है।
दरअसल कंपनी के प्री-लॉन्च मार्केटिंग से लगभग 150,000 बुकिंग एडवांस पेमेंट के साथ ही हो गई थी। कंपनी ने इसकी डिलीवरी भी शुरु कर दी थी। मगर दिसंबर से ही इसके स्कूटर में आग लगने की खबर तेजी से सामने आ रही थी, इसके काऱण कंपनी की काफी आलोचना भी हुई इसके बाद कुछ लोगों ने अपने स्कूटर की प्री बुकिंग कैसेल भी कर दी।
ओला ने कई कंपनियां की बंद
पिछले महीने, ओला ने अपने पुराने वाहन व्यवसाय ओला कारों के साथ-साथ ओला डैश, अपने त्वरित-वाणिज्य व्यवसाय को बंद कर दिया। कंपनी ने लॉन्च के एक साल के भीतर ओला कारों को बंद कर दिया। ओला ने अब तक ओला कैफे, फूड पांडा, ओला फूड्स और अब ओला डैश को बंद कर दिया है।