राजस्थान: बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति ने विधायक से जन समस्यों से संबंधित पूछे सवाल

आम जनता के कटे कनेक्शन जोड़ने, पुलिस दमन आदि पर आक्रोश के साथ पेयजल, सड़क, फसल बीमा क्लेम नरेगा में पूरा काम और पूरा दाम आदि की मांग उठाई।

नेठराना, हनुमानगढ़ (राजस्थान)। बिजली उपभोक्ता संघर्ष समिति द्वारा आज 3 जुलाई को नेठराना में जन आक्रोश प्रदर्शन हुआ। इस दौरान भादरा विधायक के नेठराना आने पर आम जनता के कटे कनेक्शन जोड़ने, पुलिस दमन आदि के बारे में सवाल पूछे।

सभा में सैंकड़ों ग्रामीणों महिलाओं ने भाग लिया। इसके साथ इलाके की आम जनता ने अपनी अन्य समस्या जैसे पेयजल, सड़क, फसल बीमा क्लेम नरेगा में पूरा काम और पूरा दाम की मांग की।

सभा में रामगढ़, परलीका, भरवाना, खचवाना, करनपुरा, मुंसरी सरदरगढिया आदि गांवों के लोग शामिल हुए।

संघर्ष समिति द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि आंदोलन को अलग अलग गांवों तक पहुंचाने के लिए गांव गांव, ढाणी ढाणी पदयात्रा की शुरुआत करने के प्रस्ताव पर संघर्ष समिति की एक कमेटी बना कर विचार किया जा रहा है।

जल्द ही आंदोलन को और तीखा रूप देने पर विचार चल रहा है जिसमे अलग अलग जन संगठनों ने साथ मिलकर आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए समर्थन दिया है।

आंदोलन की मुख्य मांगे

1. कोरोना महामारी के काल के सभी उपभोक्ताओं के बिजली बिलों को तुरंत प्रभाव से माफ किया जाए व काटे गए कनेक्शन पुन: बहाल किए जाएं और बिजली विभाग द्वारा आंदोलनकारी गांव में दिन में बिजली कटौती पर रोक लगाओ।

2. स्थाई सेवा शुल्क, फ्यूल सरचार्ज, व अन्य शुल्कों के रूप में वसूली जा रही राशि को तत्काल बंद किया जाए व बढ़ी हुई बिजली दरें कम की जाए।

3. बिजली बिलों में भारी अनियमितताओं को तुरंत प्रभाव से ठीक किया जाए। खराब और तेज गति से चलने वाले बिजली मीटरों को बदला जाए ऐसे घटिया मीटर बनाने वाली कंपनीयों का टेंडर निरस्त किया जाए। पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए उपभोक्ता प्रतिनिधियों के भागीदारी सहित विशेष कमिटी गठन किया जाये।

4. राजस्थान में प्रत्येक परिवार को हर माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाए।

5. बिजली विभाग और प्राइवेट कंपनियों की तानाशाही, लूट और घोटालों पर तुरंत रोक लगायी जाये।

6. बिजली (संशोधन) अधिनियम 2020 को खारिज करवाया जाए व पब्लिक प्राइवेट पार्टरशिप के नाम पर निजीकरण पर रोक लगाई जाए।

7. आंदोलनरत ग्रामीणों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं।

इसके साथ आज निम्न मांगो को जोर शोर से उठाई जा रही है। जमाल से गोगामेड़ी डबल रोड़, अलग-अलग गांवो में खराब स्वास्थ्य सुविधा, गांवों में वॉटर वर्कस का निर्माण, अत्याधुनिक खेल मैदान, मनरेगा मजदूरों  को समय पर काम उपलब्ध कवाना और पूरा वेतन की समस्या, पेयजल और  नहरी में पूरे पानी की व्यवस्था  की जाए। पानी चोरी पर अंकुश लगाया जाए, किसानों का लंबे समय से बकाया फसल बीमा तुरंत दिलवाया जाए।

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