धनबाद: नियोजन की मांग को लेकर मजदूरों ने ट्रांसपोर्टिंग किया ठप

कहा- नियोजन को लेकर बीसीसीएल समझौते से मुकरा, 4 माह से मज़दूरों का धरना जारी। कहा कार्यबहाली नहीं हुई तो पूरी परियोजना का काम बंद कर दिया जाएगा।

Nirsa: निरसा बीसीसीएल एरिया 12 की दहीबाड़ी परियोजना में पुराने मजदूरों को नये आउटसोर्सिंग में नियोजन की मांग को लेकर मासस के बैनर तले मजदूरों ने ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दी और अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए. बताते चलें कि दहीबाड़ी परियोजना में पहले आउट सोर्सिंग की सदभाव कंपनी कार्यरत थी. कंपनी में सैकड़ों स्थानीय लोग काम कर रहे थे. कंपनी समय से पहले बोरिया बिस्तर समेटकर चली गई. हालांकि स्थानीय मजदूरों ने जमकर विरोध किया. आक्रोश को देखते हुए बीसीसीएल प्रबंधन ने मजदूरों के साथ एकरारनामा किया कि नई कंपनी में उन्हें समायोजित कर लिया जाएगा. इसी वर्ष हनुमंत नामक कंपनी को यहां से कोयला उत्पादन का ठेका मिला है. स्थानीय मजदूरों को आस थी कि नई कंपनी में उन्हें नौकरी मिल जाएगी, परंतु ऐसा नहीं हुआ. खुद को छला महसूस करते हुए आखिरकार मजदूरों ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया.

आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मासस नेता सह जिप सदस्य बादल बाउरी ने बताया कि पुराने मजदूरों को नयी आउटसोर्सिंग कंपनी में नियोजन को लेकर बीसीसीएल के साथ पहले ही एकरारनामा हो चुका है. अब प्रबंधन एकरारनामा को नजरअंदाज करते हुए नई कंपनी में नियोजन को लेकर टालमटोल कर रही है. विवश होकर ट्रांसपोर्टिंग ठप की गई है.

अभय सिंह ने बताया कि विगत 4 माह से मजदूर यहां नियोजन की मांग को लेकर धरना पर बैठे हुए हैं.  परंतु प्रबंधन मौन है. बाध्य होकर ट्रांसपोर्टिंग ठप की गई है. फिर भी अगर मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो पूरी परियोजना का काम बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी. अपना हक और अधिकार को लेकर ही दम लेंगे. उन्हें जो भी कुर्बानी देनी पड़े पीछे नहीं हटेंगे.

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