एएलसी का घेराव: उलझाओ मत, कोर्ट के आदेश के तहत माइक्रोमैक्स मज़दूरों की कार्यबहाली कराओ!

श्रमिकों ने कहा कि श्रम अधिकारी भगवती प्रबंधन को किसी न किसी तरीके से लाभ पहुंचाने और मामले को विवादित बनाए रखने के लिहाज से बेतुकी नोटिस जारी कर रहे हैं।

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। भगवती प्रोडक्ट लि. माइक्रोमैक्स के गैरकानूनी छँटनी के शिकार श्रमिकों ने श्रम भवन पर अवार्ड परिपालन और सहायक श्रम आयुक्त द्वारा मामले को उलझाने के खिलाफ घेराव किया। घेराव के बाद एएलसी ने तत्काल कार्यवाही का भरोसा दिया।

एएलसी द्वारा श्रमिकों के हस्ताक्षर और प्रतिनिधियों की वैधता संबंधी नोटिस पर कहा कि बेहद क्षोभपूर्ण व आपत्तिजनक है क्योंकि श्रम अधिकारियों द्वारा सेवायोजक को किसी न किसी तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए मामले को विवादित बनाए रखने के लिहाज से ऐसी नोटिस जारी की गई है।

श्रमिकों ने क्षोभ प्रकट करते हुए कहा कि इससे पूर्व भी एएलसी महोदय ने ऐसे ही समस्त श्रमिकों वेरिफिकेशन का निर्देश जारी किया था और समस्त श्रमिकों की वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में 3 महीने से ज्यादा का समय बेवजह चला गया था। सारा वेरिफिकेशन हो जाने के बाद अब फिर से यह नोटिस जारी करना गलत और विधि विरुद्ध है।

कहा कि श्रमिक पक्ष द्वारा अधिकृत श्रमिक प्रतिनिधियों के अधिकार पत्र कई बार दाखिल किए जा चुके हैं। पुनः इसकी मांगने का कोई औचित्य नहीं है। यह स्पष्ट है कि श्रम अधिकारियों द्वारा सेवायोजक की इच्छा अनुसार मामले को विलंबित करने की यह एक और कोशिश है।

श्रमिकों ने 303 श्रमिकों की छँटनी को अवैध घोषित करने के माननीय औद्योगिक न्यायाधिकरण के अवार्ड और उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के तत्काल अनुपालन की माँग की। इस क्रम में श्रमिकों की कार्यबहाली सुनिश्चित कराने और देय बकाए वेतन भुगतान हेतु अग्रिम कार्यवाही जल्द से जल्द कराने के लिए आवाज़ बुलंद की।

श्रमिकों के रोष को देखते हुए एएलसी ने श्रमिकों के हस्ताक्षर कि जांच और प्रतिनिधित्व की बात किनारे कर दी और आदेश के परिपालन में बकाया वेतन की आरसी काटने और कार्यबहाली हेतु तत्काल पहल लेने का आश्वासन दिया।

सहायक श्रय आयुक्त उधम सिंह नगर का घेराव करने वाले श्रमिकों में हरिप्रिया, धरंम पाल, दीपक सनवाल, नंदन सिंह, ठाकुर सिंह, मनोज पांडे, पूरन बिष्ट, संत कुमार, राज कुमार, पवन कुमार, हेमंत चुफाल, खष्टी भट, प्रकाश, मनोज, राजेंद्र सिह रावत आदि शामिल रहें।

बाद में श्रमिकों ने श्रम भवन रुद्रपुर में सभा की और श्रमिक हित में संघर्ष जारी करने की बात की।  साथ ही दिनांक 28/06/2022 को किच्छा में होने वाली मज़दूर-किसान महापंचायत में भागीदारी करने और श्रमिक हित और श्रमिकों की कार्यबहाली के लिए संघर्ष जारी रखने की घोषणा की।

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