दक्षिण अफ्रीका से फरार, दुबई में गिरफ्तार गुप्ता भाइयों का भाजपा नेताओं से करीबी

तमाम घोटालों के आरोपी गुप्ता बंधुओं के पुत्र की शादी उत्तराखंड के औली में त्रिवेंद्र रावत की भाजपा सरकार की कृपा से शाही बन गया था। तो 2021 में भोपाल में निवेश को लेकर बात हुई थी।

भारत के सहारनपुर (उत्तरप्रदेश) के मूल निवासी गुप्ता भाइयों को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया। वे दक्षिण अफ्रीका से 15 बिलियन रैंड्स (अफ्रीकी मुद्रा) के घोटाले के बाद फरार होकर यूएई में थे।

लगभग चार साल से फरार गुप्ता भाईयों को उस समय पकड़ा गया जब यूएई सहित 15 तेल उत्पादक इस्लामी देशों ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवाद पर भारत के खिलाफ विरोध दर्ज़ कराया है। भाजपा नेताओं के अत्यंत करीबी राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता पर अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के शासन काल में करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप है।

भगोड़े भाइयों की दुबई में गिरफ़्तारी

गुप्ता परिवार के दो भाइयों राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता को संयुक्त अरब अमीरात में गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि अभी तीसरे भाई अजय गुप्ता के बारे में जानकारी साफ नहीं है।

दक्षिण अफ्रीका के न्याय मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘न्याय और सुधार सेवा मंत्रालय पुष्टि करता है कि उसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कानून प्रवर्तन अधिकारियों से सूचना मिली है कि भगोड़े राजेश और अतुल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।’

बयान में कहा गया, ‘यूएई और दक्षिण अफ्रीका में विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच बातचीत जारी है। दक्षिण अफ्रीकी सरकार यूएई के साथ सहयोग करना जारी रखेगी।’

भाजपा सरकार की सरपरस्ती; गुप्ता बेटों की आलीशान शादी

ये वही परिवार है जिसने वर्ष 2019 में उत्तराखंड के औली में अपने पुत्र का विवाह किया था, जिसमें लगभग 200 करोड़ रुपए खर्च हुए थे और तत्कालीन त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सहयोग ने इसे शाही शादी बना दिया था।

जून 2019 में त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने गुप्ता बंधुओं के बेटे की आलीशान शादी करवाने के लिए उच्च न्यायालय में हलफनामा देकर औली के बुग्याल होने से ही इंकार कर दिया था।

गुप्ता ब्रदर्स की इस शाही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, योगगुरु बाबा रामदेव, अभिनेत्री कटरीना कैफ, एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला और टीवी की नाग‍िन के नाम से मशहूर सुरभ‍ि ज्योत‍ि समेत कई वीआईपी मेहमान शामिल हुए थे।

शादी के बाद फैली गंदगी को लेकर बहुत हंगामा हुआ था। गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी में औली को गंदगी से इतना पाट दिया गया था कि जोशीमठ पालिका को इसे साफ करने में 8 दिन लगे थे।

यही नहीं भ्रष्टाचार के जीरो टोलारेंस का दंभ भरने वाली त्रिवेंद्र रावत सरकार मे इन भाईयों को वाई श्रेणी सुरक्षा भी दी थी। अप्रैल 2021 में जब ये भोपाल आए तो कई राजनेताओं से मुलाकात की थी।

कौन हैं ये गुप्ता बंधु और उनके कारनामे?

अजय, अतुल और राजेश गुप्ता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं। दक्षिण अफ्रीका में श्वेत शासन समाप्त होते ही 1993 में बारी-बारी से तीनों भाई दक्षिण अफ्रीका चले गए। वहाँ इन्होंने व्यापार शुरू किया। गुप्ता परिवार कंप्यूटिंग, खनन, विमानन, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और मीडिया समेत कई क्षेत्रों में अपने पांव जमा लिए।

व्यापार के साथ धीरे-धीरे इन्होंने ऐसा कारनामा किया कि पूरे दक्षिण अफ्रीका के संसाधनों पर ही कब्जा यानी “स्टेट कैप्चर” कर लिया। जैकब जुमा के साथ गुप्ता बंधुओं के भ्रष्ट गठबंधन को लोगों ने वहाँ- जुप्तास- नाम दिया।

दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन राष्ट्रपति जैकब जुमा से बेहतरीन संबंध बना कर, इन्होंने दक्षिण अफ्रीका में लूट-भ्रष्टाचार के कीर्तिमान ही नहीं बनाये, बल्कि सरकार और उसके मंत्रियों को भी अपने ग्रिप में ले लिया।

साल 2018 में इन तीनों भाइयों को इनके साउथ अफ्रीका के घर से गिरफ्तार कर लिया गया था, तब जैकब जुमा पर इस्तीफा देने का भी दबाव था।

गुप्ता भाइयों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप

गुप्ता भाइयों पर करोड़ों के घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में दक्षिण अफ्रीका में मुकदमा चल रहा है। पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से गठबंधन के साथ इन पर कई घोटालों के आरोप है। उन्होंने सरकारी खजाने से भ्रष्ट तरीकों से 500 बिलियन रैंड (लगभग 37 बिलियन डॉलर हड़प लिए।

गुप्ता भाइयों पर दक्षिण अफ्रीका की सरकारी कंपनियों से डील करने में भ्रष्टाचार का आरोप है। दक्षिण अफ्रीका के वॉचडॉग ने अक्टूबर 2016 में एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था सरकारी क्षेत्र की एक बिजली कंपनी ने गुप्ता की कंपनी को आसान शर्तों पर एक बड़ा ठेका दिया।

इन पर एस्टिना डेयरी फॉर्म प्रोजेक्ट से जुड़ी धांधली का आरोप है ये प्रोजेक्ट फेल हो गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट को गरीब अश्वेत किसानों की मदद के लिए चलाया गया था। आरोप है कि गुप्ता परिवार ने इस डेयरी से लाखों डॉलर की कमाई की।

2016 में दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं द्वारा दक्षिण अफ्रीका में की गयी लूट का खुलासा होने लगा तो वे वहाँ से फरार हो कर दुबई आ गए। 2018 में गुप्ताओं के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के चलते जैकब जुमा को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा और उनको जेल भेज दिया गया।

इन घोटालों में बैंक ऑफ़ बड़ौदा का नाम भी आया था। पता चला था कि जब दक्षिण अफ्रीका में उनके बैंक खाते खोले जाने बंद हो गए थे, तब बैंक ऑफ बड़ौदा ने उनकी मदद की थी। हालांकि, बाद में बैंक ऑफ बड़ौदा ने दक्षिण अफ्रीका में अपना कामकाज बंद कर दिया था।

इसने 2010 में ‘द न्यूज एज’ नाम से जुमा समर्थक अखबार और 2013 में एएनएन7 नामक न्यूज चैनल शुरू किया। गुप्ता परिवार का रसूख इस कदर बढ़ गया था कि 2009 में जुमा के राष्ट्रपति बनने से पहले ही उनके सत्ताधारी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस में करीबी दोस्त बन गए थे।

फ़्राड के रथ पर सवार हो बना अकूत संपत्ती का मालिक

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में अतुल गुप्ता की कुल दौलत करीब 78 करोड़ यूएस डॉलर के करीब थी। इतनी दौलत के साथ वह दक्षिण अफ्रीका के 16वें सबसे अमीर शख्स थे।

तीनों भाईयों के बैंक खाते अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब तक में हैं और जिनसे अरबों रुपये की लेन देन के साथ करोड़ों रुपयों का अवैध लेनदेन भी किया गया था। यहां तक कि पैसों के दम पर गुप्ता फैमिली ने सरकार में कुछ भर्तिंयां करवाईं और कुछ लोगों को मंत्री पद देने की भी डील हुई।

भगोड़े भाई: दुबई में ठिकाना, भारत में भ्रमण

गुप्ता बंधुओं पर सरकारी जांच का शिकंजा कसता चला गया। साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता परिवार के कई ठिकानों पर पुलिस ने छापा डाला। पैसों की दम पर सुर्खियों में रहने वाले गुप्ता बंधु काफी दिनों से भागे-भागे फिर रहे थे।

शिकंजा कसता देख तीनों भाई दुबई भाग लिए थे और तब से वहीं रह रहे थे। अब दो भाइयों को यूएई में ही गिरफ्तार कर लिया गया है।

दक्षिण अफ्रीका से फरार गुप्ता बंधुओं के बारे में यह जानकारी भी सामने आ रही है कि अप्रैल 2021 में ये भोपाल आए थे। यहां पर गुप्ता बंधुओं ने कुछ राजनेताओं से मुलाकात की थी। साथ ही निवेश को लेकर बात की थी। गुप्ता बंधुओं की यह मुलाकात काफी गोपनीय थी। वर्ष 2019 में तत्कालीन त्रिवेंद्र रावत सरकार के सहयोग से उत्तराखंड के औली में आलीशान शादी जगजाहिर है।

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