रुद्रपुर: 24 मई को मज़दूर-किसान सत्याग्रह के तहत सामूहिक भूख हड़ताल एवं कलेक्ट्रेट तक मार्च

क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा के जन्म दिवस पर इन्टरार्क मज़दूरों के धरना स्थल पर सामूहिक भूख हड़ताल व दिन में 3 बजे से जिलाधिकारी कार्यालय तक व्यापक मार्च निकलेगा।

24 मई 2022 को क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा के जन्म दिवस के अवसर पर विभिन्न मजदूर यूनियनों, संयुक्त किसान मोर्चा और श्रमिक संयुक्त मोर्चा द्वारा आयोजित मजदूर किसान सत्याग्रह के तहत आयोजित सामूहिक भूख हड़ताल एवं कलेक्ट्रेट रुद्रपुर मार्च कार्यक्रम में भागीदारी कराने के लिए मजदूरों ने अभियान चलाकर लोगों से अपील की।

ज्ञात हो कि गैर क़ानूनी तालाबंदी, अवैध बर्खास्तगी व निलंबन तथा शोषण-दमन के खिलाफ मजदूर 282 दिनों से लगातार कंपनी के दोनों प्लांटों के निकट धरना दे रहे हैं। मजदूरों के समर्थन में अन्य संगठन के साथी अपनी अहम भूमिका में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं। धरना स्थल पर लंगर भी चल रहा है।

श्रमिक संयुक्त मोर्चा ने की अपील

उधम सिंह नगर के समस्त ट्रेड यूनियन व संगठन के साथियों को सूचित किया जाता है सिडकुल में चल रही श्रमिकों की समस्याओं के समाधान हेतु 24 मई 2022 को प्रातः 11 से 3 बजे तक इन्टरार्क मजदूर संगठन के धरना स्थल पर सामूहिक भूख हड़ताल होगी। इसके पश्चात दिन में 3 बजे से एक महारैली जिलाधिकारी कार्यालय तक जाएगी।

मोर्चा ने बयान जारी कर कहा कि ट्रेड यूनियन व संगठन के सभी साथियों से अनुरोध है कि महारैली को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी कर किसानों, मजदूरों व मेहनतकश की एकता को बुलंद करें।

हाईकोर्ट के आदेश का भी पालन नहीं करा रहा प्रशासन

इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल पंतनगर के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने बताया कि जहां पर शासन प्रशासन का ढुलमुल रवैया बरकरार है। हाई कोर्ट नैनीताल के आदेश दिनांक 01/04/2022 में 6 सप्ताह के भीतर इंटरार्क कंपनी की तालाबंदी पर उत्तराखंड शासन कानूनी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।

परन्तु 12 मई को उक्त समय सीमा बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड शासन और प्रशासन का ढुलमुल रवैया मजदूर विरोधी कंपनी मालिक के मंसूबों को बल दे रहा है। शासन प्रशासन का यह रवैया यह प्रदर्शित करता है कि वह मजदूरों के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। जो कि बहुत ही चिंता का विषय है। इससे मजदूरों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल किच्छा के अध्यक्ष राकेश ने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने किच्छा प्लांट से लगभग 40 मजदूरों को द्वेश भावना के अंतर्गत झूठे एवं निराधार आरोप लगाकर निलंबित कर दिया है। लेकिन श्रम अधिकारी की तरफ से कंपनी को एक पत्र तक जारी नहीं किया गया यह भी गंभीर विषय है। इससे मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है।

प्रचार व सहयोग-समर्थन अभियान जोरों पर

इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल पंतनगर के महामंत्री सौरभ ने बताया कि 24 मई को इंटरार्क मजदूरों के धरनास्थल निकट पारले चौक सिडकुल पंतनगर में दिन में 11 बजे से आयोजित मजदूर किसान सत्याग्रह कार्यक्रम में आम जन एवं न्याय प्रिय जनता का सहयोग पाने के लिए एवं आंदोलन को नई दिशा देने के लिए प्रचार प्रसार एवं सहयोग अभियान चलाया जा रहा है। जहां पर किसान साथियो, व्यापारी भाइयों एवं मजदूर साथियों, सामाजिक साथियों के बीच में मजदूरों ने अपनी बातें रखी। और मजदूर उत्पीड़न के विरोध में चल रहे आंदोलन के बारे में विस्तृत रूप से बताया व सहयोग एवं समर्थन की अपील की।

इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल किच्छा के महामंत्री पान मोहम्मद ने कहा कि अभियान के दौरान लोगों का कहना है कि मजदूरों के उत्पीड़न शोषण को खत्म करने के लिए जो लड़ाई लड़ी जा रही है, हम उसमें पूरा सहयोग करेंगे। इस अभियान के अंतर्गत सहयोग में क्षेत्र की महिलाओं ने मदद के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की। विभिन्न क्षेत्रों में चलाये गये उक्त अभियान में बड़ी मात्रा में रशद सामग्री और आर्थिक सहयोग प्राप्त हो रहा है।

इन्टरार्क मजदूर संगठन सिडकुल पंतनगर एवं किच्छा की ओर से सभी सहयोगी संगठनों का एवं साथियों का विशेष तौर से मातृशक्ति का आभार व्यक्त किया गया और कहा गया कि हम आपके इस सहयोग को हमेशा याद रखेंगे और वक्त आने पर हम भी अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।

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