निलंबित पदाधिकारियों की बहाली कर्मचारियों के संघर्ष की जीत है -हरियाणा कर्मचारी महासंघ

महासंघ ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ व यूनियन न्याय व उचित मांगों के लेकर जो लड़ाई लड़ रहे थे उसमें उनको जीत हासिल हुई है।

जींद। हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन के निलंबित किए गए पदाधिकारियों को बहाल किए जाने का हरियाणा कर्मचारी महासंघ व उससे संबंधित विभागीय यूनियनों के पदाधिकारियों ने स्वागत किया है और इसे कर्मचारियों के संघर्ष की जीत बताया है।

हरियाणा कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेश मुख्य संगठन सचिव अनूप लाठर ने कहा कि आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन का शिष्टमंडल कर्मचारियों की मांगों को लेकर 13 अप्रैल को विभाग के प्रमुख अभियंता के पास बातचीत के लिए समय अनुसार उपस्थित हुआ।

लेकिन प्रमुख अभियंता असीम खन्ना ने शिष्टमंडल से बातचीत नहीं की और बिना किसी पूर्व सूचना के मौखिक तौर पर बैठक को रद्द कर दिया गया। तानाशाही रवैया को दिखाते हुए राज्य के प्रधान विश्वनाथ शर्मा, राज्य महासचिव नरेंद्र धीमान को निलंबित कर दिया। इससे कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त था।

आक्रोशित होकर यूनियन ने 18 अप्रैल को उनके कार्यालय का घेराव करने का नोटिस दे दिया, लेकिन विवाद को हल करने के स्थान पर 22 अप्रैल को वरिष्ठ उपप्रधान मुंशीराम कंबोज सहित यूनियन के पांच अन्य पदाधिकारी कर्मचारियों को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।

इस दमनकारी कार्रवाई के खिलाफ हरियाणा कर्मचारी महासंघ को भी इस आंदोलन में आना पड़ा और सभी संबंधित यूनियनों ने पूरे प्रदेश में दो घंटे तक विरोध-प्रदर्शन कर अपनी एकता का परिचय दिया। 

अनूप लाठर ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं का समाधान करने की बजाय तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने वाले इस प्रकार के तानाशाह अधिकारियों की इस तरह की कारवाई सरकार और कर्मचारियों के बीच दूरी बढ़ाती है।

उन्होंने कहा कि यूनियन पदाधिकारियों के निलंबन के खिलाफ और मांगों को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन किया गया और 18 मई को प्रमुख अभियंता के पंचकुला कार्यालय के घेराव का नोटिस दिया गया। कर्मचारी आंदोलन के दबाव में आकर प्रमुख अभियंता ने सभी सात निलंबित पदाधिकारियों को बहाल कर दिया है।

महासंघ ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ व यूनियन न्याय व उचित मांगों के लेकर जो लड़ाई लड़ रहे थे उसमें उनको जीत हासिल हुई है।

About Post Author