इन्टरार्क प्रबंधन मज़दूरों के खिलाफ नहीं बना पाया हाईकोर्ट में कोर्ट की अवमानना का मामला

अदालत में सिद्ध हुआ कि कोर्ट की अवमानना का मुकदमा तथ्यविहीन है। पीठ ने प्रबंधन को प्लांट से कथित किराए की मशीनें निकालने की अनुमति भी नहीं दी और प्रकरण को बंद कर दिया।

रुद्रपुर (उत्तराखंड)। इन्टरार्क प्रबंधन ने उच्च न्यायालय, नैनीताल में इन्टरार्क मजदूर संगठन के श्रमिकों सौरभ कुमार, दलजीत सिंह, अजय कटियार, वीरेंद्र कुमार एवं वीरेंद्र कुमार आदि के खिलाफ दिनांक-25/04/2022 को न्यायालय की अवमानना (कोर्ट ऑफ कंटेंप्ट) की याचिका लगाई थी। इसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधम सिंह नगर श्री मंजूनाथ टीसी को पार्टी बनाया था।

मामले की सुनवाई 26 अप्रैल को हुई। सुनवाई के दौरान बहस होने के उपरांत मामले को उधम सिंह नगर के एसएसपी को जांच करने का निर्देश देते हुए अदालत ने 29 अप्रैल की तिथि नियत की।

29 अप्रैल को सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने पक्ष रखा कि धरना स्थल पर कोर्ट की अवमानना का कोई भी कृत्य नहीं किया गया है। यह कोर्ट की अवमानना का मुकदमा तथ्यविहीन है। और प्रबंधन मशीन निकाल कर बार-बार बदमाशी कर रहा है।

सुनवाई के दौरान कंपनी के वकील द्वारा किराए की मशीनें निकालने की अनुमति देने की भी अपील की गई थी। लेकिन अदालत ने मशीनें निकालने की अनुमति भी नहीं दी। एकल पीठ ने अवमानना प्रकरण को बंद कर दिया। इस प्रकार इस प्रकरण में भी प्रबंधन को फिर से मुंह की खानी पड़ी।

इससे पूर्व इंटरार्क प्रबंधन ने बीते 2 मार्च को नैनीताल उच्च न्यायालय से कच्चा माल निकालने के बहाने पंतनगर स्थित कंपनी गेट से 200 मीटर दायरे में धरना-प्रदर्शन पर रोक का स्टे ले लिया। इसी आड़ में वह मशीनें शिफ्ट करने लगा।

16 मार्च को प्रबंधन ने पंतनगर प्लांट में गैरकानूनी तालाबंदी कर दी। जबकि कंपनी प्रबंधन द्वारा उच्च न्यायालय नैनीताल में लिखित अंडरटेकिंग दिया था कि कंपनी बन्द नहीं की जाएगी। 

इस बीच सिडकुल इंटप्रिन्योर वैलफेयर सोसायटी द्वारा 26 अप्रैल को आयोजित होने वाली मजदूर किसान महापंचायत को सिडकुल पन्तनगर से हटाने  की नीयत से उच्च न्यायालय नैनीताल में याचिका लगाई थी, लेकिन मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली डबल बेंच ने स्थगनदेश देने से मना कर दिया।

ज्ञात हो कि इंटरार्क फैक्ट्री की ऊधम सिंह नगर जिले में किच्छा व सिडकुल पंतनगर स्थित दोनों प्लांटों में कार्यरत करीब एक हजार श्रमिक विगत 4 वर्षों से कंपनी प्रबंधन के शोषण-उत्पीड़न और ग़ैरकानूनी कृत्यों के विरुद्ध परिजनों समेत संघर्षरत हैं। 1 मई को उनके लगातार धरना-प्रदर्शन के 260 दिन पूरे हो जाएंगे।

26 अप्रैल को इंटरार्क धरना स्थल सिड़कुल, पंतनगर में जोरदार मजदूर-किसान महापंचायत का आयोजन हुआ, जिसमें मजदूरों और किसानों की एकजुटता देखने को मिली। हजारों किसान और मजदूर पंचायत में पहुंचे और अपनी आवाज बुलंद की।

इन्टरार्क मजदूर संगठन ने कहा कि मजदूरों की सामूहिक एकता के दम पर ही जीत होती है और होगी।

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