हैदराबाद : गोदाम में सोये प्रवासी मज़दूर जिंदा जले; 11 मज़दूरों की दर्दनाक मौत

रात में कबाड़ गोदाम में 12 मजदूर सोए हुए थे इस बीच अचानक आग लग गई जिससे 11 मजदूर जिंदा जलकर अकाल मौत के शिकार बने, एक गंभीर स्थिति में है। इसमें अधिकांश मजदूर प्रवासी थे।

छपरा. बुधवार को हैदराबाद के गोदाम में आग लगने (Hyderabad Fire Accident) से बिहार के 11 मजदूर जिंदा जलकर मर गए. इस हादसे का शिकार होकर मरने वाले 8 मजदूर बिहार के छपरा जिला (Chapra District) के रहने वाले हैं. हैदराबाद के गांधी अस्पताल में सभी 11 मजदूरों का पोस्टमार्टम कराया गया है, जिसके बाद गुरुवार की सुबह विमान से सभी के शव पटना (Patna) आने हैं. तेलंगाना सरकार ने सभी मजदूरों के शव को बिहार भेजने का इंतजाम किया है.

बताया जा रहा है कि रात में कबाड़ गोदाम में 12 मजदूर सोए हुए थे इस बीच अचानक आग लग गई जिससे 11 मजदूर जिंदा जल गए हैं वहीं एक को गंभीर स्थिति में उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार इसमें अधिकांश मजदूर प्रवासी थे जो दूसरे राज्यों से हैदराबाद आकर काम कर रहे थे.

मृतकों में सारण जिला के अमनौर प्रखंड के आमनौर अगवान गांव के दो लोग भी हैं. दोनों मृतक चाचा भतीजा बताये जाते है. इनमें एक का नाम 32 वर्षीय दीपक राम पिता देवनाथ राम तो दूसरा 20 वर्षीय बिट्टू कुमार है. दोनों की मौत हो चुकी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपक राम के दो पुत्र तथा एक पुत्री हैं. इस घटना के बाद परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. मृतक की पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही है.

हैदराबाद हादसे में छपरा के जिन 8 मजदूरों की मौत हुई है उनमें मकेर का अनकज कुमार राम भी शामिल हैं. अनकज की मौत के बाद मकेर स्थित उसके गांव में मातम फैल गया है. अनकज की माँ संजू देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. वो अपनी बहन की शादी के लिए पैसे कामने हैदराबाद गया था लेकिन वहां कॉपी बनाने के फैक्ट्री में हुए आगलगी के घटना में उसकी मौत हो गई है. मरने वालों में परसा थाना क्षेत्र के आजमपुर गाव निवासी राधा किशुन राम का 22 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार का नाम भी शामिल है जबकि मृतक के भाई प्रेम कुमार का घायल होने की बताये जा रहे हैं.

उनका इलाज हैदराबाद में ही चल रहा है. मृतक दोनों भाई फरवरी माह में ही घर से काम करने स्क्रैप कम्पनी में गए हुए थे. मृतक के पिता ने बताया कि फरवरी माह में ही दोनों भाई राजेश कुमार और प्रेम कुमार काम करने हैदराबाद गए हुए थे. उसकी बहन रितु कुमारी का 9 जून को तिलक व 14 जून का शादी का दिन तय किया गया था. राजेश ने बहन की शादी में आने का वादा किया था लेकिन उसके आने के बजाय यह मनहूस खबर सामने आई और अब परिजनों को राजेश के शव का इंतजार है.

गौरतलब है कि हैदराबाद हादसे में छपरा के 8 लोगों की मौत हुई है. सारण के डीएम राजेश मीणा ने बताया कि 8 लोगों की मौत की सूचना मिली है. जिला प्रशासन मृतक के परिवारों के संपर्क में है. मृतकों के आश्रितों को सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने इस पूरे घटना को दुखद बताया और कहा कि अधिकारियों की टीम इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रही है. सांसद प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह ने बताया कि सांसद के निर्देश पर उन्होंने परिवारों से मुलाकात की है और परिवारों की मदद की जा रही है.

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