बरेली : बीएल एग्रो में टैंक सफाई में तीन मज़दूरों की दर्दनाक मौत, चार गंभीर
लापरवाही : बदबू आ रहे टैंक में उतारने से हुआ हादसा; घटना से हड़कंप, पीड़ित श्रमिकों के परिजनों को अंदर जाने से रोकने से आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने कंपनी के बाहर ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बरेली (उत्तरप्रदेश)। शहर में मंगलवार को एफएमसीजी कंपनी बीएल एग्रो की शिवनगर यूनिट में टैंक सफाई के दौरान जहरीली गैस के रिसाव से तीन मज़दूरों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे की जानकारी मिलते ही कंपनी में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह हादसा बरेली के सीबी गंज थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया में हुआ। हादसे की खबर से मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की खबर पाकर पीड़ित श्रमिकों के परिजन मौके पर जब फैक्ट्री पहुंचे, तो उन्हें अंदर जाने से रोक लिया गया। जिसके बाद आक्रोश बढ़ गया और परिजनों सहित मज़दूरों ने कंपनी के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मृतकों की पहचान विजय, नीरज और यासीन के रूप में हुई है। कर्मचारियों के परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर धरना के चलते यूनिट की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस लगाई गई है।
लापरवाही से गई जान
बीएल एग्रो की परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में प्लांट है। जहां एडिबल ऑयल (खाने का तेल) बनता है। कंपनी की एक यूनिट रामपुर-दिल्ली रोड स्थित जौहरपुर के पास शिवनगर कॉलोनी में है। इसी यूनिट में कर्मचारी टैंक की सफाई के लिए घुसे थे।
अधिकारियों का कहना है कि जब टैंक की सफाई के लिए ढ़क्कन खोला गया तो उसमें बदबू आ रही थी। इसके बावजूद कंपनी के अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों को टैंक में उतरने को कह दिया। सफाई के दौरान जहरीली गैस के रिसाव से कर्मचारी बेहोश हो गए। उनको दोपहर के समय बेहोशी की हालत में टैंक से निकाला गया। इसमें तीन कर्मचारियों की जहरीली गैस से मौत हो गई, जबकि, चार घायल हुए, उन्हें इलाज के लिए अस्पातल में भर्ती कराया गया।
इस सब को देखते हुए फॉरेंसिक टीम का गठन किया गया है। अगर किसी भी तरह से कंपनी प्रबंधन की लापरवाही सामने आती है तो कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हादसे की जानकारी मिलते ही एसडीएम समेत शहर के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे मामले में मजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही।
एडीएम सिटी राम दुलारे पांडेय ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी. सभी सुरक्षा मानकों का ऑडिट किया जाएगा। अगर लापरवाही मिली तो फैक्ट्री प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कर्मचारियों की नियुक्ति के संबंध में जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। मामले की जांच करने श्रम विभाग की टीम भी पहुंची।