महँगाई के खिलाफ रामनगर में महिलाओं का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
महंगाई की मार गरीब जनता बेहाल है। सरकार खुलकर कारपोरेट को फायदा पहुंचाने वाली नीतियां बना रही है। रसोई गैस पर सब्सिडी बंद करके उल्टा जीएसटी लगा दिया है।
रामनगर (नैनीताल)। महंगाई से आक्रोशित महिलाओं ने रामनगर में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया तथा रसोई गैस पेट्रोल व डीजल के दाम आधे किए जाने, तथा कपड़े व जूतों पर जीएसटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने के प्रस्ताव को वापस लिए जाने आदि की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
महिला एकता मंच रामनगर के बैनर तले शहीदपार्क में हुई सभा को संबोधित करते हुए ललिता रावत ने कहा कि महंगाई की मार गरीब जनता पर पड़ रही है। सरकार ने रसोई गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी बंद कर दी है तथा उल्टा सरकार रसोई गैस पर जीएसटी लगाकर जनता की जेब पर डाका डाल रही है।
कौशल्या ने कहा कि आज एक तरफ गैस के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के लिए मुश्किलें बढ़ रही है। सरकार द्वारा जंगल से लकड़ी लाने पर भी रोक लगा दी गई है।
किसान नेता ललित उप्रेती ने कहा कि सरकार डीजल व पेट्रोल पर ₹50 से ₹60 लीटर तक का टैक्स वसूल रही है। सरकार यदि पेट्रोल व डीजल के पर लगा हुआ टैक्स कम कर दे तो जनता को महंगाई से राहत मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार खुलकर कारपोरेट को फायदा पहुंचाने वाली नीतियां बना रही है।
प्रभात ध्यानी, भुवन डंगवाल सभासद, उषा पटवाल, महेश जोशी द्वारा भी सभा को संबोधित कर सरकार की महंगाई बढ़ाने वाली नीतियों की जमकर आलोचना की गई।
कार्यक्रम में शांति देवी, कमला देवी, मीरा देवी, मधुली देवी, आशा देवी, नीमा, सुनीता देवी, लीला देवी, सरस्वती जोशी, विभा श्रीवास्तव, नीलू रस्तोगी, तुलसी जोशी, अनीता देवी, आशा देवी, मनमोहन अग्रवाल, राजेंद्र सिंह समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की।