मध्यप्रदेश : माँगों को लेकर विद्युत कर्मचारी 1 नवंबर से जाएंगे हड़ताल पर

माँगें : मप्र शासन के आदेशानुसार विद्युत नियमित एवं संविदा अधिकारियों, कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता एवं इंक्रीमेंट का भुगतान हो; आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन एवं बोनस मिले।

ग्वालियर। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी अश्चिनिश्चितकालीन आंदोलन कर सकते हैं। क्योंकि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं कर रही है। महंगाई भत्ता, इंक्रीमेंट का भुगतान नहीं कर रही है। सरकार को भी इसके संबंध में अवगत कराया था, सरकार ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया। 1 नवंबर से होने वाले अनिश्चितकालीन आंदोलन को लेकर यूनियन कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंप चुकी है।

मप्र यूनाइटेड फोरम फार पावर एम्प्लाईज एंड इंजीनियर्स के प्रदेश संयोजक इंजीनियर व्हीकेएस परिहार के आह्वान पर यूनाइटेड फोरम ग्वालियर के रीजनल संयोजक एलके दुबे के नेतृत्व में कलेक्टर काे ज्ञापन दिया है। जिसमें बताया है कि मप्र शासन के आदेशानुसार विद्युत नियमित एवं संविदा अधिकारियों, कर्मचारियों को 1 अक्टूबर 2021 से 8 प्रतिशत मंहगाई भत्ता एवं इंक्रीमेंट की बकाया राशि 50 प्रतिशत का भुगतान अक्टूबर माह की सैलरी में के साथ किया जाए।

आउटसोर्स कर्मचारियों को दीपावली पूर्व वेतन एवं बोनस प्रदान किया जाए। यदि अक्टूबर माह की सैलरी के साथ मंहगाई भत्ता एवं इंक्रीमेंट की बकाया राशि का 50 प्रतिशत नहीं दिया जाता है तो यूनाइटेड फोरम 1 नवंबर 2021 से अनिश्चितकालीन आंदाेलन के लिए बाध्य होगा। आंदाेलन के कारण होने वाले विद्युत व्यवधान के लिए मप्र शासन एवं प्रबंधन जबाबदेह होगा। इस अवसर पर विद्युत ट्रांसमीशन कंपनी एवं विद्युत वितरण कंपनी ग्वालियर के सैकड़ों अधिकारियों /कर्मचारियों ने ज्ञापन देते हुए मप्र शासन एवं प्रबंधन की इस दोहरी नीति को लेकर आक्रोश व्यक्त किया है। साथ ही 1 नवंबर से अनिश्चितकालीन आंदाेलन में पूर्ण समर्थन देने का भरोसा दिलाया है।

नई दुनिया से साभार

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