उत्तराखंड : रुद्रपुर में पुलिस से मुठभेड़ के बीच केन्द्रीय मंत्री को किसानों ने दिखलाये काले झंडे

किसानों के तीखे तेवर और बदलती रणनीति के आगे प्रशासन की सारी योजनाएं फेल हो गयी। सैकड़ों किसानों की गिरफ्तारी के बाद भी किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री को काले झंडे दिखलाये।

जन आशीर्वाद यात्रा का किसानों द्वारा जबरदस्त विरोध

किसानों द्वारा भाजपा नेताओं का विरोध अभियान उत्तराखंड में भी जोर पकड़ रहा है। रूढ़की के बाद आज 18 अगस्त को रुद्रपुर में केंद्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद अजय भट्ट द्वारा निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा का किसानों ने जबरदस्त विरोध किया। इस बीच भारी दमन के बीच सैकड़ों किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिन्हें विरोध के बाद छोड़ना पड़ा।

जन आशीर्वाद यात्रा की सूचना मिलते ही किसान संगठनो के नेतृत्व में काशीपुर रोड पाम ग्रीन सिटी, सामिया लेक सिटी के सामने सैकड़ों किसान व किसान नेता किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर, गदरपुर सहित अन्य स्थानों से काले झंडे हाथ में लिए विरोध करने के लिए इकठ्ठे थे। किसानों ने कई टोलियां बनाकर जगह जगह रुके थे।

जन आशीर्वाद योजना का विरोध करने जा रहे हैं सैकड़ों किसान हिरासत में

जन आशीर्वाद यात्रा काशीपुर से रुद्रपुर आना निर्धारित था। इसके खिलाफ भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिलाध्यक्ष साहब सिंह और भाकियू टिकैत के अलावा तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क ने केंद्रीय राज्यमंत्री की यात्रा का पुरजोर विरोध करते हुए काले झंडे दिखाने का ऐलान कर दिया था।

बुधवार की सुबह ग्यारह बजे से ही काशीपुर हाईवे स्थित ग्रीन पार्क के समीप एकत्रित होने लगे। जहां पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात थी। किसानों ने गोरिल्ला रणनीति अपनाई। उन्होंने अलग-अलग टोलियों में काले झंडे लेकर पोजीशन ले ली। जब दोपहर ढाई बजे यात्रा आने की भनक लगी तो किसान बड़ी संख्या में काशीपुर हाईवे पर खड़े हो गए और अलग-अलग टोलियां बनाकर काले झंडे दिखाने के लिए कूच करने लगे।

विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों का कई घंटों तक काशीपुर हाईवे पर कब्जा रहा। इस बीच सीओ अमित कुमार, एसआइ कैलाश भट्ट, सीओ पंतनगर, कोतवाल सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस बल व किसानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। किसानों ने घंटों पुलिस को छकाया। पुलिस बामुश्किल किसानों को गिरफ्तार कर थानों में ले गई।

इस दौरान पुलिस और किसान के बीच धक्का मुक्की भी हुई।

किसानों के तीखे तेवर और बदलती रणनीति के आगे पुलिस प्रशासन और एलआईयू की सारी योजनाएं फेल हो गयी। सैकड़ों किसानों की गिरफ्तारी के बाद भी किसानों ने केंद्रीय राज्यमंत्री को काले झंडे दिखाकर पुलिस की रणनीति को विफल कर दिया। गिरफ्तारी से गुस्साये किसानों ने हाईवे पर ही धरना प्रदर्शन और जाम लगा दिया।

सूत्रों के अनुसार पुलिस ने करीब 300 किसानों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें विरोध के बाद छोड़ना पड़ा।

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