जनता की आवाज़ का गला घोंट रही है हरियाणा सरकार -आंगनवाडी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन

आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स 22 जुलाई से हरियाणा महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के कैथल आवास पर अपनी सरकारी कर्मचारी दर्जा देने आदि माँगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रही हैं।

प्रदर्शन के साथ हरियाणा सरकार को सौंपा ज्ञापन

हिसार (हरियाणा)। आंगनवाडी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन के बैनर तले हिसार में 12 अगस्त को जोरदार धरना प्रदर्शन हुआ। जिला उपायुक्त हिसार के माध्यम से महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा के नाम ज्ञापन सौंपा गया। आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर के समर्थन में कर्मचारी यूनियनें भी उतार पड़ीं।

यूनियन ने ज्ञापन देकर मंत्री कमलेश ढांडा से माँग की है कि सरकार तुरंत दमनात्मक कार्रवाई बंद करके बातचीत द्वारा मांगें पूरी करे। यूनियन नेताओं- जगमति मलिक, कमला दयोरा सहित सभी वर्कर्स के खिलाफ कैथल में दर्ज किये गए मुकदमे रद्द किये जाएं।

नेताओं ने महिला एवं बाल विकास मंत्री व हरियाणा सरकार से कहा कि हमारी मांगें न्यायसंगत हैं और सरकार, मंत्री व अधिकारी जितनी चाहे तानाशाही दिखाना दिखा लें जीत न्याय की ही होगी।

हक़ की लड़ाई में कर्मचारी यूनियनों ने दिया समर्थन

आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के इस जायज आंदोलन पर हरियाणा सरकार के दमनकारी व कर्मचारी विरोधी रवैये का हरियाणा रोडवेज कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा, कुलदीप, राम सिंह बिश्नोई, रमेश मान, सुभाष ढिल्लों, रमेश सैनी रोडवेज, शमशेर नंबरदार जिला प्रधान किसान, सतबीर घायल, कृष्ण सावंत किसान नेता ने कड़ा विरोध किया और कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स महिलाएं अकेली नहीं हैं पूरा कर्मचारी वर्ग और किसान इनके साथ हैं। हरियाणा कर्मचारी महासंघ के नेताओं ने भी हरियाणा सरकार व मंत्री के कर्मचारी विरोधी रवैये का विरोध किया।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि मौजूदा केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह से मजदूर, कर्मचारी व किसान विरोधी सरकार है। यह लगातार काले कानून और जन विरोधी नीतियां बना रही है। ऐसे में समूचे कर्मचारी वर्ग को एक होकर लड़ने की जरूरत है। परंतु खेद की बात है कि कैथल जिला के सर्व कर्मचारी संघ के कुछ नेता आंगनबाड़ी वर्कर्स और सुपरवाइजर को आपस में लड़वाने में लगे हुए हैं।

उनके द्वारा आंदोलनकारी आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स महिलाओं के खिलाफ आंगनबाड़ी सुपरवाइजर का धरना दिलवा कर मुकदमे दर्ज करवाना साबित करता है कि वे सरकार की गोद में बैठ गए हैं।

एक तरफ वे आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों को जायज बताते रहते हैं और दूसरी तरफ जो आंगनबाड़ी सुपरवाइजर धरना उठवाने के लिए दबाव बनाने जाए और झूठे व निराधार आरोप लगाकर आंदोलनकारी आंगनबाड़ी वर्कर्स की शिकायत करे उसका समर्थन करते हैं। उनका यह अत्यंत निंदनीय और कर्मचारी विरोधी काम है।

हरियाणा सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी

आक्रोशित आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने हरियाणा सरकार, महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा व प्रशासन के खिलाफ यूनियन की वरिष्ठ नेता जगमति मलिक व कमला दयोरा के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये जाने के खिलाफ नारे लगाये। उन्होंने बताया कि प्रदेश की आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स 22 जुलाई से हरियाणा महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के कैथल आवास पर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रही हैं।

कहा कि हमारी मांगें पूरी तरह न्यायसंगत हैं। खट्टर सरकार और उसकी मंत्री हमारी मांगें पूरी करने की बजाय हमारी यूनियन नेताओं- वरिष्ठ महासचिव जगमति मलिक व कमला दयोरा के खिलाफ मुकदमे दर्ज करके,यूनियन नेता कमला दयोरा को टर्मिनेट करके, रोड़ जाम के नाम पर मुकदमे दर्ज करके और विभागीय जांच के नाम पर प्रताड़ित कर रही है।

धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यूनियन नेताओं ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार पूरी तरह कर्मचारी विरोधी सरकार है। इस सरकार ने एक ही उसूल बना लिया है कि जनता की आवाज को अनसुना करो और जो भी जनता की आवाज उठाता है उसकी आवाज का गला घोंट दो।

ऐसा ही खट्टर सरकार हमारे साथ कर रही है। मंत्री और हमारे विभाग के अधिकारी सोचते हैं कि नेताओं को मुकदमों में फंसा दो या अन्य तरीके जैसे सस्पेंड, टर्मिनेट कर दो तो आंगनबाड़ी वर्कर्स डर जाएंगी और आंदोलन दब जाएगा। परंतु यह उनकी भूल है।

सरकारी कर्मचारी दर्जा देना होगा

कहा कि हमारी यूनियन सभी आंगनबाड़ी कर्मियों के हित के लिए लड़ रही हैं और डयूटी का काम भी पूरा करती है। हम पूछना चाहते हैं कि आखिर हमें सरकारी कर्मचारी दर्जा क्यों नहीं दिया जा रहा है? आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन ने प्रदेश के सभी कर्मचारी संगठनों, इन्साफपसंद लोगों और विपक्षी दलों से अपील की कि वे इस न्यायसंगत लड़ाई का समर्थन करें और हरियाणा सरकार के दमनात्मक रवैये का विरोध करें।

धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता हिसार जिला की प्रधान बिमला राठी ने की। धरने को जिला उप प्रधान- कमलेश राजली व शकुन्तला नारनौंद, जिला सचिव- बिमला हैबतपुर नारनौंद ,सह सचिव- सरोज डोबी, प्रेस सचिव- प्रोमिला जाखड़ खेड़ी, कैशियर- अनिता शर्मा हिसार अर्बन, आडीटर- शकुन्तला हरिता। ब्लाक प्रधान- राजबाला, उपप्रधान मंतारी चोपड़ा मिलगेट, सरला, कैशियर- सुशील व लक्ष्मी, सचिव- कृष्णा शर्मा प्रैस सचिव- रीना ने संबोधित किया।

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