विश्वविद्यालय प्रशासन को दिया पत्र, लंबित वेतन भुगतान की माँग

ठेका मजदूरों का जून माह का बकाया वेतन है बकाया

समय से वेतन भुगतान नहीं होने से ठेका मज़दूरों को भरण पोषण, बच्चों की स्कूल फीस, राशन, सब्जियों को लेने में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण मजदूरों को संघर्ष में उतरना पड़ता है।

पंतनगर (उत्तराखंड)। ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर द्वारा सोमवार को पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के सहायक निदेशक प्रशासन से मुलाकात की और कुलपति तथा निदेशक प्रशासन एवं अनुश्रवण विश्वविद्यालय को पत्र देकर विश्वविद्यालय के रिसर्च सेंटरों तथा विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत ठेका मजदूरों को पिछले माह जून 2021 का लम्वित वेतन भुगतान कराने और माह में 26–27 कार्यदिवस मासिक वेतन भुगतान कराने की मांग की गई। शीघ्र कार्यवाही के लिए पत्र की प्रतियां उपश्रमायुक्त ऊधम सिंह नगर एवं जिला अधिकारी ऊधम सिंह नगर को भेजी गई है।

मालूम हो कि विश्वविद्यालय में पिछले 18–20 सालों से लगातार कार्यरत करीब 2700 ठेका मजदूर श्रम कानूनों द्वारा देय बोनस, बीमा, चिकित्सा, ई.एस.आई. जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। इन्हें कभी समय से वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। रिसर्च सेंटरों और विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत सैकड़ों ठेका मजदूरों को अभी तक पिछले माह जून 2021 का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। जबकि नियमानुसार ठेका मजदूरों को हर महीने की 7 तारीख तक वेतन भुगतान होना चाहिए।

हालांकि विश्व विद्यालय प्रशासन द्वारा हर महीने के 7 तारीख एवं विलम्वित 10 तारीख तक वेतन भुगतान करने के आदेश दिए हैं। इतना ही नहीं स्वयं कुलपति द्वारा आदेश जारी कर ठेका मजदूरों को हर माह के प्रथम सप्ताह में वेतन भुगतान किए जाने का निर्देश दिया गया है। और हर माह 26 कार्यदिवसों का भुगतान किए जाने का निर्देश दिया गया है।

परंतु आज तक इन आदेशों का पालन नहीं किया गया है। महीने में 15-20 दिन काम, आदेश के बावजूद माह में 26 कार्यदिवसो का भुगतान नहीं हो रहा। पिछले लम्बे समय से कार्यरत ठेका मजदूरों की उम्र काफी ज्यादा हो गई है, शासन द्वारा बजट कटौती का बहाना बनाकर निकाला बैठाली की जा रही है। अमानवीय विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा श्रम कानूनों का उलंघन हो रहा है। वेतन भुगतान और निकाला बैठाली के खिलाफ आज सफाईकर्मियों ने अपने विभाग में धरना दिया।

वेतन भुगतान को लेकर आए दिन ठेका मजदूरों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। अभी पिछले माह 13 एवं 14 जुलाई को माह मई 2021 के वेतन भुगतान को लेकर आदर्श पुष्प विज्ञान केन्द्र के ठेका मजदूरों ने सारे यूनियनों को किनारे कर दो दिन निर्णायक काम बंद किया था। इसी तरह विगत माह डेरी के ठेका मजदूरों ने काम बंद कर दिया था। वेतन लेकर ही माने। 26 जुलाई को सीआरसी के मजदूरों ने तुरंत वेतन भुगतान और माह में 26-27 कार्यदिवस मासिक वेतन भुगतान किए जाने की मांग को लेकर काम बंद कर दिया था।

ठेका मजदूर कल्याण समिति द्वारा समय से वेतन भुगतान करने को लेकर लगातार शासन-प्रशासन से लिखित पत्राचार मौखिक अनुरोध किया जा रहा है और हर महीने की 07 तारीख तक वेतन भुगतान कराने की मांग की जा रही है। इसी संबंध में विगत माह 23 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर पत्र दिया गया।

बावजूद अभी तक मजदूरों को वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा है। समय से वेतन भुगतान नहीं करने के कारण  ठेका मजदूरों के परिवारों के भरण पोषण, बच्चों की स्कूल फीस, राशन, सब्जियों को लेने में आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए अतिशीघ्र माह जून का लम्वित वेतन भुगतान कराने और माह में 26–27 कार्यदिवस मासिक वेतन भुगतान कराने की मांग की गई है।

पत्र देने में राशिद, मनोज कुमार, रमेश कुमार, भरत यादव, सुभाष, अभिलाख सिंह, भूपेन्द्र, पृथ्वी, आदि लोग मौजूद रहे।

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