विरोध : रेलवे में निजीकरण बंद करो, पुरानी पेंशन लागू करो!

मांग पूरा नहीं होने के विरोध में आंदोलन और तेज होगा!

रेलवे में पुरानी पेंशन लागू करने की मांग के साथ ही रेलवे में निजीकरण का विरोध जारी है। ऑल इंडिया रेल फेडरेशन व ईस्ट सेंट्रल कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में रेल कर्मचारियों ने मांग पूरा नहीं होने के विरोध में आंदोलन और तेज करने का बिगुल फूंका है। फेडरेशन जा आयोजित होने वाले तीन दिवसीय वार्षिक अधिवेशन में आंदोलन को और तेज करने की रणनीति पर विशेष चर्चा होगी।

28 से 30 जुलाई तक ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के ऑनलाइन वार्षिक अधिवेशन को सफल बनाने को लेकर मंगलवार को ईस्ट रेलवे कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में रेल कर्मचारियों की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे हाजीपुर रेल जोन के कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने अधिवेशन को सफल बनाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ चलाये जाने वाले आंदोलन को चट्टानी एकता के साथ और तेज किया जाएगा।

इसके लिए हम सभी साथियों को संघर्ष में मजबूती के साथ खड़े रहना है। लगातार मांग के बाद भी अभी तक पुरानी पेंशन लागू नहीं किया जाना जहां एक चिंता का विषय है वहीं सरकार की तानाशाही रवैये को भी दर्शाता है। इतना ही नहीं रेलवे को निजीकरण कर रेल कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की लगातार साजिश जारी है। इसके खिलाफ डटकर आंदोलन को करना है और मांग को पूरा करवाने हर सम्भव संघर्ष करना है। बताया गया कि रेलवे के निजी कारण का विरोध व पुरानी पेंशन लागू करने की फेडरेशन के माध्यम से लगातार मांग उठ रही है। इस अवसर पर कई लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्तान से साभार

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