सत्यम ऑटो मज़दूर कार्यबहाली के लिए फिर पहुंचे कंपनी गेट, दिया धरना

प्रशासन-प्रबंधन पर वायादाखिलाफ़ी का लगाया आरोप

हरिद्वार (उत्तराखंड)। सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स प्राइवेट लिमिटेड सिडकुल हरिद्वार के निष्कासित श्रमिकों ने 8 जुलाई कारखाने के मुख्य द्वार के लिए कूच किया। श्रमिक अपनी कार्यबहाली के लिए पिछले 7 दिनों से इंदिरा अम्मा भोजनालय मैदान में सपरिवार शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे किंतु शासन प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

इससे नाराज मज़दूर सपरिवार कंपनी गेट कूच कर गए और गेट पर धरना शुरू किया।

श्रमिक प्रतिनिधि महिपाल सिंह ने कहा की पूर्व में 7 अप्रैल 2021 को जिलाधिकारी महोदय की मध्यस्था में सभी श्रमिकों को एक प्रवचन पत्र हस्ताक्षर के उपरांत कार्य पर लेने की सहमति बनी थी, किंतु लगभग 3 माह बीत जाने के बाद भी किसी श्रमिक को कार्य पर नहीं लिया और पीड़ित श्रमिकों का परिवार भुखमरी के कगार पर है।

उन्होंने कहा कि श्रमिक चार साल में जिला प्रशासन, श्रम विभाग सहित तमाम संबंधित विभागों व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। अडिय़ल रवैया अपनाए कंपनी प्रबंधन उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद भी श्रमिकों की कार्यबहाली करने को तैयार नहीं है।

बीती 7 अप्रैल को जिला अधिकारी व सहायक श्रमायुक्त की मौजदूगी में हुई त्रिपक्षीय वार्ता में अनुशासन पत्र देने के साथ बारी-बारी से हटाए गए सभी श्रमिकों को नौकरी पर बहाल किए जाने पर सहमति बनी थी। लेकिन अभी तक किसी भी श्रमिक को काम पर वापस नहीं लिया गया।

लंबे समय से बेरोजगारी झेल रहे श्रमिकों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गयी है। बच्चों की स्कूल फीस व उनके लिए भोजन भी श्रमिक नहीं जुटा पा रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि सत्यम ऑटो के 300 मज़दूरों को प्रबंधन ने 17 अप्रैल 2017 को निकाल दिया था। तब से मज़दूरों का संघर्ष लगातार जारी है। बीते अप्रैल माह में मज़दूरों और उनके परिवार की महिलाएं व बच्चे 5 अप्रैल को कंपनी गेट पर धरने पर बैठ गए थे। इस बीच सत्यम ऑटो प्रबंधन और जिला प्रशासन व श्रम अधिकारियों के आश्वासन के बाद श्रमिकों ने धरना समाप्त किया था।

लेकिन अभी तक कार्यबहाली नहीं होने से मज़दूरों और उनके परिवार में आक्रोश व्याप्त है। मज़दूर एक जुलाई से रोशनाबाद स्थित इन्द्रा अम्मा भोजनालय पर धरना दे रहे थे। कोई सुनवाई ना होने से मज़दूर 8 जुलाई की सुबह 4:00 बजे कारखाने के मुख्य द्वार के लिए कूच कर गए और धरणे पर बैठ गए।

कंपनी के मुख्य द्वार पर चल रहे धरने को भारतीय किसान यूनियन जनप्रतिनिधि समेत कई संगठनों व यूनियनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। धरने में राहुल ,राजेंद्र ,रघुनाथ, चंद्रेश, वारिस ,ओम प्रकाश ,सुनीता, किरण, मीरा, रेखा रानी आदि उपस्थित शामिल हैं।

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