हरियाणा: खोरी गांव से छात्रों और एक्टिविस्टों की अवैध गिरफ़्तारी

लोगों को बिना वारंट के सूर्यास्त के बाद गिरफ़्तार किया गया, किसी को गिरफ़्तारी की सूचना भी नहीं देने दी गई है!

इस पुलिसिया कार्रवाई की नींदा करते हुए विभिन्न संगठनों ने आई.एफ.टी.यू. (सर्वहारा) के सिद्धांत राज और विदुषी प्रजापति सहित गिरफ्तार लोगों की की रिहाई की माँग की है।

हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा वहां रहने वाले मजदूर वर्ग के 1,400  परिवारों के जबरन विस्थापन अभियान के विरोध में आज, खोरी गांव के निवासी बड़ी संख्या में अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए थे।

खोरी के लोगों के संघर्ष के समर्थन में वहां एकत्रित छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के संगठनों के जत्थे के साथ मौजुद कई लोगों सहित आई.एफ.टी.यू. (सर्वहारा) के सिद्धांत राज और विदुषी प्रजापति को आज शाम 5.30 बजे हरियाणा पुलिस द्वारा हिरासत में ले लिया गया। कानून का उल्लंघन कर उन्हें बिना गिरफ्तारी वारंट के सूर्यास्त के बाद तक गिरफ़्तार कर रखा गया है और हरियाणा पुलिस ने उनके फोन छीन लिए हैं। गिरफ़्तार किए गए सभी लोगों को सूरजकुंड पुलिस थाने में रखा गया है।

30 जून को भी, छात्र और श्रमिक कार्यकर्ताओं को इसी तरह आधी रात के बाद बिना गिरफ्तारी किए हिरासत में लिया गया था। इलाके में आने जाने के रोक है और पूरे क्षेत्र में पुलिस की क़िलाबन्दी कर दी गई है। पूरे इलाके में अमानवीय तरीके से इतनी झुलसाने वाली गर्मी के बीच पानी और बिजली का कनेक्शन काट दिया गया है।

पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने अरावली की रक्षा के नाम पर इस तथाकथित विस्थापन अभियान को जारी रखने की अनुमति दी थी।  इस बीच, हरियाणा सरकार द्वारा एक ही संरक्षित इलाके के भीतर मौजूद 5 सितारा होटलों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के संचालन को तो छूट दे दी गई है मगर मज़दूरों के आशियाने उजाड़े जाने की अनुमति दी गई है।  यह भेदभाव हरियाणा सरकार के कथित नए ‘पर्यावरणवाद’ के वर्गीय दृष्टिकोण को दर्शाता है।

खोरी गांव विस्थापन के खिलाफ संघर्ष शुरू होने के बाद हर रोज हरियाणा पुलिस प्रदर्शन कर रहे लोगों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस तरह कानून का उल्लंघन करते हुए गिरफ्तार कर रही है। लोगों को तंग करने और डराने का प्रयास किया जा रहा है।

खबर लिखे जाने तक विभिन्न जन संगठनों और खोरी गांव के लोग गिरफ्तार किए गए लोगों की रिहाई को लेकर प्रयास कर रहे हैं।

मज़दूर सहयोग केंद्र, कलेक्टिव, भाकपा (माले) रेड स्टार की दिल्ली एनसीआर कमेटी, ग्रामीण मज़दूर यूनियन, बिहार, आइएमके, जन संघर्ष मंच हरियाणा आदि विभिन्न जन संगठनों और श्रमिक संगठनों ने गिरफ्तार किए गए छात्रों और एक्टिविस्ट को तत्काल रिहा करने की मांग की है।
  

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