अलवर: प्रवासी मजदूरों का शोषण, 4 माह से वेतन नहीं

अलवर के बहरोड़ में एक कंपनी के कुछ प्रवासी मजदूरों को बंधक बनाए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर आया जिसमें मजूदर श्रम विभाग के अधिकारियों से उन्हें मुक्त कराने और न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे। इन मजदूरों ने श्रम विभाग के अधिकारियों को एक पत्र भी लिखा है।

बहरोड़ के रिको इंडस्ट्रियल एरिया, फेज 2 में स्थित जय डोर इंडस्ट्रीज़ प्रा लि कंपनी में गुजरात के ठेकेदार के माध्यम से बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों के 12 से ज्यादा मजदूर चार महीने पहले मजदूरी करने के लिए आए थे।

मजदूरों का कहना है कि कुछ दिनों बाद ठेकेदार फरार हो गया और उसके बाद कंपनी की ओर से न तो उन्हे वेतन दिया गया और न ही खाने-पीने की व्यवस्था की गई। हमसे बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया जा रहा है। चार महीने से वेतन ना मिलने की वजह से राशन भी उधार लाना पड़ रहा है।

मजदूरों के पास न तो अब खाने को कुछ बचा है, न ही घर भेजने को पैसे है। जिसके बाद मजदूरों ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर श्रम विभाग के अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई।

वीडियो वायरल होने पर पुलिस वाले कंपनी में पहुंचे और मजदूरों से बात कर कंपनी प्रबन्धन को थाने बुलाया गया। प्रबंधन इन आरोपों से मुकर रहा है। प्रबंधन का कहना है कि गुजराती ठेकेदार नाथू भाई पटेल 19 जून को कंपनी के डेढ़ लाख रुपए लेकर भाग गया है। पुलिस के सामने कंपनी मैनेजर ने शनिवार की शाम तक इन मजदूरों का भुगतान करने की बात कही।

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