कृषि ऑर्डिनेंस का एक साल : 5 जून को किसान मनाएंगे “सम्पूर्ण क्रांति दिवस”

भाजपा सांसद, विधायक के दफ्तरों के सामने जलेंगी कानूनों की प्रतियां

5 जून को खेती कानूनों के ऑर्डिनेंस के रूप में घोषणा के एक साल होने और संपूर्ण क्रांति दिवस पर किसान “सम्पूर्ण क्रांति दिवस” मनाएंगे। उस दिन भाजपा सांसद, विधायक व जनप्रतिनिधियों के दफ्तरों के सामने किसान कानूनों की प्रतियां जलाएंगे। 29 मई को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर किसानों द्वारा श्रद्धांजलि दी गई।

संयुक्त किसान मोर्चा की 28 मई को हुई आम बैठक में निर्णय हुआ कि आने वाली 5 जून को ‘संपूर्ण क्रांति दिवस” मनाया जाएगा। इसी दिन खेती कानूनों के ऑर्डिनेंस के रूप में घोषित हुए 1 साल हो रहा है। वहीं 5 जून 1974 को जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का नारा देते हुए देश मे जन आंदोलन खड़ा किया था।

मोर्चा ने सभी देशवासियों से आह्वान किया है कि वे किसान आंदोलन में समर्थन को जारी रखे व इस दिन भाजपा के सभी सांसद, विधायक और प्रतिनिधि के दफ्तर के बाहर कृषि कानूनों की कॉपी जलाकर संपूर्ण क्रांति में अपनी भूमिका निभाएं। समय समय पर सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान का देशवासियों ने भरपूर समर्थन किया है। सम्पूर्ण क्रांति दिवस पर सभी देशवासियों से आग्रह है कि केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ सम्पूर्ण क्रांति का सकंल्प ले और इसे जनांदोलन बनाते हुए सरकार को मजबूर करें कि वह कानून रद्द करें।

पूर्व प्रधानमंत्री किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी की पुण्यतिथि पर संयुक्त किसान मोर्चा ने उन्हें याद करते हुए खेती, किसान और गांव के विकास में उनके योगदान को सलाम किया। किसान नेताओ ने दिल्ली में किसान घाट पहुंच चौधरी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। चौधरी चरण सिंह असल मायनो में देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे जिसमें किसान मजदूर व गांव के लोग खुशहाल रह सके। किसानों का इस सरकार पर अविश्वास किसानों को चौधरी चरण सिंह की याद दिलाता है जो किसानों के हर दुख-दर्द को ईमानदारी से समाज व सरकार के सामने रखते थे व उसका समाधान निकालते थे। आज केंद्र की मोदी सरकार कॉर्पोरेट्स पक्षीय सिद्ध हो रही है जहां वो किसानों मजदूरों की बात नहीं सुनती।

एसकेएम ने बताया कि पंजाब के दोआबा क्षेत्र से किसानों का एक बड़ा जत्था सिंघु बॉर्डर पहुंचा। दोआबा क्षेत्र के किसानों ने इस आंदोलन में अहम योगदान निभाया है। शनिवार को आए नए जत्थे में किसान सिंघू बॉर्डर पहुंचे और मोर्चा संभाला। इसी तरह अब रोजाना किसानों का आना जारी रहेगा और दिनों-दिन मोर्चा मजबूत होगा।

सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा 184वें दिन, 29 मई को जारी,जारीकर्ता – बलवीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मौला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उग्राहां, युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव, अभिमन्यु कोहाड़।

About Post Author

भूली-बिसरी ख़बरे