पंजाब में कोरोना कर्फ्यू और अन्य पाबंदियों के खिलाफ़ रोष प्रदर्शन

कांग्रेसी मुख्यमंत्री की गीदड़घुड़कियों से नहीं रुका विरोध

लुधियाना (पंजाब)। कोरोना के बहाने थोपे गए कर्फ्यू और अन्य पाबंदियों के खिलाफ़ पूरे पंजाब प्रांत में 8 मई को विरोध हुआ। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 32 किसान संगठनों ने यह आह्वान किया था। इसी क्रम में लुधियाना में कारखाना मज़दूर यूनियन, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन और लोक एकता संगठन द्वारा रोष प्रदर्शन के साथ पाबंदियाँ खत्म करने की मांग उठी।

उधर लॉकडाउन के खिलाफ विरोध पर, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि 32 किसान यूनियनों का किसान मोर्चा, राज्य सरकार को शर्तें नहीं बता सकता। लेकिन कांग्रेसी सरकार की गीदड़घुड़कियों को धता बताकर विभिन्न किसान, मज़दूर व जनवादी संगठनों के नेतृत्व में कर्फ्यू व पाबंदियों के खिलाफ पूरे प्रांत में पाबंदियों को तोड़कर प्रदर्शन हुए।

लुधियाना में मज़दूर संगठनों का प्रदर्शन

लुधियाना में आवाज़ बुलंद करते हुए आज जमालपुर इलाके के दुकानदारों और रेहड़ी-फड़ी मेहनतकशों ने चंडीगढ़ रोड, जमालपुर पर रोष प्रदर्शन करके कर्फ्यू और अन्य पाबंदियाँ खत्म करने की माँग उठाई। इस रोष प्रदर्शन में कारखाना मज़दूर यूनियन, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन और लोक एकता संगठन द्वारा भी भागीदारी की गई।

वक्ताओं ने कहा कि सरकार की दमनकारी पाबंदियों और फैलाई दहशत के चलते पहले से लोगों को मिल रही थोड़ी-बहुत दवा-इलाज की सहूलतों की व्यवस्था का भी भट्ठा बैठ गया है। लोगों की आर्थिक, मानसिक हालत बहुत खराब हो गई है। इसके चलते कोरोना और अन्य बीमारियों के चलते लोगों का अधिक नुकसान हो रहा है।

उन्होंने माँग की कि कर्फ्यू, लॉकडाउन और अन्य पाबंदियाँ तुरंत हटाई जाएँ, महामारी की दहशत फैलाना बंद हो, कोरोना समेत सभी बीमारियों के दवा-इलाज के पुख्ता इंतजाम सरकारी तौर पर किए जाएँ। दुकानदारों, रेहड़ी फड़ी, अन्य काम धंधे वाले मेहनतकशों, मज़दूरों आदि तमाम मेहनतकशों को हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए।

वक्ताओं ने यह भी कहा कि सरकार कोरोना को कृषि कानूनों विरोधी संघर्ष को कुचलने के लिए हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।

इस दौरान तेजवीर सिंह, गुरचरन सिंह, राकेश कुमार आदि दुकानकार, रेहड़ी-फड़ी मेहनतकशों के अलावा एडवोटेकट हरप्रीत सिंह जमालपुर, कारखाना मज़दूर यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर, नेता जसमीत, टेक्सटाइल हौजरी कामगार यूनियन नेता जगदीश और लोक एकता संगठन के गल्लर चौहान आदि ने संबोधित किया।

कोरोना पाबंदियों का पंजाब में विरोध का हुआ था ऐलान

उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया था कि पंजाब की 32 किसान यूनियनों का यह फैसला है कि 8 मई को पंजाब भर में किसान, मजदूर, दुकानदार बड़ी संख्या में सड़को पर आकर लॉकडाउन का विरोध करेंगे।

किसान नेताओं ने कहा था कि केंद्र सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ने में असफल रही है। सरकार नागरिको को स्वास्थ्य सुविधाएं व मूलभूत सुविधा जैसे ऑक्सिजन, बेड, दवाइयां आदि प्रदान करने में फेल साबित हुई है।

सरकारें अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए व जन विरोधी फैसले लेने के लिए लॉकडाउन लगा रही है। इससे किसानो, मजदूरो, दुकानदारों व आम नागरिकों का जीवन बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ है।

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