ईवीएम का खेल : भाजपा नेता की कार में ईवीएम मिलने के बाद दोबारा मतदान के आदेश

चुनाव का सच : यह मामला तो खुल गया बाकी क्या है?

नई दिल्ली/करीमगंज: असम के करीमगंज जिले में पथरकांडी से भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की कार में कथित तौर पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) मिलने से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राताबारी सीट के एक पोलिंग स्टेशन पर दोबारा मतदान का आदेश दिया है.

ईवीएम को इस तरह से ले जाने के जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.

यह वीडियो बृहस्पतिवार को असम में दूसरे चरण के चुनाव के समाप्त होने के बाद सामने आया. इस वीडियो को असम के पत्रकार अतनु भुयां ने ट्वीट किया था, जिन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पथरकांडी में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.

इस कार का इस्तेमाल ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम ले जाने के लिए किया जा रहा था.

चुनाव आयोग की ओर बयान जारी कर कहा गया है कि पीठासीन अधिकारी को परिवहन प्रोटोकॉल का उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. पोलिंग अधिकारी और तीन अन्य को निलंबित कर दिया गया है. हालांकि ईवीएम की सील बरकरार पाई गई थी, लेकिन राताबारी (एससी) सीट के 149 नंबर पोलिंग बूथ- इंदिरा एमवी स्कूल पर दोबार चुनाव कराए जाएंगे.

इस मामले के सामने आने के भीड़ द्वारा उस वाहन पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में लेने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि राताबारी विधानसभा क्षेत्र के इंदिरा एमवी स्कूल की पोलिंग पार्टी का वाहन करीमगंज कस्बे में स्ट्रॉन्ग रूम की तरफ जा रहा था, जब गाड़ी खराब हो गई.

जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया, उन्होंने एक निजी वाहन से लिफ्ट लिया. संयोग से ये वाहन पथरकांडी से भाजपा विधायक कृष्णेंदु पॉल के नाम रजिस्टर है. जब यह वाहन निमल बाजार क्षेत्र में पहुंचा, तो कुछ लोगों ने इसे देख लिया.

पॉल इस सीट से वर्तमान चुनाव में भाजपा उम्मीदवार भी हैं.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ में मुख्य रूप से एआईयूडीएफ और कांग्रेस समर्थक थे, जिन्होंने वाहन में तोड़फोड़ की जिसके बाद पोलिंग पार्टी ईवीएम छोड़कर वहां से भाग निकली.

पुलिस सूत्रों ने बताया, डिप्टी एसपी और एसपी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उनकी नहीं सुनी, जिसके बाद उन्हें तितर बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी.

उन्होंने कहा कि इसके बाद डिप्टी एसपी और एसपी रात में ईवीएम को पथरकांडी पुलिस स्टेशन लेकर गए. वहां से ईवीएम को करीमगंज कस्बे में बने स्टॉन्ग रूम में जमा करा दिया गया.

राताबारी और पथरकांडी सीटों पर बृहस्पतिवार को दूसरे चरण के तहत चुनाव हुए थे.

बहरहाल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने असम में निजी वाहन में ले जाए जाने से जुड़े कथित वीडियो को लेकर शुक्रवार को कहा कि इस पर निर्वाचन आयोग को निर्णायक कदम उठाने चाहिए तथा सभी राष्ट्रीय दलों को ईवीएम के उपयोग का ‘गंभीर पुनर्मूल्यांकन’ करने की जरूरत है.

प्रियंका ने घटना से संबंधित वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘जब भी निजी वाहन में ईवीएम ले जाए जाने के वीडियो सामने आते हैं तो ये चीजें आम होती हैं कि वाहन सामान्यत: भाजपा उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों का होता है, इन वीडियो को इकलौती घटना के तौर पर लिया जाता है और खारिज कर दिया जाता है. भाजपा अपनी मीडिया मशीनरी का इस्तेमाल कर उन लोगों को आरोपी बनाती है, जिन्होंने इसका खुलासा किया होता है.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘सच्चाई यह है कि इस तरह की कई घटनाओं की सूचना दी जा रही है और उनके बारे में कुछ भी नहीं किया जा रहा है. चुनाव आयोग को इन शिकायतों पर निर्णायक रूप से कार्रवाई करने और सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम पर गंभीर पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता है.’

कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा, यह एक आपराधिक कृत्य है और हम उम्मीदवार को तत्काल अयोग्य घोषित करने की मांग करते हैं. यह स्पष्ट है कि भाजपा असम में चुनाव हार रही है, इसलिए वह जीत के लिए अवैध तरीके अपना रही है, जो कि अस्वीकार्य है.

भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने कहा, ‘जब कांग्रेस जीतती है तो ईवीएम सही रहते हैं, लेकिन जब वह हारती है तो ईवीएम से छेड़छाड़ होती है. यह उनकी पुरानी आदत है. हमें चुनाव आयोग पर भरोसा है. पहले और दूसरे चरण के चुनाव में हमने जादुई आंकड़ा पा लिया है. तीसरे चरण का चुनाव हमारे लिए बोनस होगा. भाजपा राज्य की कम से कम 90 सीटों पर जीत दर्ज करेगी.’

गुरुवार को दूसरे चरण में असम की 39 सीटों पर शाम छह बजे तक 73.03 प्रतिशत मतदान हुआ था.

द वायर से साभार

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