17 मार्च को ट्रेड यूनियंस के साथ संयुक्त किसान मोर्चा करेगा कन्वेंशन

New Delhi: Yogendra Yadav (2nd L), Rakesh Tikait (2nd R) and other leaders of Sanyukt Kisan Morcha during a press conference regarding the violence in their Jan 26 tractor march, at Singhu border in New Delhi, Wednesday, Jan 27, 2021. (PTI Photo/Shahbaz Khan) (PTI01_27_2021_000190B)

15 मार्च को निजीकरण विरोधी और कॉरपोरेट विरोधी दिवस

मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन आज 108 वे दिन जारी रहा। इस बीच ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने आंदोलन को तेज करने के लिए 17 मार्च को कई ट्रेड यूनियन, ट्रांसपोर्ट यूनियन एवं अन्य जन अधिकार संगठनों के साथ एक कन्वेंशन आयोजित करने का फैसला किया है। ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने अपने घटक संगठनों को भी निर्देश दिए हैं कि हर जिला मुख्यालय और उपखंड मुख्यालयों पर भी ऐसी मीटिंग आयोजित की जाएं।

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने कहा कि सरकार द्वारा यह तर्क दिया गया कि सरकार द्वारा MSP की घोषणा करने पर उत्पादन की पूरी लागत कवर हो जाती है, इसमें सरकार के कई झूठ निहित हैं। न तो पूरी लागत को कवर किया जाता है, न ही एमएसपी असल रूप में मिलती है। ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ सरकार के रवैये की निंदा करता है और एक बार फिर मांग करता है कि डीजल/पेट्रोल/गैस की कीमतों में तुरंत कटौती की जाए, और एमएसपी की कानूनी अधिकार के रूप में गारंटी दी जाए।

इसके साथ ही ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने स्पष्ट किया है कि जिन राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों में अभी चुनाव हो रहे हैं वहां 26 मार्च का पूर्ण भारत बंद नहीं होगा।

वहीं उत्तराखंड से चली ‘किसान-मजदूर जागृति यात्रा’ गुरुद्वारा गोमती पूरनपुर जनपद पीलीभीत से चलकर गुरुद्वारा खुटार जनपद शाहजहांपुर में पहुंची है। रास्ते भर हजारों लोगों ने कस्बों, गांवों तथा शहरों में बड़े हर्षोल्लास के साथ मार्च का स्वागत किया। हजारों लोगों को तीन काले कानूनों के बारे में जागृत करते, तथा एमएसपी की गारंटी के बारे में समझाते हुए मार्च आगे बढ़ा।

तीन खेती कानूनों को रद्द करवाने के लिए उड़ीसा में चल रही ‘किसान अधिकार यात्रा’ का आज गंजाम जिले का शानदार स्वागत किया गया।

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने निजीकरण व कॉरपोरेट एजेंडे के खिलाफ प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा। इस पत्र में तीन कानूनो व MSP के साथ साथ बढ़ती पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों का मुद्दा भी उठाया।

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ के नेताओं ने बताया कि 15 मार्च को, एसकेएम, व्यापार संगठनों के साथ मिलकर निजीकरण विरोधी और कॉरपोरेट विरोधी दिवस मनाएगा। रेलवे स्टेशनों पर व्यापार संगठनों के साथ विरोध प्रदर्शन के साथ साथ, एसडीएम और जिला स्तर पर धरने होंगे जहां प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा।

‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने कहा कि तमिलनाडु के कन्याकुमारी में शुरू की गई साइकिल यात्रा को अवैध रूप से और आपत्तिजनक रूप से तमिलनाडु पुलिस द्वारा केरल में मोड़ दी गई थी। 12 साइकिल चालक, कन्याकुमारी से कश्मीर की ओर अपनी यात्रा की फिर से योजना बना रहे हैं और जल्द ही सड़क पर वापस आएंगे।

गुजरात में, राज्य पुलिस ने कई संगठनों के कई कार्यकर्ताओं को अहमदाबाद से एक दांडी यात्रा करने से रोका, जो 12 मार्च को गांधी जी के प्रसिद्ध दांडी मार्च और सत्याग्रह की याद में शुरू करने के लिए निर्धारित किया गया था। कई नेताओं को हिरासत में लिया गया और वहां नजरबंद कर दिया गया।

मुंबई से आज शुरू हुई एक मिट्टी सत्याग्रह यात्रा 6 अप्रैल 2021 को सिंघू बॉर्डर पहुंचेगी।

ट्रेड यूनियन व जन संगठनों को ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ का पत्र

सेवा में,

संगठित और असंगठित क्षेत्रों में विभिन्न ट्रेड यूनियन; ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन; रिटेलर्स और हॉकर्स एसोसिएशन; रेलवे और सड़क परिवहन सेवा कर्मचारी संघ;

अन्य प्रगतिशील जन संगठन।

प्रिय महोदया/महोदय,

विषय – 17 मार्च 2021 को सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ 12 बजे कुंडली बॉर्डर पर एक बैठक का निमंत्रण

जैसा कि आप जानते हैं, 3 केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ और सभी किसानों के लिए कानूनी समर्थन के रूप में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) हासिल करने के लिए एक संयुक्त समन्वित संघर्ष के लिए सैकड़ों किसान संगठन एक साथ आए हैं। दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM)  ऐतिहासिक संघर्ष का नेतृत्व कर रहा है। 26 मार्च 2021 को, चार महीने हो जाएंगे जब आंदोलन दिल्ली के दरवाजे पर शुरू हुआ। इस बीच, यह भी स्पष्ट है कि किसानों के अलावा, हमारे समाज के विभिन्न अन्य वर्ग भी मोदी सरकार की विभिन्न जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जैसे कि बढ़ती हुई डीजल/ पेट्रोल/गैस की कीमतों व निजीकरण के खिलाफ।

हमारे चल रहे विरोध के चार महीने पूरे होने के उपलक्ष्य में, SKM ने अब 26 मार्च 2021 को पूर्ण रूप से भारत बंद का आयोजन करने की योजना बनाई है। इस दिन को सफल बनाने के लिए हम आपका पूरा सहयोग और एकजुटता चाहते हैं। इसे बेहतर ढंग से नियोजित करने के लिए, हम 17 मार्च 2021 को दोपहर 12 बजे कुंडली, सोनीपत जिले, हरियाणा के (सिंधु बॉर्डर विरोध स्थल पर) मालवा हुंडई शोरूम के सामने कजारिया टाइल्स शोरूम में एक बैठक आयोजित कर रहे हैं।

हम 17 मार्च 2021 को दोपहर 12 बजे इस बैठक में भाग लेने के लिए आप सबको आमंत्रित करते हैं और 26 मार्च को बेहतर तरीके से भारत बंद की योजना बनाने में हम आपकी मदद चाहते है। आपसे अनुरोध है कि कृपया इस बैठक में भाग लें।

अधिक जानकारी के लिए, आप अधोहस्ताक्षरी से संपर्क कर सकते हैं।

साभार,

डॉ दर्शन पाल, सयुंक्त किसान मोर्चा

मीडिया विजिल से साभार

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