बच्ची के बलात्कारी हत्यारों को गिरफ्तार करो, नौभास कार्यकर्ताओं को रिहा करो!

बच्ची के साथ बलात्कार व हत्या, इंसाफ मांगने वालों की गिरफ़्तारी

चंडीगढ़। बीते 6 मार्च को चंडीगढ़ के हल्लोमाजरा इलाके में छः वर्ष की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की दिल दहला देने वाली घटना के बाद इंसाफ़ माँग रहे लोगों को ही पुलिस ने गिरफ्तार करके अपना घिनौना चेहरा उजागर किया। इनको नाजायज़ हिरासत में लेकर फ़र्ज़ी मुक़दमें दर्ज कर दिए। नौजवान कार्यकर्ताओं की रिहाई की माँग चौतरफा हो रही है।

छः वर्ष की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या की भयावह घटना के बाद नौजवान भारत सभा के नेतृत्व में हज़ारों लोगों ने चंडीगढ़-दिल्ली रोड जाम कर दिया। पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार का साथ देने की बजाए पीड़ित परिवार को डराया धमकाया, धरना स्थान से बच्ची के पिता को जबरन उठा कर कहीं ले गई।

लेकिन हजारों लोग इंसाफ के लिए सड़क पर डटे रहे। इसके बाद पुलिस ने लोगों पर भारी लाठीचार्ज किया और नौजवान भारत सभा के नेता वैभव और पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (ललकार) की पंजाब की नेतृत्वकारी कमेटी के मैंबर अमन समेत अनेकों लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कहीं अज्ञात स्थान पर ले गई है।

गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को रिहा करो!

पंजाब और देश के विभिन्न हिस्सों से बच्ची के बलात्कारियों व हत्यारों की गिरफ़्तारी की मांग हुई और सभी कार्यकर्ताओं व परिजनों की रिहाई की माँग की गई। मज़दूर सहयोग केंद्र, क्रांतिकारी नौजवान सभा, जन संघर्ष मंच हरियाणा, मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान मासा आदि तमाम मज़दूर, नौजवान व जन संगठनों ने शासन तंत्र के बढ़ते दमन पर तीखा रोष व्यक्त किया।

नौजवान भारत सभा के मानवजोत ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि यदि इस प्रकार आज जनवादी कार्यकर्ताओं पर झूठे पर्चे डालकर आवाज़ों को कुचला जाएगा तो ऐसी घिनौनी वारदातें करने वालों के मूँह और ख़ूंख़ार हो जाएंगे! इसलिए आज हमें ऐसे इंसाफ़पसंद नौजवानों के पक्ष में आवाज़ बुलंद करनी होगी।

गिरफ़्तार नौजवान कार्यकर्ता अमनदीप कौन है?

हिरासत में लिए गए नौजवानों में एक पंजाब यूनिवर्सिटी का विद्यार्थी अमनदीप सिंह है

अमनदीप सिंह पिछले क़रीब 6 सालों से क्रांतिकारी आंदोलन में सक्रिय है। वह इस वक़्त पंजाब स्टूडैंटस यूनियन (ललकार) का भी राज्य कमेटी मेंबर है और इस वक़्त पीयू में लाइब्रेरी साइंस का विद्यार्थी है। अमनदीप पिछले 6 सालों में पंजाबी यूनिवर्सिटी में विद्यार्थी मुद्दों पर लड़े गए विभिन्न संघर्षों में सक्रिय रहा है। इससे पहले अप्रैल 2017 में पंजाब यूनिवर्सिटी में फ़ीसों की नाजायज़ वृद्धि के ख़िलाफ़ विद्यार्थियों के संघर्ष के दौरान भी औरों के साथ उस पर भी पर्चा दर्ज हुआ था जिसकी सुनवाई अभी तक हो रही है।

पंजाब यूनिवर्सिटी के अलावा वह चंडीगढ़ शहर में होने वाले अन्य सावर्जनिक-जनवादी मसलों के संघर्षों में भी अगुआ भूमिका में रहा है, चाहे वह 2019-20 में चला नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ संघर्ष हो, चंडीगढ़ में पंजाबी भाषा लागू कराने का मसला हो, कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ शहर में होता संघर्ष हो।

अमनदीप के अगले हफ़्ते से इम्तिहान शुरू होने हैं। वह उस हल्लोमाजरा बच्ची के हक़ में आवाज़ बुलंद करने गया। और अब उसे यह चंडीगढ़ पुलिस व अन्य दलाल किस्म के नेता हल्लोमाजरे में “बाहर” से आया “भड़काऊ तत्व” बताते हैं और 6-6 धाराएँ लगाकर पर्चे दर्ज करते हैं।

गिरफ़्तार नौजवान कार्यकर्ता वैभव कौन है?

वैभव पिछले लगभग 3-4 सालों से क्रांतिकारी आंदोलन में सक्रिय है। वह इस वक़्त नौजवान भारत सभा का सक्रिय मेंबर है और हल्लोमाजरा में बच्चों-नौजवानों के लिए चलाई जा रही मुफ़्त ट्यूशन पढ़ाता है।

वैभव ने क्रांतिकारी गतिविधियों की शुरूआत पंजाब यूनिवर्सिटी के 2017 में फ़ीसों की नाजायज़ वृद्धि के संघर्ष से ही की। उस वक़्त वह डीएव कॉलेज का विद्यार्थी था। उसके बाद वह लगातार चंडीगढ़ शहर के जन मुद्दों पर सक्रिय रहा है जिनमें हल्लोमाजरा में कृषि क़ानूनों के विरुद्ध मसला हो या कोई और।

एक बात जो उसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, वह यह है कि कृषि क़ानून विरोधी संघर्ष, चंडीगढ़ में पंजाबी भाषा लागू कराने के संघर्ष, नागरिकता संशोधन क़ानून विरोधी संघर्ष आदि के डिजीटल पोस्टर ज़्यादातर वही तैयार करता रहा है और क्रांतिकारी अख़बार ललकार के ऑनलाइन पोस्टर बड़ी संख्या में उसी के तैयार किए होते हैं। गिरफ़्तार होने के तुरंत पहले हम सबने 23 मार्च के शहीदों को समर्पित मुहिम चलाने का कार्यक्रम बनाया था।

जनता के लिए काम करते इस शख़्स को अब चंडीगढ़ पुलिस व अन्य दलाल किस्म के नेता हल्लोमाजरे में “बाहर” से आया “भड़काऊ तत्व” कहते हैं और 6-6 धाराएँ लगाकर पर्चे दर्ज करते हैं।

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