किसान आन्दोलन : महापंचायतों से बढ़ रहा है जनांदोलन
18 फरवरी को देशभर में होगा रेल का चक्का जाम
मोदी सरकार के तमाम षडयंत्रों और दमन के बीच देश का किसान आन्दोलन नए चरण में तेजी से विस्तार कर रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि किसान महापंचायतों का दौर लगातार जारी है। विभिन्न राज्यों में अबतक हुई पंचायतों में किसानों के साथ-साथ अन्य नागरिक भी बढ़-चढ़ कर भागीदारी दिखा रहे हैं। इसी के साथ 18 फरवरी को रेल चक्का जाम होगा।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार 14 फरवरी को पुलवामा हमले में शहीद जवानों के बलिदान को याद करते हुए देशभर में कैंडल मार्च व मशाल जुलूस व अन्य कार्यक्रम होंगे। 16 फरवरी को सर छोटूराम की जयंती के दिन देशभर में किसान एकजुटता दिखाएंगे। 18 फरवरी को दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक देशभर में रेल रोको कार्यक्रम किया जाएगा।
महापंचायतों में उमड़ रहे हैं किसान व आम जन
सहारनपुर, मेरठ और बिजनौर में किसान महापंचायत के बाद काले कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में मुरादाबाद जनपद के बिलारी कस्बे में महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, रामपुर और बदायूं जनपद के करीब 10 हजार किसान शामिल हुए।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार अपना अड़ियल रवैया छोड़ दे और किसानों के मान सम्मान से खिलवाड़ ना करे तो मामला सुलझ सकता है।
इसी क्रम में शनिवार को अकोला के चौ. चरण सिंह चाहरवाटी डिग्री कालेज में किसान महापंचायत हुई तो शनिवार को ही मुरादाबाद से सटे गांव बिछनपुर में किसान पंचायत हुई।
वृहस्पतिवार को पंजाब के जगरांव में विशाल सभा आयोजित की गई, जिसमें किसानों के साथ-साथ अन्य नागरिकों ने भी बढ़-चढ़ कर भागीदारी दिखाई। वहीं टीकरी बॉर्डर से कुछ किलोमीटर आगे बहादुरगढ़ की ओर शुक्रवार को महापंचायत का आयोजन हुआ।
इस महापंचायत का आयोजन भूप सिंह दलाल ने किया और इसमें मुख्य रूप से हुड्डा खाप, एहलावत खाप, राठी खाप, छिल्लर खाप, छिक्कारा खाप समेत कई खापें मौजूद रहीं। इस महापंचायत में सर्वजातीय दलाल खाप-84 के कई नेताओं ने भी किसानों को संबोधित किया।
महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन से गुरनाम सिंह चढूनी, जोगेंद्र घासीराम नैन, युद्धवीर सिंह, डॉ. दर्शन पाल, हरमित सिंह कादियां, कृति किसान यूनियन से राजेंद्र सिंह दीपवाला, उगराहा ग्रुप से जोगेंद्र उगराहा और संयुक्त किसान मोर्चा के अन्य नेता मौजूद थे। महापंचायत में राकेश टिकैत के साथ संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेताओं ने किसानों ने संबोधित किया।
अनूप सिंह चानौत ने कहा कि ये हरियाणा में किसानों की लगातार चौथी सफल किसान महापंचायत है, जिसमें लाखों किसान पहुंचे हैं। महापंचायतों में आ रही भीड़ से साफ है कि किसानों ने इस आंदोलन को अब अपने मान-सम्मान की जंग बना लिया है।
राज्यवार महापंचायतों की रूपरेखा तैयार
सयुंक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि आने वाले समय में देश भर में किसान महापंचायत आयोजित हो रही है। मोर्चे की टीमें राज्यवार महापंचायतों के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही हैं।
मोर्चा की कोशिश है कि अब राज्यवार तरीके से किसान महापंचायत का आयोजन किया जाए, ताकि हर राज्य के लोग इस आंदोलन से जुड़ सकें और उनकी बात पहुंच सके। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 12 फरवरी, हरियाणा के बहादुरगढ़ में 13 फरवरी को पंचायतों के बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर में 18 फरवरी, राजस्थान के ही हनुमानगढ़ में 19 फरवरी और सीकर में 23 फरवरी को महापंचायत का आयोजन होगा।
इसी के साथ महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों की पंचायतों कस रूप रेखा तैयार है।
आन्दोलन तोड़ने की कोशिशें जारी
किसान संगठनों का दावा है कि सरकार की ओर से आंदोलन को तोड़ने की कोशिशें की जा रही हैं। टीकरी बार्डर पर हरियाणा सरकार द्वारा सीसीटीवी लगाने के प्रस्ताव का किसानों ने कड़ा विरोध किया है।
गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति के प्रवक्ता और सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने बयान जारी कर कहा है कि पुलिस किसानों को नोटिस भेज कर डराने का प्रयास कर रही है, लेकिन किसान नोटिसों से डरने वाला नहीं है। गाजीपुर बार्डर आंदोलन समिति की ओर से अधिवक्ताओं का पैनल तैयार किया जा रहा है।
गाजीपुर किसान मोर्चा जेलों में बंद आंदोलनकारियों की जमानत कराएगा। बाजवा ने कहा कि किसी भी किसान को नोटिस मिले तो वह तत्काल गाजीपुर किसान मोर्चा को सूचित करे।