किसान आंदोलन : सद्भावना दिवस पर देशभर मे उपवास जारी

सिंघू व टिकरी मे हमले, गाजीपुर में पुलिस का खौफ, लेकिन आंदोलन तेज

सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज देशभर में सद्भावना दिवस के रूप में उपवास जारी है। शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर पर आतताइयों ने धरना स्थल पर हिंसक हमला किया। टीकरी बॉर्डर पर भी माहौल बिगड़ने की कोशिश हुई। उधर गाजीपुर बॉर्डर पर प्रशासन का अल्टीमेटम लेकिन हजारों किसानों का कारवां बढ़ रहा है।

सयुंक्त किसान मोर्चा की अपील

किसान नेताओं ने दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी को सद्भावना दिवस के रूप में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास रखा जाएगा। उन्होंने देश के लोगों से किसानों के साथ जुड़ने की अपील की।

तीन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण चल रहे इस आंदोलन को भाजपा सरकार अब “साम्प्रदायिक” रंग दे रही है। सरकार द्वारा जिस तरह से पिछले 3 दिनों से गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर माहौल खराब करने के असफल प्रयास किये है उससे सिद्ध होता है कि पुलिस और भाजपा-आरएसएस के लोगो इस आंदोलन को खत्म करना चाहते है।

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सयुंक्त किसान मोर्चा गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे किसानो का प्यार देखकर अभिभूत है। सरकार और कई संगठन ये मान चुके थे कि गाजीपुर धरना अब खत्म हो गया है परंतु उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसानों ने यह फिर से सिद्ध कर दिया कि किसानो के हौंसले बुलंद है।

किसानों का आंदोलन शांतमयी था और शांतमयी रहेगा। यह दिन सत्य और अहिँसा के विचारों को प्रसारित करने के लिए मनाया जाएगा। सरकार जिस तरह से सुनियोजित झूठ और हिंसा फैला रही है उसकी निंदा और विरोध शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा।

हरियाणा में स्थानीय स्तर पर किसान संगठनों और ग्राम पंचायतों में लोगो ने प्रस्ताव पारित कर दिल्ली आने और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के कदम की हम प्रशंसा करते हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पुलिस द्वारा लगातार हिंसा की कड़ी निंदा करती है। किसान आंदोलन को धरनों के आसपास के निवासियों का पूर्ण सहयोग रहा है। सरकार के लोग उन लोगो को किसानों के खिलाफ भड़का रहे है पर उनकी यह कोशिश असफल है। आसपास के लोग किसानों के साथ अपना दर्द बांटते हुए लंगर और सफाई में अपना योगदान दे रहे है।

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सिंघू बार्डर पर हमलावर की तस्वीर अमित शाह के साथ

सिंघू बार्डर पर हमला

दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों पर खुद के स्थानीय निवासी होने का दावा करने वाले आतताइयों ने शुक्रवार को हमला बोलकर अराजकता फैलाने की नापाक कोशिश की। जबकि पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।

इस बीच सिंघू बार्डर पर हमलावर की तस्वीर सोशल मीडिया पर गृह मंत्री अमित शाह के साथ वायरल होने से संघ-भाजपा की संलिप्तता फिर उजागर हुई है।

टिकरी बार्डर पर भी अराजकता फैलाने की कोशिश

टीकरी बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों को वहां से हटाने की माँग को लेकर स्थानीय होने का दावा करने वाले अराजक तत्वों ने माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण कर दिया।

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गाजीपुर बार्डर बना आंदोलन का केंद्र

गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हजारों प्रदर्शनकारियों को गाजियाबाद प्रशासन ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को खाली करने का अल्टीमेटम दिया है, लेकिन राकेश टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद फिर से गाजीपुर बार्डर आबाद हो गया है। हजारों किसानों का जत्था वहाँ लगातार पहुँच रहा है। इसे देखते हुए वहां भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

बीकेयू के आह्वान पर मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुराबादाबाद एवं बुलंदशहर जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के उधम सिंह नगर व हरिद्वार जिलों से और अधिक किसान इस आंदोलन में शामिल होने के लिये यूपी गेट पहुंचे हैं।

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