26 नवम्बर हड़ताल : मासा के घटक संगठनों का अभियान तेज

पूरे देश मे विभिन्न संगठनों का प्रचार अभियान जारी

मज़दूर विरोधी श्रम संहिताओं, सरकारी क्षेत्र के निजीकरण व मेहनतकश आवाम पर मोदी सरकार व राज्य सरकारों द्वारा बढ़ते हमलों के खिलाफ 26 नवम्बर की अखिल भारतीय हड़ताल के समर्थन में मज़दूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के घटक संगठनों द्वारा सतत प्रचार अभियान जारी है।

उल्लेखनीय है कि मासा द्वारा इन हमलों के ख़िलाफ़ 18 अक्टूबर से 18 दिसंबर, 2020 तक मज़दूर संघर्ष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर 26 नवम्बर हड़ताल के आह्वान को भी मासा ने सक्रिय समर्थन दिया है। साथ ही किसान आंदोलन को भी समर्थन दिया है।

मासा का मानना है कि हड़ताल को रस्मअदायगी नहीं बनाओ! मजदूर आंदोलन को मजदूर वर्ग के निरंतर, जुझारू और निर्णायक संघर्ष में तब्दील करो!

हड़ताल सफल बनाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में मासा के घटक संगठनों का प्रचार अभियान-

उत्तराखंड

रुद्रपुर। मज़दूर सहयोग केंद्र (घटक-मासा) की टोलियों द्वारा ऊधम सिंह नगर के सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र पंतनगर व रुद्रपुर में व्यापक पोस्टरिंग हुई तथा पर्चा वितरण अभियान चल रहा है।

श्रमिक संयुक्त मोर्चा, ऊधम सिंह नगर की ओर से पर्चा वितरण करते मज़दूर साथी…

हरियाणा

गुड़गांव। ट्रेड यूनीयन कौंसिल प्रतिनिधि मण्डल ने 26 नबंबर की देशव्यापी हड़ताल को लेकर यूनीयंन टू युनियंन अभियान चलाया जसमे मज़दूर सहयोग (घटक मासा) के साथी भी शामिल हैं।

टीयूसी के कॉमरेड अनिल पवार, मज़दूर सहयोग केंद्र के कॉमरेड खुशीराम, हेमा यूनियन, मुंजाल शोवा यूनियन, एमके यूनियन के साथियों द्वारा 26 नवंबर की हड़ताल के लिए हेमा यूनियन से हीरो होंडा चौक, एनएच 8 हाईवे से होते हुए खांडसा सब्जी मंडी खांडसा रोड पर जुलूस निकाला गया…

कैथल। जन संघर्ष मंच हरियाणा घटक मासा और उसके सहयोगी संगठन मनरेगा मज़दूर यूनियन ने विभिन्न गांवों में प्रचार अभियान चलाया और मनरेगा मज़दूरों से 26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी मजदूर हड़ताल में बढ़चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया।…

नरवाना। जन संघर्ष मंच हरियाणा ने नरवाना मे पल्लेदार व मंडी मज़दूरो के बीच हडताल की तैयारी में प्रदर्शन किया…

गाँव ढाबी टेक सिंह मे मनरेगा मज़दूर यूनियन व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने 26 नव.की हडताल के समर्थन मे परदर्शन किया…

जींद के उचाना में मासा घटक जन संघर्ष मंच हरियाणा से जुड़े मनरेगा मज़दूर यूनियन, खेतिहर किसान सगठन के कार्यकर्ताओं ने हडताल के समर्थन मे प्रदर्शन किया…

फरीदाबाद। इंकलाबी मज़दूर केंद्र (घटक मासा) और औद्योगिक ठेका मज़दूर यूनियन द्वारा फरीदाबाद के DLF के फैक्ट्री एरिया, मज़दूर बस्ती व अन्य विभिन्न इलाकों में हड़ताल का पर्चा वितरण कर व नुक्कड़ सभा कर मज़दूरों मेहनतकशों के बीच हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया।

पश्चिम बंगाल

SWCC (घटक मासा) द्वारा मुर्शिदाबाद में प्रचार अभियान…

कोलकाता में SWCC (घटक मासा) द्वारा हड़ताल के समर्थन में प्रचार…

हुगली में SWCC व अन्य संगठनों द्वारा प्रचार अभियान…

हावड़ा जिले में SWCC (घटक मासा) द्वारा प्रचार अभियान

आसनसोल। मज़दूर विरोधी श्रम कोड एवं रेलवे सहित देश के तमाम उद्योगों के निजीकरण के खिलाफ अभियान के तहत आसनसोल डीआरएम (रेलवे) दफ्तर पर प्रदर्शन व रैली आयोजित की गई, जहां केंद्र सरकार के लिए ज्ञापन सौंपा गया।

अभियान में इंडियन फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियंस (सर्वहारा) घटक मासा, IISCO मजदूर यूनियन, ईसीएल ठेका श्रमिक अधिकार यूनियन, ऑल वेस्ट बंगाल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव यूनियन, आसनसोल सिविल राइट्स एसोसिएशन शामिल रहे।

बर्धमान। जामुड़िया औद्योगिक क्षेत्र में इफ्टू सर्वहारा द्वारा पोस्टर अभियान।

तेलंगाना

एलेन्दु में IFTU (घटक मासा) की ओर से हड़ताल के लिए पोस्टर अभियान…

कोल माइंस में IFTU (घटक मासा) द्वारा मीटिंगें कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान…

उड़ीसा

TUCI (घटक मासा) की ओर से हड़ताल को सफल बनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रचार अभियान जारी….

कर्नाटक

मांड्या। कर्नाटक श्रमिक शक्ति (KSS) घटक मासा की ओर से मांड्या जिले में प्रचार अभियान….

उत्तर प्रदेश

लखनऊ। AIWC (घटक मासा) द्वारा अन्य संगठनों के साथ हड़ताल के समर्थन में प्रचार अभियान चलाया गया…

बिहार

ग्रामीण मज़दूर यूनियन, बिहार द्वारा प्रचार अभियान…

पंजाब

लुधियाना। कारखाना मज़दूर यूनियन, इंकलाबी मज़दूर केंद्र (घटक मासा), मोल्डर एंड स्टील वर्कर्ज यूनियन, नौजवान भारत सभा, टेक्सटाइल-हौज़री कामगार यूनियन, लोक एकता संगठन, जमहूरी अधिकार सभा द्वारा 26 नवम्बर को लुधियाना के समराला चौक पर 1 से 3 बजे तक संयुक्त रोष प्रदर्शन करके मज़दूर-मेहनतकशों को अधिकारों के लिए आवाज़ बुलंद करेंगे। प्रदर्शन में मज़दूरों नके साथ छात्र-नौजवान भी शामिल रहेंगे।

मासा का आह्वान

  • नए श्रम कोड तथा मज़दूर कानूनों में मज़दूर-विरोधी प्रावधान वापस लो!
  • नए कॉर्पोरेट-पक्षीय किसान-विरोधी कृषि बिल वापस लो!
  • सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (पीएसयू) को बेचने के कदम वापस लो!
  • ठेका प्रथा पर रोक लगाओ!
  • महामारी में मज़दूरों के लिए संकट व तमाम मुश्किलें पैदा करना बंद करो!

श्रम कानूनों के बदले श्रम कोड, कृषि बिल, छंटनी-बेरोज़गारी, निजीकरण, प्रवासी व असंगठित मज़दूरों के जीवन-आजीविका का संकट, बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा, बढ़ती महंगाई, जातिगत हिंसा व धार्मिक नफ़रत, जनवादी अधिकारों पर हमला – नहीं सहेंगे!

रस्मअदायगी नहीं, मजदूर आंदोलन को मजदूर वर्ग के निरंतर, जुझारू और निर्णायक संघर्ष में तब्दील करो!

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