सत्यम ऑटो प्रबन्धन का मज़दूरों ने किया पुतला दहन

गैरकानूनी गेटबन्दी : साढ़े तीन साल से संघर्षरत हैं मज़दूर

हरिद्वार (उत्तराखंड)। कार्यबहाली व वेतन भुगतान की माँग को लेकर सत्यम ऑटो कंपोनेंट के श्रमिक 15 अक्टूबर को हरिद्वार के भगत सिंह चौक से रैली निकालते हुए शंकराचार्य चौक तक आए और वहां पर सत्यम के मैनेजमेंट का पुतला दहन किया।

सत्यम ऑटो के श्रमिक महिपाल सिंह रावत ने कहा अगर जिला प्रशासन व उत्तराखंड सरकार तत्काल प्रभाव से कारखाना प्रबंधक के खिलाफ कोई उचित कार्यवाही नहीं करती तथा श्रमिकों की बहाली नहीं कराती तो आंदोलन उग्र एवं तेज किया जाएगा।

श्रमिकों ने कहा कि इस बीच अगर उत्तराखंड में औद्योगिक शांति भंग होती है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन तथा उप श्रम आयुक्त हरिद्वार एवं जिला प्रशासन हरिद्वार की होगी।

श्रमिकों ने कहा कि कई बार सहायक श्रमायुक्त आयुक्त हरिद्वार द्वारा कंपनी प्रबंधन को वार्ता के लिए नोटिस भेजा गया, लेकिन प्रबंधन कभी वार्ता करने के लिए तैयार नहीं हुआ। कंपनी प्रबंधन अपने अहंकार में डूबा हुआ है, आए दिन प्रबंधन शासन प्रशासन और नेताओं को दान दक्षिणा देता रहता है और श्रमिकों की आवाज को दबाता रहता है।

सत्यम ऑटो के संघर्षरत मज़दूरों की प्रमुख माँगें

1- दिनांक 17 अप्रैल 2017 से सत्यम ऑटो कंपोनेंट कारखाना प्रबंधक श्रमिकों की गैर कानूनी गेट बंदी को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर कार्यबहाली करे;

2- गैरकानूनी गेट बंदी के कारण श्रमिकों के रुके समस्त वेतन का ब्याज सहित भुगतान करे।

इस कार्यक्रम में राजकिशोर, राजू, चंद्रेश, देवेंद्र सिंह, शिशुपाल रावत, अरुण सैनी आदि उपस्थित थे।

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