दिल्ली पुलिस ने चालान काटकर वसूले 20 करोड़ रुपए

लापरवाही के बहाने जनता से जबरदस्त वसूली जारी, मास्क उल्लंघन में 3,55,350 लोगों के काटे गए चालान

नई दिल्ली | कोविड-19 के कारण बंदी के दौरान दिल्ली पुलिस ने रेकॉर्ड करीब 20 करोड़ रुपए का चालान काटा है। ये चालान सरकार के दिशा निर्देश के बाद मास्क नहीं पहनने, उचित दूरी का उल्लंघन करने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने जैसे मामलों पर काटा गया है।

पुलिस ने तीन लाख 88 हजार 898 चालान काटने के एवज में यह रकम वसूल की है। मार्च के अंतिम हफ्ते से शुरू पूर्णबंदी के बाद पुलिस ने जिस प्रकार से सख्ती से चालान काटना शुरू किया उसमें आठ सितंबर को कुछ फेरबदल करते हुए पुलिस मुख्यालय ने साफ तौर पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के चालान काटने पर रोक लगाते हुए प्रत्येक जिले में एक पुलिस टीम का गठन कर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक कोविड चालान काटने के निर्देश जारी किया।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि ट्रैफिक के उल्लंघन सहित अन्य सभी प्रकार के चालान जो नागरिकों से वसूला जाता है राज्य सरकार के खाते में जमा होता है लिहाजा कोविड के चालान भी वहीं जमा होंगे। पुलिस सिर्फ मध्यस्थता की भूमिका अदा करती है।

राजधानी दिल्ली में मार्च के अंतिम हफ्ते में कोविद-19 पूरी तरीके से जोर पकड़ने लगा था। तभी जानलेवा कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत भर में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया। चालान में वृद्धि तब शुरू हुई जब केंद्र सरकार ने सब कुछ खोलना शुरू किया। अगस्त-सितंबर में जब सरकार ने बंदी में ढील देनी शुरू की तब लोगों ने मास्क नहीं लगाने, उचित दूरी का पालन न करने और सार्वजनिक स्थानों पर पान गुटका खाने वालों पर जुर्माना लगाने में वृद्धि हुई।

ताजा मामले में अक्तूबर चार तारीख तक मास्क उल्लंघन के तीन लाख 55 हजार 650 लोगों के चालान काटे गए जबकि उचित दूरी के 30 हजार 539 और सार्वजनिक स्थानों पर पान गुटका खाने के मामले दो हजार 692 लोगो पर जुर्माना लगाया गया। इन तीनों चालान की संख्या तीन लाख 88 हजार 898 लोगों से पांच सौ रुपए के हिसाब से 19 करोड़ 44 लाख 49 हजार रुपए वसूले गए जो राज्य सरकार के मामले होने के कारण उनके राजकोष में जमा कराया गया।

इन हालात में दिल्ली पुलिस ने लोगों की भीड़ और लोगों का सामाजिक दूरी नहीं रखने पर चालान काटना शुरू किया। यह सिलसिला जारी रहा और जून-जुलाई में दिल्ली पुलिस ने करीब एक लाख चालान काटे और नियम न मानने पर जुर्माना लगाना शुरू किया। 15 जून से 31 जुलाई के बीच लगभग 15 जिलों में 97,417 चालान काटे गए। सबसे अधिक 9524 चालान दिल्ली के बाहरी इलाकों में काटे गए। इसके बाद दक्षिणी इलाकों में 9417 चालान, दक्षिण-पूर्वी इलाकों में 7724 और पश्चिमी इलाकों में 7507 चालान काटे गए हैं।

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