हाथरस गैंगरेप : दरिंदगी की शिकार दलित बेटी हार गई ज़िन्दगी की जंग
योगी का राम राज बना बलात्कारी राज
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के राज में यौन हिंसा, विशेष रूप से दलित लड़कियों और महिलाओं से बलात्कार के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप के बाद बर्बरता की शिकार दलित लड़की की मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। दरिंदों ने पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ने के साथ जुबान भी काट दी थी। वो पिछले 15 दिनों से ज़िन्दगी व मौत के बीच जूझती रही।
सवर्ण दबंगों ने गैंगरेप के साथ बर्बरता की हदें पार कीं
घटना 14 सितंबर सुबह साढ़े दस बजे की है, जब शिकार बनी दलित लड़की अपनी माँ और भाई के साथ पशुओं का चारा लेने के लिए खेतों पर गई थी। लड़की का भाई घास काटने के बाद चारा लेकर घर चला गया था। जबकि पीड़िता की माँ कुछ दूरी पर घास काटने लगी। उसी दौरान पीड़िता को अकेला पाकर गांव के चार सवर्ण युवक उसे बाजरे की खेत में खींच ले गए।
घटना को अंजाम देते वक्त चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर माँ के पहुँच जाने से दरिन्दे फरार हो गए थे। पीड़िता की हालत नाजुक थी और परिजन उसे लिए जिला अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने पीड़िता की गंभीर हालत देखते हुए अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। जहाँ से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था।
मेडिकल परीक्षण में पता चला था कि बलात्कारियों ने गैंगरेप के बाद पीड़िता की रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी थी। आरोपियों ने पीड़िता की जीभ काट दी थी, जिससे वह लोगों को घटना के बारे में न बता सके।
पुलिसिया कार्यवाही संदेह के दायरे में
इस पूरे मामले में पुलिस का रवैया एक बार फिर कठघरे में है। गैंगरेप के बावजूद चंदपा थाना पुलिस ने रेप की धाराओं में केस न दर्ज करते हुए छेड़खानी के आरोप में एक युवक को हिरासत में लिया था। 21 सितंबर को किशोरी के होश में आने के बाद की गई मेडिकल जाँच की रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई।
पीड़ित समुदाय के लोग आरोपियों की जाति और एसएचओ की जाति से जोड़कर देख रहे हैं।
मामले के तूल पकड़ने के बाद आरोपियों के खिलाफ़, गैंगरेप और धारा 307 (हत्या की कोशिश) में मुकदमा दर्ज किया गया था। गैंगरेप की पुष्टि होने के बाद हाथरस पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया, जबकि चौथे आरोपी को शनिवार 26 सितंबर को गिरफ़्तार किया गया। शनिवार को ही कोतवाली इंचार्ज को लाइन हाजिर भी कर दिया गया।
मौन साध गईं राष्ट्रिय महिला आयोग की अध्यक्ष
हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत पर देश में जहाँ चौतरफा आवाजें उठ रही हैं, हजारों लोग ट्वीट कर दोषियों को फास्ट ट्रैक से फाँसी तक की माँग कर रहे हैं, वहीं हर मामले में ट्विटर पर काफी सक्रिय रहने वाली राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने अपनी ओर से एक भी ट्वीट नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि रेखा शर्मा ने दो दिन पहले प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात को लेकर 36 ट्वीट किए थे, लेकिन एक लड़की के साथ दरिंदगी की इस घटना के बाद भी खामोश हैं।
कंगना के पीछे दौड़ लगाने वाली गोदी मिडिया का चरित्र
इस नृंशस घटना की सोशल मीडिया पर पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता से लेकर राजनेता तक सभी निंदा कर रहे हैं। लेकिन गोदी मिडिया, विशेष रूप से टीवी चैनलों द्वारा इसे लगभग नज़रंदाज़ करना उनके चरित्र की बानगी मात्र है।
ये वही मीडिया है जो कंगना की दीवार पे आंसू बहा रहे थे, दीपिका, सारा, श्रद्धा की हर एंगल से तस्वीरें पेश कर रहे थे, दीवानों की तरह उनकी कारों का पीछा कर रहे थे, लेकिन ठीक उसी दौरान हाथरस में एक बच्ची के साथ दरिंदगी का कोई मायने नहीं रह गया है।
पीडिता की लाश गायब –आप
दिल्ली के आम आदमी पार्टी से विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर बताया है कि हाथरस बलात्कार कांड की पीड़िता की लाश को पुलिस ने गायब कर दिया है और वह परिजनों को न लाश सौंप रही है और न ही कोई जानकारी दे रही है।
योगी राज में दुष्कर्मों के रिकार्ड
योगी राज में महिला दुष्कर्म, विशेष रूप से दलित व मुस्लिम आबादी के साथ हिंसक घटनाएँ व दरिंदगी लगातार नए रिकार्ड बना रहे हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि प्रदेश में महिलाओं पर होने वाले अपराधों में 20 प्रतिशत का इजाफा हो रहा है और लगभग 11 बलात्कार की घटनाएं औसतन प्रतिदिन हो रही हैं।
हालिया कुछ घटनाओं की बानगी देखें-
15अगस्त को लखीमपुर में 13 वर्षीय दलित नाबालिक बच्ची के साथ गैंगरेप और जीभ कटाने के साथ हत्या, लखनऊ के गुडम्बा में किशोरी से गैंगरेप के बाद तेजाब फेंकने की घटना, गोरखपुर में गैंगरेप के बाद सिगरेट से दागने की घटना, 16 अगस्त को लखीमपुर के ईसानगर में गैंगरेप और हत्या, 17 अगस्त को गोरखपुर में दलित बेटी के साथ गैंगरेप और बर्बर हत्या, 26 अगस्त को लखीमपुर में आनलाइन फार्म भरने जा रही बेटी का रेप के बाद नृशंस हत्या, 29 अगस्त को मथुरा में चलती बस में रेप एवं कौशाम्बी में गैंगरेप।
1 सितम्बर को मथुरा में 8 साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या, 2 सितम्बर को लखनऊ में 5 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या, 3 सितम्बर को बरेली के सर्वोदय नगर में 11वीं की नाबालिग छात्रों के साथ गैंगरेप, 4 सितम्बर को कौशाम्बी में नाबालिग के साथ रेप व हत्या, लखीमपुर में 3 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या, अयोध्या में बस में रेप और 14 सितम्बर को हाथरस की यह घटना…।
ये चंद घटनाएँ योगी के राम राज्य की बानगी मात्र है।