ग्रामीण मज़दूर यूनियन, बिहार द्वारा उप श्रमायुक्त का घेराव

भवन एवं अन्य सन्निर्माण मज़दूरों ने की आवाज़ बुलंद

डालमियानगर (बिहार)। बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में निबंधन कराने, नवीकरण कराने, भ्रष्टाचार पर पर रोक लगाने आदि विभिन्न माँगों को लेकर ग्रामीण मज़दूर यूनियन बिहार ने कामरेड अशोक कुमार, कॉ0 अमित कुमार के नेतृत्व में 18 सितम्बर को भवन एवं अन्य सन्निर्माण मज़दूरों ने उप श्रमायुक्त कार्यालय डालमियानगर का घेराव किया।

प्रदर्शन के दौरान बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में निबंधन कराने, नवीकरण कराने, निबंधन सर्टिफिकेट में पाए गए गलतियों को सुधारने, बिहार सरकार द्वारा इन मजदूरों के लिए 5500 रुपए देने की घोषणा के बाद मजदूरों को यह सहायता राशि क्यों नहीं दी गई?, ₹3000 वार्षिक स्वास्थ्य लाभ की राशि के लिए, मातृत्व लाभ के लिए, बेटियों के विवाह उपरांत मिलने वाला ₹50,000 की राशि के लिए, पेंशन के लिए, छात्रों के प्रोत्साहन राशि के लिए, निबंधन के लिए शिविर लगाने और एल0 इ0 ओ0 को अपने संबंधित प्रखंडों में नियमित बैठाने के लिए, गैर मजदूरों के निबंधन पर रोक लगाने, दलालों से सांठगांठ कर घूस के रूप में पैसों की उगाही एवं निबंधन पर रोक लगाने आदि मांगों को बुलंद किया गया।

घेराव में काराकाट, बिक्रमगंज, सासाराम, करगहर आदि प्रखंडों के सैकड़ों मजदूरों ने शामिल होकर संबंधित कार्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रतिनिधियों की मजदूर विरोधी कार्य प्रणाली पर घोर असंतोष व्यक्त किया।

वक्ताओं ने बताया कि यूनियन बनाना, अपने हक के लिए संघर्ष करना हमारा संवैधानिक अधिकार है इसे कोई नहीं छीन सकता। अपने तत्कालिक माँगों के साथ-साथ देश में सभी तरह के मज़दूरों पर हो रहे हमलों जैसी छंटनी,श्रम कानूनों में पूँजीपक्षीय सुधारों के खिलाफ, काम के घंटे 12 करने, ठेकेदारी प्रथा, निजीकरण, वेतन घटाने, संघर्ष कर रहे मज़दूरों पर लाठियां चलवाने, न्याय पसंद लोगों को उनकी आवाज दबा देने के ख्याल से गिरफ्तार कर जेल में डालने या जान से मरवा देने, शिक्षा का निजीकरण करने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, महिलाओं के साथ उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष के साथ अपनी प्रतिबद्धता को जोड़ते हुए उनके साथ खड़ा होने का जवाबदेही पूर्ण दायित्व को पूरा करते रहेगें।

वक्ताओं ने कहा कि धार्मिक उन्माद और चुनाव के माध्यम से नेताओं और पूंजीपतियों द्वारा हमें हमेशा अपने असल संघर्ष से विमुख किया जाता रहा है और मालिक, पूंजीपति वर्ग को फायदा पहुंचाया जाता रहा  है। हम गरीबों, मेहनकशों को सिर्फ दानदाता एवं वोटर के रूप में देखा जाता रहा है इसलिए हम अपना संघर्ष इस तमाम बुराइयों की जननी निजी संपत्ति पर आधारित इस गैर बराबरी के समाज व्यवस्था को खत्म कर मज़दूर वर्ग की राजसत्ता स्थापित करने तक अपने संघर्ष को जारी रखेंगे।

सभा को ग्रामीण मज़दूर यूनियन,बिहार, प्रखंड- काराकाट के संयोजक योगेश कुमार, ग्रामीण मज़दूर यूनियन, बिहार प्रखंड- करगहर के संयोजक कॉ0 दिनेश कुमार, कामरेड विष्णु सिंह, कामरेड विंध्याचल पासवान, कॉमरेड मालती, कॉ0 जयराम पाल, कामरेड विजय पासवान, कॉ0 राधा पासवान, कॉ0 नागेंद्र कुमार, कॉ0 संतोष, कॉ0 लालबाबू, कॉ0 जोगिंदर आदि वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

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