पारले श्रमिक संघ ने मनाया यूनियन का स्थापना दिवस

कंपनी गेट पर हुआ झंडारोहण, श्रम क़ानूनों को स्थगित करने का किया विरोध

सितारगंज (उत्तराखंड)। पारले श्रमिक संघ, सिडकुल, सितारगंज ने यूनियन के पंजीकरण के एक साल पूरा होने पर कोविड 19 मानकों को पूरा करते हुए कंपनी गेट पर एकजुटता के संकल्प के साथ स्थापना दिवस मनाया और झंडारोहण किया। यूनियन ने राज्य सरकार द्वारा 1000 दिनों के लिए श्रम कानूनों को स्थगित करने का विरोध किया।

ज्ञात हो कि लंबे संघर्ष के बाद पारले सितारगंज में पिछले वर्ष 1 अगस्त को यूनियन पंजीकृत हुई थी। जिले में पारले बिस्किट कंपनी के दो प्लांट हैं, जिसमें से पंतनगर प्लांट में यूनियन 2012 में पंजीकृत हुई थी और सितारगंज प्लांट में यूनियन 2019 में पंजीकृत हुई।

इस अवसर पर यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि यूनियन कंपनी के मज़दूरों के हक की हर तरह से हिफाजत करेगी। हमारा संघर्ष जारी है। इसी के साथ सिडकुल क्षेत्र में और पूरे देश में मज़दूर अधिकारों पर जो हमले हो रहे हैं, उसके खिलाफ भी यूनियन संघर्ष में योगदान करती रहेगी।

यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि आज के मज़दूर विरोधी इस कठिन दौर में, जब मज़दूरों के अधिकार छीन रहे हैं, तब सब की एकता को मजबूत करना जरूरी है और हक के लिए संघर्ष के अलावा कोई रास्ता नहीं है।

यूनियन ने उत्तराखंड सरकार द्वारा 1000 दिनों के लिए श्रम क़ानूनों को स्थगित करने की निंदा की और इस मज़दूर विरोधी फैसले को तत्काल वापस लेने की बात की।

पारले श्रमिक संघ सितारगंज के अध्यक्ष सोनू राठौर व महामंत्री अमरीक सिंह, भूपेश, सुमित सिंह राणा, बीर बहादुर, भगवान राणा, नेकपाल सहित यूनियन के सदस्यों ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।

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