हरिद्वार की हिंदुस्तान यूनिलीवर में 138 और कोरोना संक्रमित मिले

अबतक हिंदुस्तान यूनिलीवर में 200 सहित ब्रिटानिया, जेबीएम, बजाज, महिंद्रा, एंकर सहित तमाम कम्पनियों में मज़दूर संक्रमित मिल चुके

एक तरफ तेजी से बढ़ता कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन, दूसरी ओर फैक्ट्रियां चलाने की जिद और बढ़ाते संक्रमण ने मज़दूरों के सामने भयावह संकट पैदा कर दिया है। उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित हिंदुस्तान यूनिलीवर कम्पनी में 60 संक्रमित मिलने के बाद आज 138 नए संक्रमण से अबतक 200 संक्रमण के मामले उजागर हुए हैं।

हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल की हिंदुस्तान यूनिलीवर में कोरोना संक्रमण का जबरदस्त मामला सामने आया है। रविवार को कंपनी के 138 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इससे पूर्व इसी कम्पनी में पिछले दिनों 60 (20+7+13+20) श्रमिक संक्रमित पाए गए थे, लेकिन आज इसमें रिकॉर्ड बढ़ोतरी के साथ आंकड़ा 200 पहुँच गया।

आज कोरोना संक्रमित मिले कर्मचारी हरिद्वार जिले के रुड़की, भगवानपुर, लक्सर, मंगलौर, झबरेड़ा, नारसन आदि के ग्रामीण इलाकों सहित हरिद्वार शहर के टिबड़ी, दयानंद नगरी, बीएचईएल, सुभाष नगर, शिवालिक नगर, रामधाम कॉलोनी, रावली महदूद, भैरव मंदिर कॉलोनी कनखल, ब्रह्म विहार कनखल, ज्वालापुर, अलीपुर इब्राहिमपुर आदि क्षेत्रों में निवास करते हैं।

  • इसे भी पढ़ें

कम्पनियों में लगातर बढ़ रहे हैं संक्रमण के मामले

पूरे देश के तमाम कम्पनियों के साथ ही उत्तराखंड के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र हरिद्वार, पंतनगर-रुद्रपुर और सितारगंज में कार्यरत तमाम मज़दूर संक्रमित पाए जा रहे हैं महिंद्रा एंड महिंद्रा में एक मज़दूर संक्रमित मिलने के बाद ब्रिटानिया में भी एक मज़दूर संक्रमित मिला था इसके साथ ही बजाज, थाई सुमित (जेबीएम) में भी संक्रमित मज़दूर मिलने की ख़बर आई

हरिद्वार की एंकर कम्पनी में भी संक्रमित मिले हैं।

  • इसे भी पढ़ें

इसके साथ ही, नॉएडा, गाजियाबाद, गुडगाँव, सूरत, अहमदाबाद, औरंगाबाद से लेकर नीमराना राजस्थान तक कारखानों में संक्रमण के मामले तेजी से आ रहे हैं और मज़दूरों की जान जोखिम में है।

ये तो चंद वे मामले हैं, जिनकी ख़बर मिल गई। तमाम ऐसे मामले हैं जिन्हें दबा दिया जा रहा है। चुपचाप मज़दूरों को उनके उसी हाल पर उनके घर भेज दिया जाता है।

  • इसे भी पढ़ें

लॉकडाउन में कम्पनियों के खुलने का क्या मतलब?

उद्योगपतियों के दबाव में पीएम मोदी ने बढ़ाते संक्रमण के बीच अनलॉक की घोषणा कर दी। उधर राज्य सरकारें इलाकाई आधार पर लॉकडाउन कर रही हैं। रुद्रपुर जैसे कई इलाके में 3-4 दिन के लॉकडाउन के बाद उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में साप्ताहिक दो दिन लॉकडाउन का नाटक चल रहा है।

मामला जितना गंभीर होता जा रहा है, उसमे ये आंशिक बंदी महज खानापूर्ति बनाकर रह गए हैं। कारखानों से लेकर दारू की दुकान तक खुले हैं और लॉकडाउन भी है!

इन सबके बीच सारी कारखाने आबध गति से चल रहे हैं। जबकि कारखानों में सबसे सघन जमावड़ा होता है। जाहिरतौर पर यह संक्रमण बढ़ाने का ही सबब बन रहा है। लेकिन मज़दूरों को ना तो कोई सुरक्षा मिल रही है, ना तो किसी प्रकार की गारंटी।

हालत ये हैं कि जब एक बड़ी कम्पनी के प्रबंधन से एक यूनियन पदाधिकारी ने सभी श्रमिकों की जाँच कराने की माँग की तो प्रबंधन ने कहा कि जाँच करने से जितने मामले आएँगे उनके लिए पर्याप्त व्यवस्थ करना मुश्किल होगा। इससे पूर्व बजाज का प्रबंधन कह चुका है कि हम मज़दूरों को कोरोना के साथ जीने की आदत डाल रहे हैं!

  • इसे भी पढ़ें

दरअसल मुनाफे की हवस में मज़दूरों की जान जोखिम में डाला जा रहा है

About Post Author