निजी कार्पोरेट अस्पतालों की लूट के ख़िलाफ़ प्रदर्शन

प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में स्वास्थ्य सेवाओं के राष्ट्रीयकरण की माँग

गुडगाँव, 16 जून : विभिन्न संगठनों व यूनिंयनो की ओर से निजी कॉर्पोरेट अस्पतालों की लूट के ख़िलाफ़ और इनके राष्ट्रीयकरण की मांग के साथ लघु सचिवालय, गुड़गांव में विरोध प्रदर्शन हुआ। साथ ही उपायुक्त, गुड़गांव के मार्फत प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।

प्रधानमंत्री को भेजे गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि मैक्स, फोर्टिस, मेदांता और अपोलो जैसे सभी निजी कॉर्पोरेट अस्पतालों का अधिग्रहण कर इन्हें राष्ट्रीय संपत्ति घोषित किया जाये साथ ही जिन उदारीकरण- निजीकरण की पूंजीपरस्त नीतियों के परिणाम स्वरूप आज देश की सरकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य का तंत्र चौपट हो चुका है उन्हें रद्द किया जाये।

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि कोविड 19 के भयावह संकट ने देश की जर्जर स्वास्थ्य सेवाओं की हकीक़त को सतह पर ला दिया है, साथ ही निजी अस्पतालों की अंधी लूट भी खुलकर सामने है। आम जनता बेहाल है और बीमारों, लाचारों, यहाँ तक कि लाशों पर भी दवा व निजी अस्पतालों की अंधी मुनाफाखोरी कहर बरपा रही है, जिसके ख़िलाफ़ आम जनता को आगे आना होगा।

विरोध प्रदर्शन में इंक़लाबी मज़दूर केंद्र, मज़दूर सहयोग केंद्र, स्वराज इंडिया एवं बेलसोनिका यूनियन के प्रतिनिधियों ने भागीदारी की।

कार्यक्रम के अंत में घोषणा की गई कि निजी कॉर्पोरेट अस्पतालों की लूट के विरुद्ध अभियान, आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।

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