चित्र कथा : इस आग को बुझाना होगा

फैक्ट्री में आग से मज़दूरों की मौत पर… आदमखोरों से मुल्क बचाना होगा!

मुनाफ़े की अंधी हवस में फैक्ट्रियो में हादसे आज आम हो गए हैं। मज़दूरों के अंग-भंग होने से लेकर जान जाने तक की घटनाएँ बेलगाम बन चुकी हैं। पिछले दिनों दिल्ली की एक फैक्ट्री में लगी आग में 42 मज़दूरों की मौत पर सुशांत सिंह की संवेदनशील कविता पर आधारित विजय रविकुमार की चित्र कथा…


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